लोकतंत्र की विश्वसनीयता को बहाल किया: राजनाथ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू पहुंचे। यहां उन्होंने सुरक्षा सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में करीब 1500 लोगों ने हिस्सा लिया। जम्मू विश्वविद्यालय में सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं में नई आशा जगाई है। एक लाख स्टार्टअप शुरू किए गए हैं।
हमने राजनीति, राजनेताओं और लोकतंत्र की विश्वसनीयता को बहाल करने का काम किया है। राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि हम अब रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की कोशिश कर रहे हैं। हम विभिन्न हथियारों और गोला-बारूद का निर्माण कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हम आतंकियों की फंडिंग की चेन को नष्ट कर रहे हैं। आतंकवाद के नेटवर्क को खत्म किया जा रहा है। आतंकवाद को लेकर हमारा रुख कड़ा है।
पाकिस्तान को अपना घर संभालना चाहिए
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को भी खूब खरी-खोटी सुनाई। पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन की हाल की मुलाकात का जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा कि स्वाभाविक है कि पाकिस्तान के हुक्मरानों को इस ज्वाइंट स्टेटमेंट से मिर्ची लगेगी। उनकी तरफ से फिर से वही रटा रटाया बयान आया है कि भारत दुनिया का कश्मीर से ध्यान हटा रहा है। मैं पाकिस्तान की सरकार को स्पष्ट बताना चाहता हूं कि कश्मीर की रट लगा कर कुछ हासिल नही होगा। अपना घर संभालिए। जिस तरह के हालात वहां है उसमें कुछ भी जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
किशनगंज पुल ढहने का मामला
1,500 करोड़ रुपये की है यह परियोजना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। एनएचएआई के क्षेत्रीय प्रबंधक अवधेश कुमार ने कहा कि एनएचएआई ने पुल निर्माण से जुड़े चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, यह परियोजना 1,500 करोड़ रुपये की है। किशनगंज बिहार के किशनगंज जिले में निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने के एक दिन बाद भारतीय राष्टï्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने परियोजना का हिस्सा रहे चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
मेची नदी पर बन रहा यह निर्माणाधीन पुल किशनगंज और कटिहार को जोड़ेगा। एनएचएआई के क्षेत्रीय प्रबंधक अवधेश कुमार ने कहा कि एनएचएआई ने पुल निर्माण से जुड़े चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, यह परियोजना 1,500 करोड़ रुपये की है। हालांकि, उन्होंने निलंबित किए गए अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं किया। एनएच-327ई पर गोरी के पास पुल का एक खंभा शनिवार को गिर गया। एनएचएआई के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस घटना के सिलसिले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है, जो विस्तृत जांच के लिए घटनास्थल का दौरा करने वाली है। इस बीच, राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि यह पुल केंद्रीय परियोजना का हिस्सा था और इस मामले में कार्रवाई करने का अधिकार एनएचएआई के पास है। इसके पहले चार जून को खगडिय़ा जिले को भागलपुर से जोडऩे के लिए बनाया जा रहा पुल ध्वस्त हो गया था।
मणिपुर में तबाह किए गए उग्रवादियों के 12 बंकर
सर्वदलीय बैठक के बाद ऐक्शन में सुरक्षाबल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। सभी दलों के साथ गृहमंत्री की बैठक के बाद से मणिपुर में हालात को संभालने के प्रयास तेज कर दिए गए है। इसी के मद्देनजर मणिपुर में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उग्रवादियों के 12 बंकर तबाह कर दिए हैं। यह कार्रवाई बीते 24 घंटे में की गई है। मणिपुर पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों ने राज्य के तामेंगलोंग, इंफाल पूर्वी, बिशनुपुर, कांगपोकपी, चुराचांदपुर और काकचिंग जिलों में सर्च अभियान चलाया और 12 बंकरों को तबाह कर दिया। यह बंकर पहाड़ी और घाटी के इलाकों में बनाए गए थे।
पुलिस ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान 51 एमएम के तीन मोर्टार शेल, 84 एमएम के तीन मोर्टार शेल भी धान के खेतों से बरामद किए गए हैं। एक जगह आईईडी भी बरामद किया गया। बम डिस्पोजल टीम ने मौके पर ही सभी मोर्टार शेल और आईईडी को निष्क्रिय कर दिया। मणिपुर पुलिस ने बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोडक़र हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं। पुलिस ने कफ्र्यू के उल्लंघन, सुनसान घरों में चोरी, आगजनी के मामले में 135 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बड़ी मात्रा में बरामद किए हथियार
पुलिस ने बताया कि अभी तक कुल 1100 हथियार, 250 बम बरामद किए गए हैं। हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं और सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं। पुलिस ने लोगों से कहा है कि हालात सामान्य करने में पुलिस पूरी मदद करेगी। सेंट्रल कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है, जिस पर फोन करके लोग किसी अफवाह की पुष्टि कर सकते हैं और हथियार पुलिस के पास जमा करने के लिए भी कंट्रोल रूम को सूचना दी जा सकती है। बता दें कि मणिपुर में बीती 3 मई को हिंसा की शुरुआत हुई थी, जब मैतई समुदाय को जनजातीय आरक्षण देने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल्स स्टूडेंट यूनियन ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद राज्य में हिंसा भडक़ गई। अब तक हिंसा में राज्य में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग घायल हैं।
ओडिशा में दो बसें भिड़ीं, 12 की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गंजम। ओडिशा के गंजम जिले में रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि को दो बसों के बीच आमने-सामने की टक्कर में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए बेरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
ओडिशा राज्य सडक़ परिवहन निगम की बस और एक निजी बस की दुखद सडक़ दुर्घटना गंजम जिले के दिगपहांडी पुलिस सीमा के अंतर्गत हुई। दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों को इलाज के लिए एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
ट्रक और रिक्शा की टक्कर आठ लोगों की दर्दनाक मौत
मुंबई। महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में भीषण सडक़ हादसा हुआ है। यहां एक ट्रक और रिक्शा की जोरदार टक्कर होने से 8 मासूम लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, अन्य यात्री घायल भी हुए है। घटना दापोली-हरने मार्ग पर हुई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सडक़ हादसे को लेकर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की है। सीएम ने प्रशासन को घायलों को सरकारी खर्च पर उचित चिकित्सा उपचार प्रदान करने का भी निर्देश दिया है।