कोलंबिया में राहुल के बयान से देश में घमासान
भाजपा ने कांग्रेस व नेता प्रतिपक्ष किया तीखा प्रहार, बोले नेता प्रतिपक्ष- भाजपा-आरएसएस में कायरता भरी पड़ी

मोदी सरकार को घेरा भारत में लोकतंत्र पर हमला सबसे बड़ा खतरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कोलंबिया में मोदी सरकार पर भारत के लोकतंत्र को खतरे में डालने का आरोप लगाया, इसे देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने भाजपा-आरएसएस की विचारधारा को कायरता पर आधारित बताते हुए कहा कि यह कमजोरों को निशाना बनाती है और देश की विविधता के लिए खतरा है। राहुल ने लद्दाख और बिहार में सरकार की नीतियों की भी आलोचना की। उधर राहुल के बयान के बाद से देश में सियासी कोहराम मच गया है।
भाजपा ने कांग्रेस व सांसद राहुल गांधी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि वह देश को विदेशों में बदनाम करत हैं। राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि भारत में इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में मजबूत क्षमताएं हैं, जिसके कारण वह देश के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि देश को कुछ संरचनात्मक खामियों को ठीक करने की जरूरत है, जिनमें सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र पर हो रहा व्यापक हमला है। गांधी ने जोर देकर कहा कि भारत कई धर्मों, परंपराओं, भाषाओं और विचारों का देश है। इन विविध संस्कृतियों को फलने-फूलने के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था ही सबसे अच्छा स्थान देती है, और इसी व्यवस्था पर हमला हो रहा है, जो कि एक बड़ा खतरा है।

कमजोर को पीटना, बलवान से दूर भागनाबीजेपी-आरएसएस की यही विचारधारा है
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि कायरताआरएसएस और बीजेपी की विचारधारा की जड़ में है। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के 2023 में दिए बयान का हवाला देते हुए कहा कि संघ और बीजेपी की सोच कमजोर लोगों पर हमला करना और ताकतवरों से भागना है। राहुल गांधी ने कहा, अगर आप ध्यान दें, विदेश मंत्री ने कहा कि चीन हमसे कहीं ज्यादा शक्तिशाली है। मैं उनसे लड़ाई कैसे करू? इसकी जड़ में कायरता है। उन्होंने विनायक दामोदर सावरकर की किताब का हवाला दिया, जिसमें सावरकर ने लिखा था कि उन्होंने और उनके दोस्तों ने एक मुस्लिम व्यक्ति को पीटा और उस दिन खुश महसूस किया। राहुल गांधी ने कहा, अगर पांच लोग एक व्यक्ति को पीटें और उनमें से किसी को खुशी हो, तो यह कायरता है। यही क्रस्स् की विचारधारा है-कमजोर लोगों को पीटना।
विदेशी धरती से भारत विरोधी बातें करना उनकी पुरानी आदत : भंडारी
भाजपा ने राहुल गांधी के कोलंबिया बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि वे भारत की प्रगति से जलन के कारण लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं। प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने गांधी-वाड्रा परिवार पर 70 सालों तक देश को पिछड़ा रखने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया, जबकि अब भारत 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गया है। यह बयानबाजी भारत की आर्थिक प्रगति और विपक्षी आलोचना के बीच के तनाव को उजागर करती है। भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी को भारत विरोधी और देश की प्रगति से नफरत करने वाला बताया। प्रदीप भंडारी ने आरोप लगाया कि केवल भारत और उसकी प्रगति से नफरत करने वाला व्यक्ति ही विदेशी धरती पर जाकर यह कह सकता है कि भारत अग्रणी नहीं हो सकता।
जनता माफ नहीं करेगी : रविशंकर प्रसाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत का अपमान करने का आरोप लगाया और केंद्र सरकार पर उनके लोकतंत्र पर हमले के आरोप का बचाव किया। यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी सत्ता के लिए ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के विकास को गाली देने का भी आरोप लगाया। