शोबाज पीएम मोदी का गुब्बारा मीडिया ने फुला रखा है : राहुल
'ओबीसी का हलवा कुछ लोग खा रहे हैं'

- दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी का जबर्दस्त भाषण
- जातिगत जनगणना न कराना मेरी गलती अब इसे मैं दोगुने स्पीड से ठीक करूंगा : राहुल
- कॉरपोरेट में ओबीसी की भागीदारी न के बाराबर जबकि मनरेगा में ज्यादा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन के पीडीए से हार चुके एनडीए पर राहुल गांधी ने एक और जबर्दस्त प्रहार किया है। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर अबतक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें शोबाज़ बताया है। राहुल गांधी ने अपनी गलती स्वीकरते हुए जातिगत जनगणना न करा पाने पर अफसोस जहिर किया है।
उन्होंने एलान किया कि अब वह दोगुनी स्पीड से ओबीसी के लिए काम करेंगें। तेलंगाना सरकार का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां की जातिगत जनगणना से साफ हो गया कि कॉरपोरेट क्षेत्र में एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग की हिस्सेदारी बेहद कम है, जबकि मनरेगा और गिग वर्क जैसे असुरक्षित क्षेत्रों में यही लोग ज्यादा हैं। इस पर उनका कहना था कि यह देश की 90 फीसदी आबादी है, लेकिन जब बजट बनता है और हलवा बंटता है तो वहां इनका कोई प्रतिनिधि नहीं होता। हलवा हम बना रहे हैं खा कोई और रहा है।
तेलंगाना मॉडल भूकंप है
राहुल गांधी ने माना कि 2004 से 2025 तक 21 वर्षों का राजनीतिक अनुभव लेने के बाद भी उन्होंने ओबीसी वर्ग की जटिल समस्याओं को गहराई से नहीं समझा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनकी व्यक्तिगत गलती थी कांग्रेस पार्टी की नहीं। उन्होंने कहा कि दलित और जनजातियों के मुद्दे और समस्याए सामने से नजर आ जाते हैं। लेकिन ओबीसी समुदाय की समस्याओं पर पर्दा पड़ा है और वह वर्चुअल रूप से छिपे हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि अगर उन्हें उन्हें इनका इतिहास और दर्द पता होता तो वे पहले ही जातिगत जनगणना करा लेते। राहुल गांधी ने तेलंगाना की जातिगत जनगणना को एक राजनीतिक भूकंप बताया जो पूरे देश की सामाजिक राजनीतिक संरचना को हिला रहा है। उन्होंने कहा कि इससे आने वाले महीनों और वर्षों में जबर्दस्त आफ्टरशॉक आएगा। राहुल गांधी ने मंच से घोषणा की कि अब कांग्रेस शासित सभी राज्यों में जातिगत जनगणना कराई जाएगी ताकि ओबीसी और अन्य वर्गों की वास्तविक स्थिति सामने लाई जा सके।
मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं
राहुल गाँधी ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि जब उनसे व्यक्तिगत रूप से मिले, तो उन्होंने महसूस किया कि मोदी सिर्फ शोबाज हैं। मीडिया ने उनका गुब्बारा फुला रखा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं हैं समस्या यह है कि आप उन्हें बहुत ज्यादा महत्व दे रहे हैं। उन्होंने आरएसएस को ओबीसी समुदाय का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। राहुल गांधी ने दावा कि आरएसएस ने ओबीसी समुदाय का इतिहास मिटाने का काम किया है। ‘दोगुनी स्पीडÓ ओबीसी के लिए तेज़ कार्य योजना राहुल ने जोर देकर कहा कि अब वह ओबीसी वर्ग के लिए दोगुनी स्पीड और दोगुनी ताकत से काम करेंगे यानी तेज़ गति से सुधार और भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
कांग्रेस सोशल जस्टिस आंदोलन शुरू करेगी
राहुल गांधी ने ओबीसी मंच से कांग्रेस के नये आंदोलन को शुरू करने की घोषणा की। नये आंदोनल का नाम सोशल जस्टिस आदोंलन है जिसका पहला मॉडल तेलंगाना बना है उन्होंने कहा कि इसे पूरे देश में फैलाया जाएगा। राहुल गांधी ने बताया कि तेलंगाना सर्वे से खुलासा हुआ है कि ओबीसी? की हिस्सेदारी कहां है और असमानता क्यों है। तेलंगाना की जातिगत जनगणना में यह साफ़ हुआ कि कॉर्पोरेट बोर्ड, मीडिया, न्यायपालिका जैसे संरचनाओं में एससी/एसटी/ओबीसी का हिस्सा बेहद कम है। वही वर्ग मनरेगा, गिग वर्क, असुरक्षित रोजगारों में भारी संख्या में यह वर्ग दिखायी देते हैं। राहुल गांधी ने बताया? कि देश की लगभग 90 फीसदी आबादी इसी समूह से संबंध रखती है, लेकिन प्रभावशाली वर्गों में इनका प्रतिनिधित्व नगण्य है।
राहुल गांधी संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की तरह : उदितराज
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदितराज ने शनिवार को अपने एक बयान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर से की। उदित राज ने कहा कि अगर अन्य पिछड़ा वर्ग उस बात को सुनता है, जो राहुल गांधी ने भागीदारी न्याय सम्मेलन के दौरान कही, तो राहुल गांधी इस बात को साबित कर देंगे कि वे ओबीसी वर्ग के दूसरे आंबेडकर हैं। कांग्रेस नेता उदित राज ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि तेलंगाना में हुई जाति जनगणना समाज का एक्स-रे है। राहुल गांधी का उद्देश्य इसे देशभर में कराने का है। उनके विचार दूरदर्शी हैं। अगर दलित और पिछड़ा वर्ग के लोग आगे आएं तो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। समाज में जो असमानता है, वह कम होगी। अगर पिछड़ा वर्ग के लोग उसे समझने की कोशिश करें, जो राहुल गांधी कह रहे हैं तो राहुल गांधी इस बात को साबित कर देंगे कि वे उनके लिए दूसरे आंबेडकर हैं।उदित राज ने लिखा कि पिछड़ा वर्ग को यह सोचना होगा कि इतिहास उन्हें विकास का मौका बार-बार नहीं देगा। उन्होंने उस बात को मानना चाहिए और इसका समर्थन करना चाहिए, जो राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में हुए सम्मेलन में कही। अगर वे ऐसा करते हैं तो राहुल गांधी उनके लिए दूसरे आंबेडकर साबित होंगे।




