प्रियंका गांधी का योगी आदित्यनाथ पर पलटवार, युवाओं को युद्धग्रस्त इजरायल भेजने वाले इसे उपलब्धि बता रहे
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नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के संसद में फिलिस्तीन बैग ले जाने पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में टिप्पणी की थी. इस पर प्रियंका गांधी ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि यूपी के युवाओं को इजराइल में रोजगार देने की जगह उन्हें युद्धग्रस्त देश भेजने वाले इसे अपनी उपलब्धि बता रहे हैं. उन्हें न तो प्रदेश की बेरोजगारी का हाल पता है, न ही उन युवाओं और उनके परिवारों की पीड़ा की.
प्रियंका ने कहा कि इजराइल में काम करने गए युवा बंकरों में छुपकर अपनी जान बचा रहे हैं. युद्धग्रस्त देश की कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं. उनके परिवार अपने घर के बच्चों की सुरक्षा को लेकर हरदम डरे रहते हैं. इन्होंने हमारे होनहार युवा को रोजगार के लिए जान जोखिम में डालने को मजबूर किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये रोजगार दे ही नहीं सकते हैं. अपने युवाओं को रोजगार के लिए युद्ध क्षेत्र में झोंक देना पीठ थपथपाने की नहीं, बल्कि शर्म की बात है.
यूपी के युवाओं को यहां रोजगार देने की जगह उन्हें युद्धग्रस्त इजराइल भेजने वाले इसे अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। उन्हें न तो प्रदेश की बेरोजगारी का हाल पता है, न ही उन युवाओं और उनके परिवारों की पीड़ा।
उत्तर प्रदेश विधासभा में शीत कालीन सत्र में योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी वाड्रा के फिलिस्तीन बैग ले जाने पर कहा था कि कि विपक्ष की सांसद सदन में फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रही हैं, जबकि हमने यूपी के युवाओं को इजराइल में रोजगार देने का काम किया है. राज्य के करीब 5600 से ज्यादा युवा इजरायल गए हुए हैं.
वहां रह रहे युवाओं का रहने और खाने का इंतजाम एकदम फ्री है. इतना ही नहीं उन्हें काम करने के लिए डेढ़ लाख रुपए वेतन के तौर पर भी दिए जा रहे हैं. योगी आदित्यनाथ की इस टिप्पणी पर प्रियंका गांधी ने पलटवार करते हुए कहा कि रोजगार के लिए बेरोजगार युवाओं के जान की कीमत नहीं करना और उन्हें युद्धग्रस्त देश में भेज देना कहीं से भी उपलब्धि नहीं है. उन्हें अपनी पीठ थपथपानी नहीं बल्कि शर्म करनी चाहिए.