नकाब विवाद: नीतीश पर FIR की मांग, राखी सावंत भड़की, सियासी बवाल तेज

मुस्लिम महिला का नकाब खींचने की घटिया हरकत पर नीतीश के खिलाफ कार्रवाईयों का दौर शुरु हो चुका है। एक ओर जहां नीतीश कुमार पर धारा 374 में एफआईआर दर्ज होने की नौबत आ गई है तो वहीं बॉलीवुड सैलिब्रेटी राखी सांवत का गुस्सा फूट फड़ा है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: मुस्लिम महिला का नकाब खींचने की घटिया हरकत पर नीतीश के खिलाफ कार्रवाईयों का दौर शुरु हो चुका है।

एक ओर जहां नीतीश कुमार पर धारा 374 में एफआईआर दर्ज होने की नौबत आ गई है तो वहीं बॉलीवुड सैलिब्रेटी राखी सांवत का गुस्सा फूट फड़ा है। उन्होंने सरेआम नीतीश कुमार की धोती उतारने की धमकी दे दी है।

जैसे ही ये खबरे सोशल मीडिया पर वायरल हुई है तो हड़कंप मच गया है लेकिन एनडीए की बेशर्मी  है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रही है और अब योगी बाबा के मंत्री का बेतुका बयान सामने आया है। कैसे नीतीश पर धारा 374 पर एफआईआर दर्ज होने की नौबत आ गई है और कैसे योगी बाबा के एक और मंत्री का बेतुका बयान सामने आया है,

नीतीश कुमार ने दो दिन पहले एक ऐसी छिछोरी टाइप की हरकत की है, जिसको लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है और सबसे बड़ी बात यह है कि सिर्फ इंडिया में नहीं बल्कि विदेशी मुस्लिम कंट्री में भी इसका गुस्सा देखा जा रहा हैं।

15 दिसंबर 2025 को पटना में एक सरकारी इवेंट था। आयुष डॉक्टर्स को अपॉइंटमेंट लेटर्स बांटे जा रहे थे। नीतीश कुमार स्टेज पर थे, नए डॉक्टर्स को बधाई दे रहे थे। तभी एक मुस्लिम महिला डॉक्टर, डॉ. नुसरत परवीन, स्टेज पर आईं। वो अपना अपॉइंटमेंट लेटर लेने आई थीं। लेकिन नीतीश कुमार ने सरेआम उस महिला का नकाब (हिजाब ) खींचने की कोशिश की! वीडियो में साफ साफ दिख रहा है कि नीतीश हाथ बढ़ाते हैं, महिला का चेहरा ढकने वाला नकाब पकड़ते हैं, और उसे नीचे खींचते हैं। महिला डॉक्टर पूरी कोशिश भी करती है कि उसका नकाब न खींचे लेकिन नीतीश कुमार मानते नहीं हैं। महिला बेचारी झुक जाती है, लेकिन नीतीश नहीं रुकते। आसपास के लोग हंसते हैं, तालियां बजाते हैं, जैसे कोई तमाशा चल रहा हो। एक सीएम इतनी शर्मनाक हरकत कर सकता है, ये कोई सोच भी नहीं सकता। है।

ये सिर्फ नकाब खींचने का मामला  नहीं है बल्कि ये मुस्लिम समाज और धर्म के वसूलों पर सीधा हमला भी है और मुस्लिम महिला की धार्मिक आजादी को भी बांधने की कोशिश है

इस्लाम धर्म में परदे का हुक्म है लेकिन वो इसलिए नहीं है कि महिलाआंें की आजादी या सुंदरता को छिपाया जाए बल्कि हिजाब और नकाब का प्रचलन इसलिए  है ताकि किसी भी महिला को उसकोदरता अके आधार पर नहीं बल्कि उसके व्यक्तित्व के आधार पर पहचान मिले लेकिन नीतीश जैसे लोग शायद ही ये समझ पाएं , क्योंकि नीतीश कुमार जैसे लोगों को लगता है कि मुस्लिम महिलाएं नकाब सिर्फ और सिर्फ इस वजह से लगाती है ताकि खुद को छिपा सकें लेकिन सच ऐसा नहीं है। नकाब और हिजाब असली काम महिलओं को व्यक्तित्व के आधार पर पहचान दिलाना है और नुसरत परवीन ने भी यही किया है। समाज को बनाने के लिए नुसरत ने अपनी पहचान चेहरे से नहीं कराई है बल्कि उन्होंने डॉक्टर बन कर अपनी पहचान कराई है और ऐसे सशक्त महिला का नीतीश कुमार नकाब खींच रहे हैं।

नीतीश कुमार की राजनीति में इंट्री एक सेक्युलर नेता के रुप में हुई थी लेकिन जिस तरह वक्फ कानून के बाद वो मुस्लिम महिला का नकाब खींच रहे हैं वो अपने आप में नीतीश की नैतिकता और सेक्युलरवाद पर बड़ा सवाल उठाता है। हालांकि पूरे मामले पर मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश है और नीतीश के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की तैयारी मुस्लिमों की ओर शुरु कर दी गई है।

नीतीश कुमार के खिलाफ समाजवादी पार्टी की नेता सुमैया राना ने लखनउ में एफआईआर दर्ज किए जाने की अप्लीकेशन दी है। सुमैया का कहना है कि ये न सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ एक कायराना हरकत है बल्कि इस पर कड़ी कार्रवाई भी नीतीश पर होनी चाहिए और इसके लिए नीतीश के खिलाफ सुमैया राना ने धारा 374 के तहत एफआईआर किए जाने की मांग है.

