बिहार में खेल बदलने को तैयार, वोट चोरी का सबूत लेकर SC जाएगी कांग्रेस, होगा बड़ा धमाका!
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की हुई अप्रत्याशित जीत को लेकर राहुल गांधी ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है... और सबूत के साथ सुप्रीम...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने पूरे देश को हिला दिया है.. 243 सीटों वाली इस सभा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन ने करीब 202 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया.. इसमें भाजपा को 89 और जनता दल यूनाइटेड को 85 सीटें मिलीं.. महागठबंधन को महज 31 सीटें ही नसीब हुईं.. जिसमें आरजेडी की 25 सीटें शामिल हैं.. यह एनडीए की पांचवीं लगातार जीत है.. और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर सत्ता में लौट आए हैं.. लेकिन यह जीत इतनी एकतरफा क्यों लग रही है.. विपक्ष का दावा है कि यह जनादेश नहीं, बल्कि वोट चोरी का नतीजा है.. चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगे हैं.. और सुप्रीम कोर्ट जाने की बात हो रही है..
चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक.. एनडीए का स्ट्राइक रेट (जिताई गई सीटों का प्रतिशत) करीब 85-90% रहा.. भाजपा का यह आंकड़ा 95% तक पहुंच गया.. इतिहास में किसी गठबंधन या पार्टी का ऐसा प्रदर्शन कभी नहीं हुआ.. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इसे अविश्वसनीय बताया.. और उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में कोई पार्टी 90% स्ट्राइक रेट हासिल नहीं कर पाई.. यह संदेह पैदा करता है..
एनडीए की जीत के पीछे कई कारक बताए जा रहे हैं.. भाजपा की बूथ-स्तरीय मशीनरी, महिलाओं के लिए 10,000 रुपये की योजना.. और नीतीश कुमार की जातिगत अपील ने असर दिखाया.. वोटर टर्नआउट 67.13% रहा, जिसमें महिलाओं का 71.6% और पुरुषों का 62.8% था.. लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह आंकड़े धोखा हैं.. महागठबंधन का वोट शेयर 38% रहा.. जबकि एनडीए का 52% रहा.. फिर भी 126 ऐसी सीटें हैं जहां स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन में सबसे ज्यादा नाम कटे.. और वहां एनडीए ने साफ जीत हासिल की.. यह संयोग है या साजिश.. यह जांच का विषय है..
आपको बता दें कि चुनाव से पहले ईसीआई ने बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन चलाया.. यह जुलाई 2025 में शुरू हुआ.. इसका मकसद वोटर लिस्ट को साफ करना था.. आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि कुल 7.42 करोड़ वोटर बचे.. जो पहले से 6% कम हैं.. 69 लाख नाम कटे और 21 लाख नए जोड़े गए.. ईसीआई का दावा है कि 99% डिलीशन्स रूटीन कारणों से हुए..
लेकिन विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर में असली वोटरों के नाम काटे गए.. जबकि फर्जी जोड़े गए.. रिपोर्टर्स कलेक्टिव की जांच में 39 विधान सभाओं में 1.88 लाख डुप्लिकेट वोटर मिले.. कुल 14.35 लाख संदिग्ध एंट्रीज हैं.. जिनमें 3.42 लाख में नाम और रिश्तेदार एक जैसे हैं.. तीन विधान सभाओं में एक ही पते पर 877, 855 और 853 वोटर रजिस्टर्ड हैं.. पिपरा, बगहा और मोतिहारी में 80,000 से ज्यादा फर्जी पते हैं..
कांग्रेस का कहना है कि ईसीआई ने डुप्लिकेट्स पकड़ने वाले सॉफ्टवेयर ‘ईरोनेट’ का इस्तेमाल नहीं किया.. सुप्रीम कोर्ट ने 7 अक्टूबर को ईसीआई से ट्रांसपेरेंसी मांगी.. कोर्ट ने कहा कि नाम काटने-जोड़ने के डेटा को सार्वजनिक करो.. लेकिन ईसीआई ने कहा कि पार्टियां ड्राफ्ट चेक कर सकती थी.. वहीं विपक्ष का सवाल है कि अगर सॉफ्टवेयर था.. तो इस्तेमाल क्यों नहीं हुआ.. क्या यह जानबूझकर छोड़ा गया..
