जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत : नकवी
- इस मुद्दे को जाति-धर्म से जोड़ना जायज नहीं
नई दिल्ली। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के विश्व जनसंख्या दिवस पर बढ़ती आबादी को लेकर दिए बयान पर बहस छिड़ गई है। इसी बीच बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि जनसंख्या विस्फोट को धर्म से जोड़ना जायज नहीं, यह पूरे मुल्क की मुसीबत है। नकवी ने हाल ही में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। उनका राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो चुका है। हालांकि चर्चा है कि बीजेपी उन्हें उपराष्टï्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है। इस मामले में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि ज्यादा जनसंख्या किसी भी देश के लिए समस्या होती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि कैसे उस समस्या का समाधान हो और कैसे देश विकास के रास्ते पर जाएं और उन्नति करें। साथ ही कैसे रोजगार बड़े और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो यह भी सरकार की जिम्मेदारी होती है सरकार इससे भाग नहीं सकती है। वहीं दूसरी ओर संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने सीएम योगी पर पलटवार करते हुएकहा कि औलाद पैदा करने का जाति तौर पर इंसान से कोई ताल्लुक नहीं है। सपा सांसद ने कहा भाजपा सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की जगह मुस्लिमों की तालीम का बंदोबस्त करे। जब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी तो कौम में बढ़ती आबादी की समस्या अपने आप खत्म हो जाएगी।
एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ने से फैलेगी अराजकता : सीएम योगी
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने विश्व जनसंख्या दिवस पर लखनऊ में एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न होने पाए। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड और उनका प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रिण कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए। सीएम योगी ने कहा था कि जिन देशों की जनसंख्या ज्यादा होती है, वहां जनसंख्या असंतुलन चिंता का विषय है क्योंकि रिलीजियस डेमोग्राफी पर भी इसका असर पड़ता है।
भाजपा ने हमें तोड़ने की कोशिश की, पर हुए नाकाम : मुकुल
मुंबई। गोवा कांग्रेस में दो वरिष्ठï नेताओं को अयोग्य ठहराने की मांग उठने के बाद कलह तेज होने के आसार बनने लगे हैं। गोवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर ने अब नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहे माइकल लोबो एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को अयोग्य करार देने की मांग विधानसभा अध्यक्ष से की है। पाटकर ने आरोप लगाया है कि ये दोनों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, और कांग्रेस विधायक दल में फूट डालना चाहते थे। इस बीच एआईसीसी महासचिव मुकुल वासनिक गोवा पहुंचे हैं। साथ ही पार्टी अंदरूनी कलह को थामने में जुट गई है। मुकुल वासनिक ने पणजी में कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि गोवा में कुछ लोगों ने हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की लेकिन हमारे नेताओं और विधायकों ने दिखा दिया कि वो हर नापाक इरादा जो हमें तोड़ने की कोशिश करेगा, उसे हम सफल नहीं होने देंगे। मैंने गोवा के कांग्रेस विधायक दल के साथ बैठक की। विधानसभा के अधिवेशन में किस सक्रियता के साथ मुद्दों को सदन में रखना है उस पर चर्चा हुई।
अयोध्या विध्वंस मामला : सत्र अदालत के फैसले के खिलाफ सुनवाई 18 को
लखनऊ। अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सत्र अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में दाखिल पुनरीक्षण याचिका पर अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी। याचिका में सभी 32 अभियुक्तों को दोषी करार दिये जाने की भी मांग की गई है। न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह की एकल पीठ के समक्ष अयोध्या निवासी हाजी महबूब अहमद व सैयद अखलाक अहमद की ओर से दाखिल उक्त याचिका सुनवाई के लिए पेश हुई। हालांकि याचियों की ओर से मामले को किसी अन्य दिन सुने जाने का अनुरोध किया गया। इस पर न्यायालय ने 18 जुलाई की तिथि नियत करते हुए, यह भी स्पष्ट किया है कि अगली तारीख पर मामले की सुनवाई टाली नहीं जाएगी। साथ ही याचिका को शुरू के दस मामलों में ही सूचीबद्ध करने का भी निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि विशेष अदालत, अयोध्या प्रकरण ने 30 सितम्बर 2020 को निर्णय पारित करते हुए विवादित ढांचा विध्वंस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, लोक सभा सदस्यों साक्षी महाराज, लल्लू सिंह व बृजभूषण शरण सिंह समेत सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया था।
तेलंगाना में रची गई पीएम की आपत्तिजनक होर्डिंग लगाने की साजिश
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आपत्तिजनक होर्डिंग प्रयागराज पुलिस लाइन के पास यूनिपोल पर लगाए जाने के मामले में प्रयागराज पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस जल्द तेलंगाना जाएगी। क्योंकि इस मामले में तेलंगाना में रहने वाले साईं को नामजद किया गया है। सीओ कर्नलगंज अजीत सिंह चौहान ने बताया कि तेलंगाना के रहने वाले साईं ने पीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के साजिश के तहत होर्डिंग लगवाया था। होर्डिंग में प्रधानमंत्री का कार्टून बनाया गया था, जिसमें उनके हाथ में सिलेंडर दिखाया गया था। नीचे अंग्रेजी में लिखा था बाय-बाय मोदी। होर्डिंग में नई दिल्ली के पास कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए धरने पर बैठे किसानों की मौत और अप्रत्यक्ष तौर पर अग्निवीर योजना के जरिए सेना में चार साल की नौकरी देने को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा गया था। महाराणा प्रताप चौराहे के पास लगे होर्डिंग पर जब युवा मोर्चा विश्वविद्यालय मंडल के उपाध्यक्ष अमित शरण की नजर पड़ी, तो उन्होंने तत्काल टीम के साथ होर्डिंग को उतरवाने का दावा किया था। होर्डिंग लगाने के मामले में 10 जुलाई को कर्नलगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी।