BJP पर भड़के राहुल गांधी, कहा- गुजरात में भयानक जनाक्रोश, सत्ता जाने वाली है!

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात की ‘जन आक्रोश यात्रा’ के दौरान लोगों की शिकायतों के आधार पर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों गुजरात महात्मा गांधी और सरदार पटेल की जन्मभूमि.. आज नशे की लत, अवैध शराब के धंधे और अपराध की गिरफ्त में फंसती नजर आ रही है.. विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की नाकामी का सबूत बताया है.. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 2 दिसंबर को अपनी चल रही जन आक्रोश यात्रा के दौरान गुजरात के बनासकांठा जिले में बीजेपी पर तीखे हमले किए.. और उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान सैकड़ों महिलाएं उनसे मिली.. और अपनी पीड़ा बयां की.. महिलाओं ने बताया कि नशे, अवैध शराब और अपराध ने उनके जीवन में डर का साया ला दिया है..

आपको बता दें कि राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि गुजरात कांग्रेस की चल रही जन आक्रोश यात्राओं के दौरान लोग-खासकर महिलाएं- बार-बार बता रही हैं.. कि नशे, अवैध शराब और अपराध का बढ़ता खतरा उनके जीवन में असुरक्षा की भावना को गहरा रहा है.. और उन्होंने गुजरात को गांधी और पटेल की धरती बताते हुए कहा कि यहां सत्य, नैतिकता और न्याय की परंपरा रही है.. लेकिन पिछले कुछ सालों से युवाओं का भविष्य ड्रग्स और अपराध की अंधेरी दुनिया की ओर धकेला जा रहा है.. महिलाएं सड़कों पर उतर रही हैं.. क्योंकि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है..

राहुल ने सवाल उठाए कि बीजेपी सरकार चुप क्यों है.. वह कौन बीजेपी मंत्री है जिसके संरक्षण में यह सब चल रहा है.. गुजरात के गद्दारों को क्यों बचाया जा रहा है.. यात्रा के दौरान किसानों का मुद्दा भी प्रमुख रहा.. और उन्होंने कहा कि हाल की भयानकर बाढ़ ने हजारों परिवारों को बर्बाद कर दिया.. फसलें चौपट हो गईं, लेकिन डबल इंजन सरकार में राहत और संवेदना दोनों की कमी है.. जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.. तब राहत पैकेज की रट लगी रहती थी.. आज गुजरात डूब रहा है.. वे प्रधानमंत्री हैं.. लेकिन कुछ नहीं हो रहा है..

वहीं राहुल ने आगे कहा कि गुजरात में भयानक जनाक्रोश है.. हर परिवार बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है.. किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं.. ड्रग्स का कारोबार साफ क्यों नहीं.. कांग्रेस जनता की आवाज बनेगी.. और बीजेपी की नाकामी उजागर करेगी.. बता दें कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 21 नवंबर से 60 दिनों की जन आक्रोश यात्रा शुरू की.. इसका उद्देश्य किसानों, युवाओं, महिलाओं, पिछड़े और दलित समुदायों की समस्याओं को सामने लाना है.. यात्रा उत्तर गुजरात के धीमा से शुरू हुई.. जिसका पहला चरण 7 जिलों, 40 तालुकों और 12 शहरों से होकर गुजरेगा.. जिसमें कुल 1,100 किलोमीटर की दूरी तय कर आज समाप्त हो जाएगा..

जानकारी के मुताबिक यात्रा में राहुल गांधी के अलावा GPCC अध्यक्ष अमित चावड़ा.. शक्तिसिंह गोहिल, पूर्व अध्यक्ष अमी याज्ञनिक, जगदीश ठाकोर और हजारों कार्यकर्ता शामिल हैं.. जानकारी के अनुसार यात्रा के चौथे दिन भी भारी भीड़ जुटी.. जिसको लेकर अमित चावड़ा ने कहा कि 1100 किमी यात्रा में जनता का गुस्सा साफ दिख रहा है.. हर सभा में लोग नशे, अपराध और किसान संकट पर बोल रहे हैं…

गुजरात शराबबंदी वाला राज्य है.. लेकिन ड्रग्स स्मगलिंग का बड़ा केंद्र बन गया है.. 2024 में गुजरात एटीएस, एनसीबी और कोस्ट गार्ड ने 7,303 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की.. यह ज्यादातर पंजाब के लिए थी.. लेकिन स्थानीय खपत भी बढ़ रही है.. जिसमें मेफेड्रोन भारी मात्रा में शामिल है.. और 2024 में 1,882 किलो मेफेड्रोन जब्त भी हुई है.. जिसको लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल उठ रहा है कि नशे को खत्म करने वाली बीजेपी अपने घर को ही नशा मुक्त नहीं कर पा रही है.. मोदी सरकार के सभी दावे हवा हवाई होते हुए दिखाई पड़ रहे हैं.. जिसको देखते हुए अब विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है.. और गुजरात में बीजेपी की सत्ता जाना लगभग तय है..

एनसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2021-2024 में गुजरात बंदरगाहों से 3,407 किलो नारकोटिक्स जब्त हुईं.. मुंद्रा पोर्ट पर 2021 का 3,000 किलो हेरोइन का मामला देश का सबसे बड़ा था.. 2024-25 में 700 किलो मेथाम्फेटामाइन अरब सागर से पकड़ी गई.. 2024 में 757 लोग एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार हुए.. डी-एडिक्शन सेंटरों के आंकड़े बताते हैं कि 2019-2025 में नशा छुड़ाने वालों में 62% बढ़ोतरी हुई.. जिसमें ज्यादातर 18-25 साल के युवा शामिल है.. जो नशे की लत का शिकार हो रहे हैं.. सरकार रोजगार तो नहीं दे पा रही है.. लेकिन नशा जरूर दे दिया है.. जिससे युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है.. बता दें कि 2024 में सिंथेटिक ड्रग्स की जब्ती 2019 के मुकाबले 6 गुना बढ़ी है.. जिसको देखते हुए युवा नशे की शिकायत कर रहे हैं…

आपको बता दें कि गुजरात में शराबबंदी 1960 से है.. लेकिन अवैध शराब से मौतें रुक नहीं रही है.. 2022 की बोटाड हूच त्रासदी में 42 मौतें हुईं.. जिसका कारण मेथनॉल मिली शराब पीना था.. फरवरी 2025 में नडियाद में 3 मजदूरों की मौत हुई.. 2022-2024 में हर 4 सेकंड में एक बोतल अवैध शराब बिकी.. 2024 में 144 करोड़ की अवैध शराब जब्त हुई,, और अकेले अहमदाबाद से 70 करोड़ की शराब की जब्ती हुई.. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विधानसभा में कहा कि 15 सालों में 845 से ज्यादा मौतें अवैध शराब से हुईं.. महिलाओं ने यात्रा में बताया कि गांवों में शराब की भट्टियां खुलेआम चल रही हैं..

एनसीआरबी की 2022 रिपोर्ट के अनुसार गुजरात का कुल अपराध दर 11.9 है.. जो राष्ट्रीय औसत 30.2 से कम है.. लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध 2019-2022 में 13% कम हुए.. विपक्ष का कहना है कि आंकड़े छिपाए जा रहे हैं.. 2020-21 में 934 हत्याएं, 2022-23 में बढ़कर 955 हो गई.. बलात्कार के मामले 2,073 से बढ़कर 2,209 पहुंच गए.. अहमदाबाद और सूरत टॉप-10 अपराध शहरों में शामिल है.. 2024 में कुल अपराध 4.5% कम हुआ.. लेकिन साइबर क्राइम बढ़ गया…

2025 के मानसून में गुजरात के 18 जिलों में बाढ़ ने तबाही मचाई.. 22 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई.. 8 लाख किसान प्रभावित हुए.. कपास, मूंगफली, धान, दालें चौपट हो गई.. अक्टूबर-नवंबर में अनियमित बारिश ने 30 लाख हेक्टेयर खेतों को प्रभावित किया.. जिसके लिए सरकार ने 947 करोड़ का पैकेज घोषित किया.. गैर-सिंचित फसल पर 12,000 रुपये/हेक्टेयर, सिंचित पर 22,000, बागवानी पर 27,500 रुपये निर्धारित किए गए.. और नवंबर में 10,000 करोड़ का अतिरिक्त पैकेज दिया गया.. लेकिन किसान कहते हैं कि प्रति किसान 44,000 रुपये से ज्यादा नहीं मिलेगा.. जबकि नुकसान 50,000 से ऊपर का हुआ है.. जिसके चलते अब कर्ज माफी की मांग तेज हो गई है.. लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ..

 

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