राहुल गांधी का विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर हमला: भारत की विदेश नीति हो रही ध्वस्त
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि जयशंकर के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति ध्वस्त हो चुकी है और इससे देश की अंतरराष्ट्रीय साख को नुकसान पहुंचा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और विदेश मंत्री एस.जयशंकर को निशाने पर लिया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि जयशंकर के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति ध्वस्त हो चुकी है और इससे देश की अंतरराष्ट्रीय साख को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस दावे के भी उठाया जिसमें ट्रम्प ने कहा था कि भारत ने उन्हें पाकिस्तान और कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए कहा था। राहुल गांधी ने इस पर सवाल खड़े करते हुए केंद्र सरकार की पारदर्शिता पर गंभीर संदेह जताया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने सवाल किया कि भारत को बार-बार पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा जा रहा है और किसने अमेरिका केपूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की मांग की.
राहुल गांधी ने कांग्रेस की ओर से साझा किए गए एक वीडियो को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “क्या जेजे बताएंगे: भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा गया? पाकिस्तान की निंदा करने में कोई देश भारत के साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ? किसने ट्रंप से भारत-पाक के बीच मध्यस्थता करने को कहा?”
Will JJ explain:
• Why has India been hyphenated with Pakistan?
• Why didn’t a single country back us in condemning Pakistan?
• Who asked Trump to “mediate” between India & Pakistan?India’s foreign policy has collapsed. https://t.co/m8q2lAFRm4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 23, 2025
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री पर सीधे निशाना साधते हुए उन्हें ‘जेजे’ कहा. कांग्रेस का आरोप है कि जयशंकर ने “ऑपरेशन सिंदूर” से पहले पाकिस्तान को सतर्क कर दिया था, जिससे भारत की सैन्य कार्रवाई के प्रभाव को कम करने की कोशिश की गई. इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जयशंकर विदेश मंत्री पद के लिए एक “बोझ” बन गए हैं और देश के राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा हैं. उन्होंने मांग की कि जयशंकर को तत्काल पद से हटाया जाए और उनकी भूमिका की एक स्वतंत्र जांच करवाई जाए.
इस पूरे विवाद की पृष्ठभूमि में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है, जिसके जवाब में भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान में आतंकी ढांचों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इसके बाद 8 से 10 मई के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमलों का दौर चला, जिसके बाद दोनों देशों ने 10 मई को युद्धविराम पर सहमति जताई.
उसी दिन, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच यह युद्धविराम वाशिंगटन की मध्यस्थता के कारण संभव हुआ है. भाजपा ने राहुल गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए उन्हें “आधुनिक मीर जाफर” करार दिया है, जबकि कांग्रेस ने जयशंकर की तुलना “नए युग के जयचंद” से की है. दोनों दलों के बीच इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर तीखी नोकझोंक और मीम युद्ध भी जारी है. यह घटनाक्रम आने वाले आम चुनावों से पहले राजनीतिक वातावरण को और भी अधिक गर्म करता दिख रहा है, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनकर उभरे हैं.



