लापरवाह डॉक्टरों को नोटिस देने की तैयारी में पाठक
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पताल में अब लेटलतीफ डाक्टरों पर और शिकंजा कसेगा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तय समय पर ओपीडी में न बैठने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने अस्पताल के निदेशक और सीएमएस को लापरवाह डॉक्टरों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। ब्रजेश पाठक ने साफ कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ओपीडी तय समय सुबह आठ बजे खुल जाएं। काउंटर पर पर्चा इससे कुछ समय पहले ही बनाया जाए ताकि तय समय पर ओपीडी का संचालन हो सके। डाक्टर भी आठ बजे से मरीज देखना शुरू कर दें। यदि किसी विभाग में दो या इससे अधिक डाक्टर हैं तो एक डाक्टर ओपीडी में बैठे, जबकि दूसरे डॉक्टर भर्ती मरीजों को देंखे। दो बजे से पहले ओपीडी से उठने वाले डाक्टरों की सख्ती से निगरानी की जाए। बता दें कि प्रदेश में करीब 167 जिला स्तरीय महिला व पुरुष अस्पताल और करीब 873 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उप केंद्रों में भी मरीजों को सलाह दी जा रही है।
शाम को भर्ती मरीज जरूर देखें
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर शाम को भर्ती मरीज को एक बार जरूर देखें। सुबह-शाम डॉक्टर की सलाह मिलने से मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सकेगा। स्पष्ट कहा कि मरीजों को किसी भी दशा में असुविधा नहीं होनी चाहिए। यदि मरीज को दिक्कत होगी तो इसकी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन की होगी।
झांसी में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़, तीन गिरफ्तार
झांसी। जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक बदमाश को गोली लगी है। यह मुठभेड़ मोठ थानाक्षेत्र में कपिलमुनि आश्रम पहाड़ी के पास हुई। पुलिस ने जख्मी हुए बदमाश को अस्पताल में भर्ती करवाया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। साथ ही दो अन्य बदमाशों को भी पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए तीन बदमाशों में से एक 25 हजार का इनामी बदमाश है। ये बदमाश हाईवे पर गुजरने वाले राहगीरों को अपना निशाना बनाकर लूट लिया करते थे। मोठ थाना पुलिस को मुखबिरों के जरिए सूचना मिली कि लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका 25 हजार का इनामी कपिल और उसके साथ दो अन्य बदमाश रवि और भरत आश्रम के पास पहाड़ी पर मौजूद थे। सूचना पर जब पुलिस इन्हें पकड़ने पहुंची तो उनकी पुलिस से मुठभेड़ हुई। इस बीच बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश भरत को गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात नैपाल सिंह ने बताया कि कुल तीन बदमाश गिरफ्तार हुए हैं, जबकि तीन मौके से भाग निकले। बदमाशों के पास से तीन तमंचे, बाइक, लूटे गए मोबाइल, लैपटॉप, इन्वर्टर और नकदी बरामद हुआ है। गिरफ्तार बदमाशों में एक पर 25 हजार का इनाम है।
कांग्रेस ने यूपी में पार्टी को नया स्वरूप देने की बनाई रणनीति
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से यूपी कांग्रेस का प्रभार वापस लिया जा सकता है। इस पर पार्टी हाईकमान गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्हें पार्टी के केंद्रीय ढांचे में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की योजना बनाई जा रही है। अगले महीने पार्टी के नए राष्टï्रीय अध्यक्ष के चयन या चुनाव के साथ ही देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में भी पार्टी को नया स्वरूप देने की रणनीति बनाई गई है। प्रियंका को गत लोकसभा चुनाव के पहले यूपी का प्रभार सौंपा गया था। गांधी परिवार के किसी सदस्य को पहली बार एक राज्य की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके पीछे की मंशा यह थी कि प्रियंका की सक्रिय उपस्थिति यूपी में पार्टी की स्थिति बदल देने में सक्षम होगी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर माना गया कि उन्हें तैयारी के लिए कम वक्त मिला। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन और भी खराब रहा। कांग्रेस की एतिहासिक पराजय के बाद प्रियंका की टीम को लेकर स्थानीय कांग्रेसियों में असंतोष भी सार्वजनिक हुआ। सूत्रों के मुताबिक हाईकमान का मानना है कि विभिन्न कारणों से देश के तमाम दूसरे हिस्सों की तरह ही उत्तर प्रदेश में भी यह दौर उसके अनुकूल नहीं है। ऐसे में प्रियंका जैसी अहम शख्सियत को किसी एक राज्य तक सीमित करना उचित नहीं होगा। कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने के अनुरोध के साथ कहा कि अब अगर यूपी में पार्टी को खड़ा करना है तो प्रदेश कमेटी को संतुलित स्वरूप में लाना होगा। मसलन, अनुभवी लोगों के साथ ऊर्जावान युवाओं को आगे करना होगा। साथ ही जब फल बंटने का समय आए तो बार-बार लाभ पाने वाले कृपा पात्रों के स्थान पर इन ऊर्जावान लोगों को ही अवसर देना होगा।