विपक्ष के वोट फ्रॉड के सबसे गंभीर आरोप हैं.. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में दिखा कि हरियाणा से चार स्पेशल ट्रेनों में 6,000 भाजपा वोटर बिहार लाए गए.. एक रेडिट पोस्ट में दावा है कि ये वोटर दूसरे राज्यों से भरे गए.. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो शेयर किया.. जिसमें भाजपा कार्यकर्ता ने दो जगह वोटिंग कबूली.. पपीते के दूध से इंक मिटाकर दोबारा वोट डाला गया..
बिहार डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर आरोप कि वे दो जगह रजिस्टर्ड हैं.. आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा और भाजपा नेता अजित कुमार झा ने हरियाणा.. और बिहार दोनों में वोट डाला.. झा के पिता के भी डुप्लिकेट आईडी हैं.. राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में 5.21 लाख डुप्लिकेट्स का हवाला देकर कहा कि एक विधानसभा में एक फोटो से 100 वोट.. बिहार में भी यही हुआ है…
टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने फरवरी से ही डुप्लिकेट ईपीआईसी का मुद्दा उठाया.. मार्च में ईसीआई से वादा लिया कि जून तक ठीक करेंगे.. लेकिन सितंबर में भी 1.88 लाख डुप्लिकेट्स वोटर बचे.. सपा मीडिया सेल ने कहा कि वोट डकैती हुई.. ईसीआई ने भाजपा का साथ दिया..
आपको बता दें कि कांग्रेस का बड़ा दावा है कि 14 लाख डुप्लिकेट्स दूसरे राज्यों से टेली करके लाए गए.. और ट्रेन वोटर्स ने उनका फायदा उठाया… कपिल सिब्बल जैसे वकील ने भी मामला उठाया.. लेकिन ईसीआई ने कोई कार्रवाई नहीं की.. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर विपक्ष ने निशाना साधा.. और कांग्रेस ने कहा कि ईसीआई बनाम बिहार की जनता.. ज्ञानेश कुमार ने पीएम के साथ मिलकर चुनाव लिखा.. भूपेश बघेल ने तंज कसा.. और उन्होंने भाजपा को जीत दिलाई.. ईसीआई ने शिकायतों पर सफाई दी कि कोई सिस्टेमेटिक फ्रॉड नहीं साबित हुआ.. लेकिन बीबीसी की रिपोर्ट कहती है.. ईसीआई की विश्वसनीयता पर सवाल हैं.. वोटर लिस्ट में गलत फोटो और मृत लोगों के नाम बने रहने की शिकायतें आईं..
ईसीआई ने कहा कि पार्टियां फॉर्म भरकर डुप्लिकेट्स रिपोर्ट कर सकती थी.. लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह उनकी जिम्मेदारी नहीं.. सुप्रीम कोर्ट ने 3.66 लाख नाम बिना नोटिस काटने पर सवाल उठाए.. फिर भी आचार संहिता के दौरान 10,000 रुपये की योजना चली.. ईसीआई चुप रही.. राहुल गांधी ने रिजल्ट पर पहली प्रतिक्रिया में कहा कि यह सरप्राइजिंग है.. हम ऐसी चुनाव में जीत नहीं सकते जो शुरू से फेयर नहीं था.. और उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे से मीटिंग की.. तेजस्वी यादव से फोन पर बात की.. कांग्रेस ने ‘टीम राहुल’ बनाई.. जो 126 सीटों पर फोकस करेगी जहां एसआईआर में ज्यादा कटौती हुई.. सूत्र बताते हैं कि सबूत इकट्ठा हो रहे हैं.. जो सुप्रीम कोर्ट में ‘वोट चोरी’ और संविधान उल्लंघन साबित करेंगे..



