प्रियंका ने मप्र में बजा दिया चुनावी बिगुल

  • जनसभा में भाजपा सरकार पर जोरदार हमला
  • बोलीं- धनादेश के बल पर दबाया जनादेश
  • बड़े वादे करके भूल जाती बीजेपी
  • मोदी को दी गई गालियों से लंबी लिस्ट घोटालों की

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जबलपुर। मप्र में आने वाले विधान सभा व लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने वहां से चुनावी बिगुल बजा दिया है। वहां पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जो वादा करता है वो कर के चला जाता है। बड़े वादे और घोषणाएं कर के लोग चुनाव जीत जाते हैं, लेकिन उन वादों को पूरा नहीं करते। मैं आपको पुरानी राजनीति की याद दिलाना चाहती हूं वो जो कहते थे कर के दिखाते थे। आपकी सेवा सर्वोपरि होती थी। जो पिछले 18 सालों से हो रहा है आपके साथ वो गलत हो रहा है। आपका शोषण और इस्तेमाल हो रहा है। धनादेश के बल पर जनादेश को कुचला जाता है।
बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी को दी गई गालियों से लंबी तो एमपी बीजेपी सरकार के घोटालों की लिस्ट है। तकरीबन हर महीने एक घोटाला हो ही रहा है। वहीं, कांग्रेस महासचिव ने यह भी आरोप लगाया कि बीते 3 साल में शिवराज सरकार केवल 21 सरकारी नौकरियां ही दे सकी है।

कांग्रेस ने सजाई बजरंगबली की गदा

मप्र के चुनावी समर में बीजेपी की जगह कांग्रेस बजरंगबली का गदा लेकर आई है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के सोमवार 12 जून को जबलपुर आगमन पर स्वागत में कांग्रेस ने आदि शंकराचार्य चौक में बजरंग बली की 30 फीट ऊंची गदा सजाई है। यहां प्रियंका के साथ पीसीसी चीफ कमलनाथऔर उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ के होर्डिंग भी लगाए गए हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के मुताबिक हनुमान जी की 30-30 फुट की गदा पूरे शहर में लगाई गई है, जो न्याय की विजय का प्रतीक होगी।

मां नर्मदा की पूजा की

प्रियंका गांधी को मां नर्मदा की पूजा की। उनको चुनरी अर्पित की गई और गणेश भगवान की प्रतिमा भेंट स्वरूप दी गई है। प्रियंका ने यहां मौजूद सभी लोगों के साथ मां नर्मदा को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। गौरी घाट पर लोगों ने प्रियंका गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए। मां नर्मदा का पूजन करने के बाद अब प्रियंका गांधी जीत का आशीर्वाद लेने के लिए गौरी घाट पहुंची हैं। गौरीघाट में उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद हैं।

सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था

प्रियंका गांधी आज जबलपुर में तीन घंटे बिताने वाली हैं। लिहाजा उनकी सुरक्षा को लेकर काफी चाक चौबंध इतंजाम किए गए हैं। पुलिस को प्रियंका की सुरक्षा को लेकर खतरे का इनपुट भी मिला है। विशेष सतर्कता के चलते 200 अफसर और जवान प्रियंका गांधी की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।

बीजेपी धर्म की राजनीति करती है : कमलनाथ

जबलपुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमि है। कमलनाथ ने कहा कि मुझे जबलपुर आ कर अपनी जवानी के दिन याद आते हैं। ये मत सोचिएगा कि मैं बूढ़ा हो गया हूं। कमलनाथ ने कहा कि जबलपुर हमारे संस्कारों की धानी है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी धर्म की राजनीति करती है, धर्म का प्रचार करती है।

रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि

प्रियंका गांधी भंवरताल गार्डन में स्थित महारानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ता रक्तदान शिविर लगाकर नौजवानों के खून की एक बूंद राष्ट्र निर्माण के लिए भेंट करेंगे और एकत्र किया गया रक्त ब्लड बैंक को दान किया जाएगा। प्रियंका गांधी रक्तदान कार्यक्रम रक्तदान में शामिल होने के लिए शंकराचार्य चौक भी जाएंगी।