ऐसे में साफ है कि नीतीश कुमार को लेकर मुस्लिम महिलाओं में भी आक्रोश है। वैसे तो नीतीश के पास शासन सत्ता है, उनके खिलाफ कार्रवाई होना मुश्किल है। लेकिन जनता की अदालत में वे दोषी हैं। सुमैया राना ने आवेदन देकर दिखा दिया कि महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। आपको बता दें कि सिर्फ सुमैया राना ही नहीं गुस्से में आई हैं बल्कि बॉलीवुड सेलीब्रेटी राखी सावंत का भी गुस्सा फूट पड़ा है।

राखी सावंत, जो हमेशा बेबाक बोलती हैं, इस बार आग बबूला हो गईं। उन्होंने नीतीश कुमार को धमकी दी कि अगर उन्होंने महिलाओं का अपमान किया तो उनकी धोती भी फाड़ देंगी। हां, राखी ने सीधे-सीधे कहा – नीतीश जी, महिलाओं का नकाब मत खींचो, वरना हम तुम्हारी धोती फाड़ देंगे।ष् दोस्तों, राखी सावंत का यह गुस्सा जायज है। वे महिलाओं की सच्ची आवाज हैं। नीतीश कुमार जैसे नेता सोचते हैं कि वे कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन राखी जैसी महिलाएं उन्हें जवाब देती हैं

राखी सावंत की यह धमकी सुनकर नीतीश जी को शर्म आनी चाहिए। लेकिन क्या आएगी? ऐसा होता मुश्किल दिख रहा है। क्योंकि नीतीश कुमार के बाद एक और बेतुका बयान एनडीए के एक और नेता का आया है। ये नेता कोई और नहीं योगी आदित्यनाथ के मंत्री संजय निषाद का है। उन्होंन कहा है कि कहीं भी छू देते तो क्या हो जाता है। ऐसे में साफ है कि ये न सिर्फ नेताओं के बेशर्मी की हद है बल्कि मुस्लिमोें के खिलाफ जेहन में भरी नफरत है। जो समय समय पर सामने आती है और टूल्स का हिस्सा अब नीतीश कुमार भी हैं। क्योंकि जिस तरक की बेतुकी और गैर जिम्मेदाराना हरकत नीतीश ने की है.

नीतीश कुमार की इस हरकत पर जहां एनडीए के संजय निषाद का बेतुका बयान आया है तो पहीं दूसरी ओर विपक्ष में आरजेडी और कांग्रेस ने नीतीश कुमार के इस बयान पर जोरदार विरोध जताया है। आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार महिलाओं का अपमान कर रहे हैं, और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।

कांग्रेस ने भी कहा कि यह संवेदनशील मुद्दा है, और नीतीश जी की सोच पिछड़ी है। लेकिन मजेदार बात यह है कि मुस्लिमों के सबसे बड़े रहनुमा बनने वाले असदुद्दीन ओवैसी और उनके बिहार के नेताओं का अभी तक कोई बयान नहीं आया है। वैसे तो मुस्लिमों के ओवैसी साहब बहुत बड़े रहनुमा बनते हैं लेकिन सीधे तौर पर बयान न आना उनको सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा हैं। पिछले दिनों ओवैसी ने खुद एनडीए के साथ जाने की बात कही थी तो अभी तीन चार दिन पहले एआईएमआईएम के पांचों विधायक नीतीश कुमार से मिले थे और शयद यही वजह है कि बयान देने में बिहार के एआईएमआईएम पार्टी के लोग घबरा रहे हैं।

हलांकि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने मोर्चा संभाल लिया है। कई मौलाओं के बयान आ चुके हैं। वे कह रहे हैं कि नीतीश कुमार का काम  न सिर्फ  इस्लाम का अपमान है, बल्कि मुस्लिम महिलाओं की इज्जत पर हमला है। मौलाना तौकीर रजा बरेलवी ने तुंरत ही नीतीश को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की सलाह दी है। और बताया है कि  मौलाना ने कहा – नीतीश जी, नकाब महिलाओं की शान है, आप इसे मत छुओ। दूसरे ने देबवंद के मौलाना कारी इस्हाक गोर ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है।

मुस्लिम लीडर्स ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। आपको बता दें कि सिर्फ यही नहीं बल्कि गल्फ कंट्री में भी नीतीश कुमार की बेतुकी हरकत पर रिएक्शन आ रहे हैं। एक सीएम का नकाब खींचने की मामला का हर जगह पुरजोर विरोध हो रहा हैलेकिन इस बीच जदयू की ओर से नीरज का बयान नीतीश के कार्यों पर परदा डालने की कोशिश है लेकिन यह खेल चलेगा नहीं क्योंकि साबित हो चुका है कि नीतीश की मानसिकता मुस्लिम विरोधी है।

अब आगे क्या होगा सुमैया राना ही एफआईआर दर्ज होगी या नहीं, क्या राखी सावंत का गुस्सा बेतुके बयानों पर कुछ असर दिखाएगा या नहीं। ये तो आने वाला समय बातएंगे लेकिन नीतीश कुमार  ने जो हरकत की है और जिस तरह से एनडीए के नेता संजय निषाद के एक और बेतुका बयान आया है, क्या ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

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