चीन को जवाब देने की तैयारी, 2024 तक पूरा होगा बॉर्डर क्षेत्र में रोड कनेक्टिविटी का काम
नई दिल्ली। भारत चीन सीमा पर तनाव के बीच सीमावर्ती इलाकों पर केंद्र की मोदी सरकार ने खास ध्यान दिया है. खासतौर पर सेना और सुरक्षा बलों के लिए सरकार ने कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू किए थे, जो जल्द ही पूरे हो जाएंगे. बताया जा रहा है कि लेह और आसपास के सीमावर्ती इलाकों में जो भी प्रोजेक्ट हैं, वे 2024 तक पूरे होंगे. लद्दाख बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पंचोक स्नेंजिंग ने बताया कि सबसे अधिक रोड से संबंधित प्रोजेक्ट हैं, जिसपर सीमावर्ती इलाके में तेजी से काम चल रहा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पंचोक ने कहा कि सबको पता है लद्दाख जिस स्पीड और जिस तरीके से आज आगे बढ़ रहा है उसके पीछे गलवान एक बड़ी वजह है.
गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें कई भारतीय जवान शहीद हो गए थे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में डेवलपेंट के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच भी है. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से सीमावर्ती इलाकों में काफी प्रोग्रेस हुआ है. बीजेपी अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि गलवान के बाद बॉर्डर एरिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर काफी काम हुए हैं. खासतौर पर सेना से संबंधित इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया गया है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पंचोक ने कहा कि मोटे तौर पर बात करें तो जोजिला टनल एक बड़ी उप्लब्धी है. पहले लद्दाख 4-5 महीने के लिए कट जाता था लेकिन अब इस टनल के बन जाने से हम 12 महीने जुड़े रहेंगे. उन्होंने कहा कि 5-6 किलोमीटर तक यह टनल तैयार हो गया है और 2024 तक उम्मीद है कि यह पूरा हो जाएगा. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लेह का हवाई अड्डा भी 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी.
लेह-मनाली रोड सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि मनाली रोड की तरफ से आने पर हमें एक सडक़ दिखाई पड़ती है, जो नीमो से जंस्कार और पदमा होते हुए मनाली को लेह से जोड़ती है. उन्होंने बताया कि यह सडक़ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खासतौर पर बनाया जा रहा है. इस सडक़ का तेजी से कम चल रहा है और इसके भी 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है.