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में हैं। अच्छा होता अगर वह भारत की भलाई की कामना करते, लेकिन वह भारत पर हमला कर रहे हैं। वह हर बात निराधार कहते हैं। वह कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र नहीं है। यहाँ पूर्ण लोकतंत्र है, लेकिन राहुल गांधी के साथ समस्या यह है कि वह सत्ता चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा, ोलंबिया के बोगोटा में, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं है और लोगों को बोलने की आज़ादी नहीं है। राहुल गांधी सबसे ज़्यादा प्रधानमंत्री मोदी और देश के विकास को गाली देते हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि अगर राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान भारत का अपमान करते रहेंगे, तो जनता उन्हें वोट नहीं देगी। प्रसाद ने आगे कहा कि चीन के प्रति उनका प्रेम तब स्पष्ट हो गया था जब उन्होंने कहा था कि भारत एक वैश्विक शक्ति नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि अगर आप विदेश जाकर भारत का अपमान करेंगे, तो जनता आपको वोट नहीं देगी और आप इस बार जीती हुई सीटें नहीं जीत पाएँगे। अब आप चीन की तारीफ़ कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत एक बड़ी वैश्विक शक्ति नहीं बन सकता, लेकिन चीन दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।
रावण दहन के पुतले को लेकर मचा बवाल
एवीबीपी और लेफ्ट ग्रुप के बीच भिड़ंत
उमर खालिद और शरजील की फोटो लगाने पर की आपत्ति
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 2 अक्टूबर को विजयादशमी के अवसर पर आयोजित विसर्जन शोभा यात्रा के दौरान एक हिंसक झड़प हुई। यह झड़प छात्र समूहों द्वारा किए गए प्रतीकात्मक प्रदर्शनों से उपजी थी, जिनमें से प्रत्येक ने एक-दूसरे पर उकसावे का आरोप लगाया था।
जेएनयूएसयू के संयुक्त सचिव वैभव मीणा के अनुसार, विश्वविद्यालय छात्र संघ ने विजयादशमी समारोह के उपलक्ष्य में साबरमती ढाबा पर प्रतीकात्मक रावण दहन का आयोजन किया था। इस अनुष्ठान के दौरान अफज़़ल गुरु, उमर खालिद, शरजील इमाम, जी साईं बाबा और चारु मजूमदार सहित नक्सली या वामपंथी आंदोलनों से जुड़े व्यक्तियों के पुतले और पोस्टर जलाए गए। मीणा ने कहा कि इस कृत्य का उद्देश्य परिसर में नक्सल जैसी ताकतों का प्रतीकात्मक रूप से खंडन करना था। पुतले दहन के बाद, दुर्गा प्रतिमाओं और छात्रों के साथ पूरे परिसर में विसर्जन शोभा यात्रा निकाली गई।
हालाँकि, वामपंथी छात्र समूहों ने इस घटना को बेहद भडक़ाऊ बताया। उन्होंने आयोजकों पर जेएनयू के पूर्व छात्रों उमर खालिद और शरजील इमाम, जो अपनी राजनीतिक सक्रियता के लिए जाने जाते हैं, को दुष्ट व्यक्ति के रूप में गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। जेएनयूएसयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि समस्या तब शुरू हुई जब ऑनलाइन पोस्टर प्रसारित हुए जिनमें रावण दहन की बात कही गई थी, जिसमें खालिद और इमाम के पुतले भी शामिल थे। उन्होंने कहा, वे गोडसे का पुतला नहीं जला रहे हैं, बल्कि लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वालों को जलाने की कोशिश कर रहे हैं। वामपंथी छात्र समूह साबरमती टी पॉइंट पर अपने विरोध प्रदर्शन के लिए इक_ा हुए थे और विरोधी गुट पर संवैधानिक अधिकारों की वकालत करने वाले कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया था। दुर्गा विसर्जन जुलूस के धरना स्थल से गुजऱते ही तनाव बढ़ गया। मीणा ने दावा किया कि वामपंथी समूहों के सदस्यों ने यात्रा में शामिल छात्रों पर चप्पल और जूते फेंके, जिससे कुछ घायल हो गए। उन्होंने कहा कि छात्र संघ इस घटना के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगा।
महानगर में स्कूली वैन और फाच्र्यूनर की भिड़ंत दो छात्राएं घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में बेलगाम रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। वजीरगंज में हुए दर्दनाक हादसे की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि महानगर थाना क्षेत्र में एक और बड़ा हादसा हो गया।
माउंट कार्मल कॉलेज की स्कूली वैन बच्चों को लेकर जा रही थी। जैसे ही वैन मिडलैंड अस्पताल के पास पहुंची, सामने से तेज रफ्तार आ रही फाच्र्यूनर ने जोरदार टक्कर मार दी। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। वैन में नौ छात्र-छात्राएं सवार थे, जिनमें 15 वर्षीय और 13 वर्षीय दो छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। बाकी सात बच्चे किसी तरह बाल-बाल बच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को आनन-फानन में एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