हिंदुत्व सरकार के ढोंग का पर्दाफाश: राउत

  • तीर्थयात्रियों पर पुलिस का लाठीचार्ज, शिंदे सरकार पर विपक्ष का हमला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। एक मंदिर की ओर जा रहे वारकरी भक्तों पर महाराष्ट्र के पुणे जिले के पंढरपुर में पुलिस के लाठीचार्ज पर विपक्ष ने शिंदे सरकार को निशाने पर ले लिया है। शिवसेना के वरिष्ठ सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है कि ओह ओह.. हिंदुत्व सरकार के ढोंग का पर्दाफाश हो गया। नकाब उतर गया, औरंगजेब क्या अलग व्यवहार करता था? मुगलों का महाराष्ट्र में पुनर्जन्म हुआ है।
ज्ञात हो कि भगवान कृष्ण के एक रूप भगवान विठोबा के भक्तों के द्वारा निकाले गए जुलूस के दौरान श्रद्धालुओं की पुलिस से बहस हो गई थी।

वारकरी बंधुओं पर लाठियां बरसाना निंदनीय : भुजबल

एनसीपी के छग्गन भुजबल ने ट्वीट किया, वारकरी संप्रदाय, वारकरी बंधुओं के प्रति सरकार की कोई जिम्मेदारी है या नहीं? उन्होंने लिखा श्री क्षेत्र आलंदी में जिस तरह से पुलिस ने वारकरी बंधुओं पर लाठियां बरसाईं, वह अत्यंत निंदनीय है। वारकरी संप्रदाय की नींव रखने वाले महान संत ज्ञानेश्वर महाराज के सान्निध्य में वारकरी बंधुओं का यह अपमान घोर निंदनीय है।

मणिपुर में केंद्र सरकार को झटका

  • शांति कमेटी में कुकी नेताओं ने किया शामिल होने से इनकार
  • सीएम से हैं नाराज कुकी जनजाति

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। मणिपुर में शांति प्रयासों को झटका लगा है। दरअसल केंद्र सरकार ने राज्य में शांति लाने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में 51 सदस्यीय शांति समिति का गठन किया था। इस समिति में सीएम एन बीरेन सिंह और विभिन्न जनजातियों के प्रतिनिधियों समेत बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को शामिल किया गया है। अब मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कुकी जनजाति के अधिकतर प्रतिनिधियों ने इस शांति समिति में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
कुकी जनजाति के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस पैनल में सीएम एन बीरेन सिंह और उनके समर्थकों को भी शामिल किया गया है, इसलिए वह इस शांति समिति का बायकॉट करेंगे। कुकी प्रतिनिधियों का ये भी कहना है कि उन्हें शांति समिति में शामिल करने से पहले उनसे इस बारे में नहीं पूछा गया था। साथ ही केंद्र सरकार को वार्ता के लिए सहायक परिस्थितियां बनानी चाहिए।

कोकोमी समूह से है आपत्ति

कुकी जनजाति के लोगों का आरोप है कि कोकोमी समूह ने कुकी लोगों के खिलाफ युद्ध घोषित कर रखा है। ऐसे में जब हिंसा जारी है तो हम मणिपुर सरकार के साथ बातचीत नहीं कर सकते। मणिपुर के जनजातीय संगठन आईटीएलएफ ने भी शांति समिति के गठन पर नाराजगी जाहिर की है। संगठन का कहना है कि शांति समिति के गठन से पहले हालात का सामान्य होना जरूरी है। हालांकि आईटीएलएफ ने राज्य में तुंरत शांति स्थापित करने बात भी कही लेकिन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के शांति समिति में शामिल होने का विरोध किया। बता दें कि मणिपुर में हिंसा शुरू हुए एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। इस हिंसा में अभी तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और सैंकड़ों घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में लोग बेघर हुए हैं।

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