ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर राहुल गांधी ने जताई आपत्ति

4PM न्यूज़ नेटवर्क: ज्ञानेश कुमार अब नए मुख्य चुनाव आयुक्त बन गए हैं। जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। कानून मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर कहा कि ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त (चीफ इलेक्शन कमिश्नर) नियुक्त किया गया है। PM मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी की 3 सदस्यीय कमेटी ने यह फैसला किया। हालांकि, मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त का चयन 2:1 के बहुमत से हुआ है। कारण कि राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में मौजूदा चयन के कानून की सुनवाई का हवाला देते हुए अपनी असहमति जताई। ऐसे में अब सवाल है कि आखिर राहुल गांधी ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति से क्यों खुश नहीं हैं? कांग्रेस ने क्यों आपत्ति जताई है?

राहुल गांधी ने चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया में हस्तक्षेप का लगाया आरोप

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए ‘X’ पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार पर चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयुक्त और CEC की नियुक्ति से संबंधित समिति की बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को एक असहमतिपूर्ण नोट सौंपा था। इस नोट में राहुल गांधी ने साफ कहा कि चुनाव आयोग की स्वतंत्रता विशेष रूप से चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया सरकार के हस्तक्षेप से मुक्त होनी चाहिए।

इसके अलावा राहुल गांधी ने ये भी दावा किया कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश को इस चयन समिति से हटा दिया। वहीं इसके कारण चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर मतदाताओं के मन में चिंता और बढ़ गई है। उन्होंने ये भी कहा कि यह सरकार के लिए जिम्मेदारी से भागने और लोकतांत्रिक संस्थाओं के सम्मान का उल्लंघन है।

कांग्रेस नेता ने ये भी स्पष्ट किया कि नेता प्रतिपक्ष (LoP) के रूप में उनका यह कर्तव्य है कि वह बाबासाहेब आंबेडकर और हमारे देश के संस्थापक नेताओं के आदर्शों का पालन करते हुए सरकार को जवाबदेह ठहराएं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है, केवल 48 घंटे में इस पर सुनवाई होनी है। ऐसे में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का आधी रात में चुनाव आयुक्त की चयन पर फैसला लेना अनुचित है।

https://x.com/RahulGandhi/status/1891750805172031920

महत्वपूर्ण बिंदु

  • राहुल ने अपने ट्वीट में ये भी कहा कि यह सरकार की ओर से उठाया गया एक अपमानजनक और असम्मानजनक कदम है।
  • चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठने के बावजूद इस पर जल्दबाजी में फैसला लिया गया है।
  • ऐसे में उनका मानना है कि ऐसे कदम भारतीय लोकतंत्र की मजबूती को कमजोर कर सकते हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=9yHZZACucEo

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