नीतीश की उड़ान पर सवाल
बिहार सरकार के जेट विमान खरीदने की खबर आती ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 12 सीटर इस विमान की कीमत दो सौ पचास करोड़ रुपये बताई जा रही है। राज्य में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी इस पर सवाल उठा रही है और जनता के पैसों की बर्बाद बता रही है। नीतीश कुमार के इस कदम से शायद भाजपा को लग गया है कि यह उनकी 2024 की तैयारी से पूर्व की कसरत है। यही वजह है जो भाजपा के बड़े नेता इस बहाने नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। हालांकि विमान की खरीद के लिए बिहार सरकार के अपने तर्क हैं, मगर भाजपा इस पर उसे घिरने के लिए एडी-चोटी का जोर लगा रही है। इसकी वजह भी साफ है कि कुछ महीने पहले ही नीतीश कुमार के दल जेडीयू ने बिहार में भाजपा का साथ छोडक़र राजद से हाथ मिलाया है। इसकी टीस उसके लिए दर्ददायक बनी हुई है। नये गठबंधन के बनने से बिहार राज्य में सत्ता से बाहर होने का गम भी भाजपा के लिए बड़ा है।
दरअसल, लोकसभा की 40 सीटों वाले इस प्रदेश में पिछले आम चुनाव में जेडीयू-भाजपा ने मिलकर 39 सीटें जीती थी और केंद्र में मोदी-2 सरकार बनने का रास्ता आसान किया था। इधर लालू प्रसाद यादव के दल राजद से गठजोड़ के बाद नीतीश कुमार ने अघोषित तौर पर राष्ट्रीय राजनीति में पदार्पण कर लिया। भले ही वह अभी सीएम की कुर्सी पर आसीन हैं, मगर उन्होंने अपनी बड़ी कुर्सी के लिए लड़ाई के इरादों को जग-जाहिर तो कर ही दिया है। नीतीश दूसरे नेताओं के मुकाबले साफ छवि के नेता माने जाते हैं और सुशासन बाबू सियायत में उनका दूसरा नाम हैं। दूसरी बड़ी बात उनका अपने राज्य में पूर्ण शराबबंदी है। ऐसे में उनकी नये जेट विमान की उड़ान पर भाजपा सवाल तो उठा रही है, मगर शायद यह भूल गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक विमान की कीमत साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक की है। जो शायद पीएम मोदी के दल को जनता के पैसों की बर्बादी नहीं दिखती है। एक सवाल भाजपा को अपने पार्टी के प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति से भी पूछना चाहिए, मगर उस पर शायद ही भाजपा का कोई नेता जुबान खोलने की हिमाकत कर सके। फिलहाल भले ही नीतीश के जेट विमान पर भाजपा लाख सवाल खड़े करे, मगर नैतिकता के आधार पर मोदी से तुलना की जाए तो इस सवाल के कोई मायने नहीं रह जाते है। जिस पार्टी का नेता हजारों करोड़ के जेट प्लेन से दुनिया घूम रहा है उस दल का दूसरे पार्टी के नेता से महज दो सौ पचास करोड़ के विमान पर सवाल पूछना शोभनीय नहीं है।