राजग गठबंधन को करारा झटका
जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार राजद में होंगे शामिल चुनाव में देंगे चुनौती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
खगडिय़ा। विधानसभा चुनाव 2025 से दल बदल का खेल जारी है। एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जनार्दन यादव जनसुराज में शामिल हो गए थे। आज जनता दल यूनाइटेड के विधायक डॉ. संजीव कुमार राष्ट्रीय जनता दल का दामन थामने जा रहे हैं। वह पिछले कुछ महीनों से अपनी पार्टी से नाराज चल रहे थे।
राजद के खगडिय़ा जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 3 अक्टूबर को गोगरी स्थित भगवान उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में डॉ. संजीव पार्टी में विधिवत शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की उपस्थिति भी तय मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि डॉ. संजीव अपने हजारों समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण करेंगे, जिससे परबत्ता क्षेत्र का राजनीतिक संतुलन पूरी तरह बदल सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि डॉ. संजीव का एनडीए से मोहभंग होना पहले से तय था। एनडीए द्वारा आयोजित विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों से उनकी लगातार गैरमौजूदगी विशेषकर 27 सितंबर को परबत्ता सम्मेलन और 25 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम से दूरी इस बदलाव के साफ संकेत थे।
कई बार अपनी ही सरकार की आलोचना कर चुकेहैं
डॉ. संजीव कुमार अपनी बेबाकी और मुद्दों पर स्पष्ट राय रखने के लिए जाने जाते हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा होते हुए भी उन्होंने कई बार किसानों के हक, जमीन विवाद और निर्माण परियोजनाओं में गड़बडिय़ों को लेकर अपनी ही सरकार की आलोचना की है। राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो डॉ. संजीव पूर्व मंत्री और पांच बार के विधायक डॉ. आरएन सिंह के पुत्र हैं, जिनकी पहचान जदयू के मजबूत स्तंभ के तौर पर थी। ऐसे में अगर डॉ. संजीव राजद में शामिल होते हैं, तो यह जदयू के लिए बड़ा झटका होगा और राजद के लिए परबत्ता तथा खगडय़िा जिले में नई राजनीतिक संभावनाओं के द्वार खोल देगा।
नगर आयुक्त ने किया औचक निरीक्षण
सफाई में लापरवाही पर जुर्माना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गोमती नगर स्थित विपुल खंड में शुक्रवार सुबह नगर आयुक्त गौरव कुमार ने स्वच्छता व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सडक़ों पर गंदगी और धूल पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई।
निरीक्षण में रोड स्वीपिंग कार्य संतोषजनक न मिलने पर नगर आयुक्त ने लखनऊ स्वच्छता अभियान पर 50 हजार और लॉयन एनवायरो पर 10 हजार का जुर्माना लगाया। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और लापरवाही पर कठोर कार्रवाई होगी। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की समीक्षा में नगर आयुक्त ने क्षेत्र में हॉर्टिकल्चर वेस्ट और सीएंडडी वेस्ट फैला हुआ पाया। इस पर अभियंत्रण विभाग और हॉर्टिकल्चर विभाग को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए गए। नगर आयुक्त ने कहा कि शहरवासियों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना नगर निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे कचरा निर्धारित स्थानों पर डालें और स्वच्छता अभियान में सहयोग करें।
पूर्णिया में वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार के पूर्णिया में शुक्रवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, घायलों को इलाज के लिए जीएमसी भेज दिया गया है। रेलवे पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जाँच शुरू कर दी है।
दुर्घटना का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। जोगबनी से पाटलिपुत्र जाने वाली वंदे भारत ट्रेन सुबह लगभग 5:00 बजे कस्बे के पास से गुजऱ रही थी, जब यह दुर्घटना हुई। दुर्घटना के कारणों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है क्या यह रेलवे क्रॉसिंग कर्मचारी की लापरवाही थी या लोगों ने तेज़ गति वाली ट्रेन को अनदेखा करके क्रॉसिंग पार करने की कोशिश की।



