दिल्ली-एनसीआर में प्री-मानसून से मिली राहत,उमस ने बढ़ाई मुश्किलें, इतने जून तक येलो अलर्ट जारी
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्री-मानसून की दस्तक से जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है, वहीं बढ़ती उमस ने परेशानी खड़ी कर दी है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्री-मानसून की दस्तक से जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है, वहीं बढ़ती उमस ने परेशानी खड़ी कर दी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 24 जून से 29 जून तक पूरे सप्ताह के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान क्षेत्र में तेज बारिश, तेज हवाएं और रिमझिम फुहारों का सिलसिला बना रह सकता है। इसके चलते लोगों को यात्रा और दैनिक गतिविधियों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
तापमान और उमस का हाल
मौसम विभाग के मुताबिक, इस सप्ताह दिल्ली में अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इसके साथ ही ह्यूमिडिटी (नमी) का स्तर भी काफी अधिक — लगभग 55% से 90% — तक पहुंच सकता है, जिससे लोगों को उमस भरे मौसम का सामना करना पड़ेगा।
बिजली गिरने की भी आशंका
आईएमडी के मुताबिक 24 जून को शाम और रात के समय हल्की से मध्यम बारिश के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तेज हवाएं चलने और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. वहीं 25 और 26 जून को पूरे दिन भर, सुबह, दोपहर, शाम और रात गरज और बिजली के साथ बारिश के संकेत हैं. साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी, जिससे जलभराव और ट्रैफिक की समस्या हो सकती है.
मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक 28 और 29 जून को थंडरस्टॉर्म विथ रेन और रेन और थंडरशावर्स की चेतावनी दी गई है. दिन भर गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है, जिससे सतर्क रहने की जरूरत है. हालांकि, बादलों के कारण लोगों को सीधी धूप से राहत जरूर मिली है, लेकिन अधिक ह्यूमिडिटी के चलते उमस बनी हुई है.
मौसम वैज्ञानिकों और डॉक्टर ने दी ये सलाह
सुबह-शाम की हवा भले ही थोड़ी ठंडक लिए हो, लेकिन दिन के समय चिपचिपी गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे मौसम को देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों और डॉक्टर ने लोगों के लिए सलाह जारी करते हुए कहा है कि खुले स्थानों पर बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर शरण लें. तेज हवाओं और बारिश के समय पेड़ों और खंभों से दूरी बनाए रखें. जलभराव वाले क्षेत्रों में वाहन सावधानी से चलाएं. साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीते रहे क्योंकि उमस भरे इस मौसम में पसीना ज्यादा होने के कारण डिहाइड्रेशन की स्थिति बन सकती है और तबीयत खराब हो सकती है.