किसानों से मिलकर राहुल गांधी ने जानीं उनकी समस्याएं

  • राहुल बोले- वो किसान इसीलिए उन्हें आने से रोका
  • अन्नदाताओं को सदन में आने से रोकने पर भड़के कांग्रेस सांसद
  • लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल
  • किसानों ने राहुल से की निजी सदस्य विधेयक लाने की बात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से आज किसान नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल मिला। जिसने राहुल को अपनी समस्याएं बताईं। हालांकि, सदन के बाहर उस समय हंगामा मच गया जब इन किसानों को सदन के अंदर नहीं आने दिया गया।
दरअसल, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान नेताओं को संसद में अपने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया था। मगर बवाल तब हो गया, जब किसानों को संसद के अंदर नहीं आने दिया। हालांकि, हंगामे और विरोध के बाद किसान नेताओं के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।

22 जुलाई को देशभर में मोदी सरकार का पुतला जलाएंगे किसान

22 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने कहा था कि वे देशभर में मोदी सरकार के पुतले जलाएंगे। एमएसपी गारंटी को कानूनी बनाने की अपनी कानून की गारंटी, ऋण माफी, फसल बीमा, किसानों और खेतिहर मजदूरों की पेंशन, बिजली के निजीकरण को वापस लेने समेत अन्य मांगों को पूरा करने के लिए नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। इसके अलावा विपक्ष द्वारा निजी विधेयकों का समर्थन करने के लिए मार्च भी निकालेंगे। प्रदर्शनकारी किसान 15 अगस्त को देश भर में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। और नए क्रिमिनल बिल की कॉपियां भी जलाएंगे।

अन्य कांग्रेस नेता भी रहे मौजूद

किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के तत्वावधान में देशभर से आए 12 किसान नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राहुल गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल, अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, सुखजिंदर सिंह रंधावा, गुरजीत सिंह औजला, धर्मवीर गांधी, डॉ. अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा और जय प्रकाश भी मौजूद रहे।

राहुल ने लगाए थे आरोप

मुलाकात से कुछ देर पहले राहुल ने किसानों को संसद के अंदर नहीं आने देने का आरोप लगाया था। राहुल ने पत्रकारों से कहा कि हमने किसान नेताओं को यहां मिलने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन वे उन्हें यहां नहीं आने दे रहे हैं। क्योंकि वे किसान हैं, शायद यही कारण है कि वे उन्हें अंदर नहीं आने दे रहे हैं। राहुल ने आगे कहा कि यह समस्या है। मगर हमें क्या करना चाहिए? यह एक तकनीकी मुद्दा भी हो सकता है। हालांकि, कुछ देर बाद किसानों को अंदर जाने की इजाजत मिल गई। एजेंसी के मुताबिक, किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने राहुल गांधी के सामने प्राइवेट मेंबर्स बिल (निजी सदस्य विधेयक) लाने की बात रखी है।

विपक्ष का संसद में हल्लाबोल, केंद्र को जमकर घेरा

  • अखिलेश बोले- अगर पैकेज से ही सरकार बननी है तो पैकेज इंडिया भी तैयार रखे
  • बजट पर चर्चा के दौरान संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने काटा गदर
  • राज्यसभा में विपक्ष ने किया सदन से वॉक आउट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के मानसूत्र का आज तीसरा दिन है। इस तीसरे दिन की शुरूआत ही हंगामेदार हुई। मंगलवार को वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट पर आज सदन में चर्चा हो रही है, लेकिन विपक्ष बजट को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है। यही वजह रही कि विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में बजट पर जमकर हंगामा किया और सरकार को घेरा।
इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से किसानों का प्रतिनिधिमंडल मिला। हालांकि, इसे लेकर भी राहुल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों को लोकसभा में नहीं आने दिया गया। उन्हें रोकने का प्रयास किया गया। वहीं बजट पर विपक्ष ने संसद परिसर से लेकर सदन के अंदर तक हंगामा किया और अपना विरोध दर्ज कराया।

दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रहा : अखिलेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र को घेरते हुए कहा कि समर्थन मूल्य किसान को न देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था। दिल्ली का लाभ, लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया और इसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी। सपा प्रमुख ने कहा कि अगर पैकेज से ही सरकार बननी है तो पैकेज इंडिया गठबंधन वाले भी तैयार रखे हैं।

राज्यों के बीच भेदभाव कर रहा केंद्र : प्रियंका

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि केंद्र सरकार राज्यों के बीच भेदभाव कर रही है, जो कि संघीय ढांचे के भी खिलाफ है। इंडिया गठबंधन हर अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगा और लोगों की आवाज उठाता रहेगा।

विपक्ष का विरोध प्रदर्शन

विपक्ष ने बजट को भेदभावपूर्ण बताया है और संसद भवन परिसर में बजट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव समेत इंडी ब्लॉक के सांसदों ने बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ कथित भेदभाव को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button