ओम बिरला के इमरजेंसी प्रस्ताव पर नाखुश राहुल गांधी, कहा- राजनीतिक प्रस्ताव से हमें बचना चाहिए
लोकसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को आपातकाल की निंदा का प्रस्ताव पढ़ा था। उस दौरान ओम बिरला ने आपातकाल की कड़े शब्दों में निंदा की...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को आपातकाल की निंदा का प्रस्ताव पढ़ा था। उस दौरान ओम बिरला ने आपातकाल की कड़े शब्दों में निंदा की और इसे देश के इतिहास का एक काला अध्याय बताया था। वहीं इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार (27 जून) को सदन के अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। और राहुल गांधी ने स्पीकर के द्वारा सदन के भीतर आपातकाल का उल्लेख किए जाने को लेकर यह कहते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। दरअसल, राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष के सामने इमरजेंसी प्रस्ताव पर नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ऐसे राजनीतिक प्रस्तावों से हमें बचना चाहिए।
राहुल गांधी ने इमरजेंसी प्रस्ताव पर नाखुशी जाहिर की
इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि ‘बीजेपी ने आज जो कुछ भी किया है वह सिर्फ दिखावा है। उस समय (आपातकाल) सिर्फ वह ही जेल नहीं गए थे बल्कि सपा और अन्य नेताओं ने भी उस समय को देखा। हम कब तक अतीत की ओर देखते रहेंगे? क्या BJP लोकतंत्र रक्षक सेनानी को दिया जाने वाला भत्ता बढ़ाएगी?”
जानिए क्या कहा था स्पीकर ने?
आपको बात दें कि स्पीकर ने कहा था कि वह कालखंड काले अध्याय के रूप में दर्ज है जब देश में तानाशाही थोप दी गई थी, लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया था और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया गया था। इस दौरान सदन में कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की है।