भारत के विरोध में कुछ भी नहीं कहा: राहुल गांधी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से लंदन में भारतीय लोकतंत्र को लेकर की गई टिप्पणी के लिए लगातार हमलों का सामना करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर मुझे बोलने और जवाब देने का मौका दिया जाएगा तो लोकसभा में बोलूंगा। इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री किरन रीजिजू ने राहुल पर हमला करते हुए कहा कि देश ने कांग्रेस और राहुल गांधी को खारिज कर दिया है, इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें विदेशी भूमि पर लोकतंत्र का अपमान करने का अधिकार ही मिल गया।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से संसद जाते हुए समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, मैंने भारत विरोधी कुछ भी नहीं बोला (लंदन सेमिनार में)। अगर वे अनुमति देंगे तो मैं संसद के अंदर बोलूंगा।
पिछले दिनों लंदन यात्रा पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतांत्रिक ढांचों पर लगातार ‘बर्बर हमले’ हो रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि देश की संस्थाओं पर व्यापक हमला हो रहा है। हालांकि कांग्रेस नेता की ओर से की गई टिप्पणियों को लेकर बीजेपी के सांसद संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में दोनों सदनों में लगातार हंगामा कर रहे हैं और उनसे अपने बयान के लिए माफी की मांग भी कर रहे हैं।
राहुल की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए रीजिजू ने कहा कि भारत विरोधी ताकतों और एक गैंग ने विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने की साजिश रची थी और वे वही भाषा बोल रहे हैं जो राहुल गांधी बोलते हैं। उन्होंने कहा, हम जनता के हित में बोलते हैं लेकिन भारत विरोधी ताकतें जितनी भी हैं उन सभी की भाषा और लाइन एक है, जो राहुल गांधी बोलते हैं। वही भाषा भारत के अंदर और वही भाषा भारत के बाहर। भारत के विरोध में काम करने वाले बोलते हैं। उन्हें संसद में माफी मांगनी होगी। बतौर सांसद यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनसे माफी मांगने को कहें।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि देश ने राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी को खारिज कर दिया है, इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें विदेशी भूमि पर लोकतंत्र का अपमान करने का अधिकार मिल गया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी जो भी बोलते हैं, कांग्रेस को नुकसान होता है। इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस किस परिस्थिति में है यह उनका अंदरूनी मामला है।
दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर विपक्ष को उकसाने का आरोप लगाते हुए आज गुरुवार को कहा कि वह अडानी मुद्दे और अपनी ‘नाकामियों’ पर चर्चा से बचने के लिए संसद नहीं चलने दे रही है। खरगे ने एक बार फिर कहा कि राहुल गांधी की ब्रिटेन में की गई टिप्पणी को लेकर माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे ने कहा, क्या आपने कभी सुना है कि सत्ता पक्ष के लोग कार्यवाही को रोज बाधित करते हैंज्? वे पहले खड़े हो जाते हैं और माफी मांगो, माफी मांगो के नारे लगाने लगते हैंज्, यह क्या है? सरकार उकसा रही है और वे दूसरों को लोकतंत्र का उपदेश दे रहे हैं।
दूसरी ओर, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सदन में ‘सरकार प्रायोजित व्यवधान’ के खिलाफ पत्र लिखा और उनसे यह तय करने का अनुरोध किया कि विपक्षी सदस्यों को निष्पक्ष तरीके से अपने विचार व्यक्त करने का अवसर मिले।
लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने यह आरोप भी लगाया कि उनकी मेज पर लगा माइक पिछले तीन दिनों से बंद है और इससे राहुल गांधी के उस बयान की पुष्टि होती है कि भारत में विपक्षी सदस्यों के माइक बंद कर दिए जाते हैं। उन्होंने कहा, यह देखकर बहुत दुख होता है कि 13 मार्च, 2023 को सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद से सरकार प्रायोजित व्यवधान जारी है।

 

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