पीएम घबराकर बार-बार आ रहे राजस्थान: गहलोत
सीएम बोले-डायरी का हौव्वा खड़ा किया जा रहा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के सीकर में जनसभा में दिए भाषण के जमकर पलटवार किया है। गहलोत ने कहा कि क्या पीएम घबरा गए, जो बार-बार राजस्थान आ रहे हैं। जिसने डायरी हौव्वा खड़ा किया है, वो हमारे साथ था, लेकिन अब मोहरा बन गया है। गहलोत बोले कि पीएम का पद गरिमा का होता है। उन्होंने लाल डायरी की बात कही। सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी उनकी है, क्या वो सच पता नहीं कर सकते थे। मणिपुर की घटना की तुलना राजस्थान से करना राजस्थान के स्वाभिमान पर चोट है।
गहलोत ने कहा कि राज्य की जनता को दस गारंटी हमने दी हैं। गारंटी का मतलब गारंटी होता है। गारंटी की हमारी योजनाएं लागू हो चुकी हैं। हम फसल बीमा की गारंटी भी जल्द पूरी करेंगे। केंद्र सरकार पैसा देकर राज्य पर एहसान नहीं करती है, जो हम आपको 500 रुपये में गैस का सिलेंडर दे रहे हैं, तो कोई एहसान नहीं कर रहे हैं। महिला बचत करेगी तो बच्चे का अच्छे से लालन-पालन करेगी। जैसा पिछले पांच साल में हुआ है, वैसा प्रदेश में आज तक नहीं हुआ।
प्रदेश की जनता लाल झंडी दिखाएगी
गहलोत बोले- सबसे अधिक छापे हमारे एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रदेश में डाले हैं। अब पीएम मोदी चुनाव के तीन महीने पहले इतना घबरा गए हैं कि अंट-शंट आरोप लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी आपने उज्ज्वला योजना बनाई। हम जब सरकार में आए, तो स्कीम बंद नहीं की। मुझे खुशी है राजस्थान में हमने 500 रुपये का सिलेंडर देने का साहस किया। डायरी लाल की बात करते हैं। कल पार्लियामेंट में भी डायरी की बात उठाई गई। गहलोत बोले- चुनाव के पहले वो घबरा गए हैं। जनता क्या सोच रही है, इसलिए जानबूझकर आरोप लगा रहे हैं। आपको तो कहना था कि सिलेंडर का रंग लाल है, अब लाल टमाटर भी महंगा हो गया है। उनको इसे काबू करना चाहिए। जैसे लाल टमाटर लाल है, वैसे ही गुस्से में लोगों का चेहरा भी लाल हो गया है। सीएम ने मणिपुर मुद्दे पर कहा कि कहां मणिपुर, कहां राजस्थान? मणिपुर में लगातार हिंसा हो रही है, मारकाट हो रही है।
पूरी तरह राजनीतिक है पीएम की यात्रा
गहलोत बोले पीएम की यात्रा राजनीतिक है। केंद्र सरकार पैसा देकर एहसान नहीं कर रही है। जिस रूप में बदनाम करने की कोशिश हमारी योजनाओं को की है, वो कहते हैं रेव?ी बांट रहे हैं, जबकि हमारी सरकार ने गुड गवर्नेंस दी है और काम किए हैं। आज घर-घर में उनकी चर्चा है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से पहली बार जो काम पिछले पांच साल में हुआ है। आम लोग मानते हैं कि ऐसा आज तक कभी किसी जिले में नहीं होगा। एमपी में उनकी सरकार क्या कर रही है, बताएं।
केंद्र के सारे वादे खोखले : डोटासरा
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार नातो महंगाई कम कर पाई, ना 15 लाख रुपये खाते में डाले, न किसानों का कर्जा माफ कर पाए, हमारी कांग्रेस सरकार ने किसानों के लिए अलग से बजट देकर राजस्थान का बजट दो गुना करने का काम काम किया है। कोरोना में बेहतर मैनेजमेंट है। केंद्र सरकार बेस्ट मैनेजमेंट कर सरकार चला रही है और दिखावा कर रही है। हम में और उनमें यही फर्क है।डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैं पूछना चाहता हूं कि उनकी केंद्र सरकार तीन काले कानून लेकर आई थी। इसके खिलाफ आन्दोलन में बड़ी संख्या में किसानों की मौतें हुईं। किसानों से वह माफी क्यों नहीं मानते। शेखावाटी में आए हैं, तो किसानों को बताएं। क्या हिंदुस्तान में पेपर लीक नहीं हो रहे हैं, हो रहे हैं तो बताएं क्या कानून बनाए। वो मन की बात करते हैं। हम उनकी परवाह नहीं करते।
भारतीय जनता पार्टी के पास नहीं बचा कोई मुद्दा : सचिन पायलट
टोंक। सचिन पायलट ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के पास मुद्दा बचा नहीं है। केंद्र में बीजेपी सरकार में है, वहां विफल रही। राजस्थान में बीजेपी विपक्ष में है, यहां भी फेल रही। यह अजीब पार्टी है जो सत्ता में भी फेल हो रही है और विपक्ष में भी फेल हो रही है। साढ़े चार साल में इनके पास कहने को कोई मुद्दा बचा नहीं है। आपसी झगड़ों में फंसे हुए हैं। सदन के अंदर और बाहर विपक्ष की भूमिका राजस्थान में बीजेपी के नेता निभा नहीं पाए और चुनाव आने से पहले इस तरह की बातें फैलाना उनकी आदत है। लेकिन इस साल के आखिर में राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होंगे। चारों राज्यों में मुझे विश्वास है कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी। पायलट ने कहा, आप अगर प्रधानमंत्री जी के भाषण सुनेंगे तो जैसे-जैसे चुनाव पास आते हैं प्रधानमंत्री के भाषण पॉलिटिकल होने लग जाते हैं। आज भी उन्होंने ईआरसीपी की बात नहीं की। राज्य का जो केंद्र पर बकाया है, उसकी बात नहीं की। राजस्थान के 25 सांसद काम नहीं करवा पा रहे हैं। संसद का सदन चल रहा है और विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है, लेकिन मणिपुर के हिंसा के मुद्दे पर उन्होंने मौन व्रत धारण किया हुआ है। हम सब चाहते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा हो। चर्चा के बाद उचित कार्रवाई हो, क्योंकि आज तीन महीने हो चुके हैं। तीन महीने से उत्तर-पूर्व के एक राज्य में कानून व्यवस्था बची नहीं है। एक तरीके से आक्रामक रवैया वहां लोगों ने अपना रखा है। बलात्कार हो रहे हैं, आग लग रही है और हिंसा हो रही है। हम चाहते हैं कि यह सब रुके और प्रधानमंत्री जी आश्वासन दें, कि दोबारा वहां ऐसा नहीं होगा।