प्रधानमंत्री अपने जश्न में डूबे हैं, नहीं सुनाई दे रहीं रियासी हमले की चीखें: राहुल गांधी
जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने श्रद्धालुओं को ले जा रही बस पर हमला किया।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने श्रद्धालुओं को ले जा रही बस पर हमला किया। इसमें ड्राइवर और कंडक्टर समेत 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 लोग घायल हो गए। उस समय दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से एक घंटे पहले यह हमला हुआ। इस बीच कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों को लेकर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक्स पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।
‘प्रधानमंत्री अभी भी जश्न में डूबे हैं’: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि बधाई संदेशों का जवाब देने में व्यस्त नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर में निर्ममता से मौत के घाट उतार दिए गए श्रद्धालुओं के परिवारों की चीखें तक नहीं सुनाई दे रही हैं। राहुल ने आगे लिखा कि “रियासी, कठुआ और डोडा में पिछले 3 दिनों में 3 अलग-अलग आतंकी घटनाएं हुई हैं, लेकिन प्रधानमंत्री अब भी जश्न में मग्न हैं। देश जवाब मांग रहा है… आखिर भाजपा सरकार में आतंकी हमलों की साजिश रचने वाले पकड़े क्यों नहीं जाते।
PM ने जम्मू कश्मीर हमले पर चुप्पी क्यों साधी?
इसके अलावा कांग्रेस ने लगातार बढ़ते हुए आतंकवादी हमलों और पीएम की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है। ऐसे में कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने पाकिस्तानी नेताओं को एक्स पर खूब जवाब दिया, लेकिन क्रूर आतंकी हमलों की निंदा करने का उन्हें समय नहीं मिला! पिछले 10 साल में मोदी सरकार की झूठी छाती ठोकने की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है, जबकि निर्दोष लोग कायरतापूर्ण आतंकी हमलों के शिकार हुए हैं, लेकिन सब कुछ पहले जैसा ही चल रहा है।
राहुल ने आगे कहा कि वहीं पीएम मोदी ने पाकिस्तानी नेताओं- नवाज शरीफ और पाक पीएम शाहबाज शरीफ के बधाई पोस्ट पर प्रतिक्रिया देने में व्यस्त हैं। लेकिन उन्होंने आतंकी हमलों पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोला? उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है?
महत्वपूर्ण बिंदु
- जम्मू-कश्मीर में शांति और BJP के बड़बोलेपन और खोखले दावों की पूरी तरह से पोल खुल चुकी है।
- यह तथ्य कि भाजपा ने कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ने की भी जहमत नहीं उठाई।
- यह इस बात का प्रमाण है कि BJP की “नया कश्मीर” नीति पूरी तरह विफल रही है।