सिपाही अंकल का हुआ ट्रांसफर तो बच्चे रोए, बोले- अब हमें कौन देगा शिक्षा
- जीआरपी सिपाही ने गरीब बच्चों के बीच में जगाई थी शिक्षा की अलख
लखनऊ। उन्नाव जीआरपी में जब एक सिपाही रोहित का तबादला हुआ तो विदाई के समय 125 बच्चे खूब सुबक-सुबक कर रोए। सिपाही से चिपटकर बच्ची रोते हुए बोली- आप हमे छोड़कर मत जाओ अंकलजी। कोई बच्चा कह रहा था- आप चले जाओंगे तो हमारा क्या होगा। सिपाही की विदाई भावुक वीडियो इंटरनेट मीडिया के सोशल प्लेटफार्म पर वायरल हुआ तो देखने वाले भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। इटावा जिले के मुड़ैना गांव निवासी मुख्य आरक्षी रोहित यादव की पोस्टिंग झांसी जिले में हुई थी। जून 2018 में उन्नाव जीआरपी थाने में तैनाती मिली थी। तब उनकी ड्यूटी उन्नाव-रायबरेली पैसेंजर में लगाई गई थी। ड्यूटी के दौरान जब भी ट्रेन कोरारी स्टेशन पर रुकती कुछ गरीब परिवारों के बच्चे भीख मांगने आ जाते। इन बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए सितंबर 2018 में सिपाही ने गांव के बाहर पाठशाला की शुरुआत की। धीरे-धीरे छात्रों की संख्या बढ़ती गई। तत्कालीन डीपीआरओ राजेंद्र प्रसाद ने मुहिम को आगे बढाने का प्रयास किया और पाठशाला संचालन के लिए पंचायत भवन दे दिया। चार बच्चों से शुरू हुई पाठशाला में 40 और मौजूदा समय मे 125 बच्चे हैं। छात्रों की संख्या बढ़ने पर गांव के प्रदीप कुमार, बसंत, रंजीत सहयोग करने लगे। सिपाही रोहित का तबादला झांसी हो गया है। रविवार को विदाई समारोह के समय छात्र भावुक हो गए और उससे चिपटकर रो पड़े। सिपाही की आंख में भी बच्चों से बिछड़ने का दर्द झलकता दिखा। ग्राम प्रधान सुरेश कुशवाहा व ग्रामीणों ने फूल माला पहनाकर व बैंड बाजे के साथ उन्हे विदा किया। सिपाही ने बताया कि बच्चों की कक्षाएं चलती रहेंगी। छुट्टी मिलने पर वह बच्चों से मिलने आएगा। ग्रामीणों का कहना था कि आमतौर पर वर्दी वालों की छबि रौब गालिब करने वाली होती है। लेकिन रोहित ने शिक्षा की जो अलख जगाई उससे वह बच्चों ही नहीं उनके स्वजनों के दिलों में भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहा है।
झांसी में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़, तीन गिरफ्तार
झांसी। जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक बदमाश को गोली लगी है। यह मुठभेड़ मोठ थानाक्षेत्र में कपिलमुनि आश्रम पहाड़ी के पास हुई। पुलिस ने जख्मी हुए बदमाश को अस्पताल में भर्ती करवाया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। साथ ही दो अन्य बदमाशों को भी पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए तीन बदमाशों में से एक 25 हजार का इनामी बदमाश है। ये बदमाश हाईवे पर गुजरने वाले राहगीरों को अपना निशाना बनाकर लूट लिया करते थे। मोठ थाना पुलिस को मुखबिरों के जरिए सूचना मिली कि लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका 25 हजार का इनामी कपिल और उसके साथ दो अन्य बदमाश रवि और भरत आश्रम के पास पहाड़ी पर मौजूद थे। सूचना पर जब पुलिस इन्हें पकड़ने पहुंची तो उनकी पुलिस से मुठभेड़ हुई। इस बीच बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश भरत को गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात नैपाल सिंह ने बताया कि कुल तीन बदमाश गिरफ्तार हुए हैं, जबकि तीन मौके से भाग निकले। बदमाशों के पास से तीन तमंचे, बाइक, लूटे गए मोबाइल, लैपटॉप, इन्वर्टर और नकदी बरामद हुआ है। गिरफ्तार बदमाशों में एक पर 25 हजार का इनाम है।
नोएडा सांसद को जान से मारने की धमकी
लखनऊ। श्रीकांत त्यागी केस में नोएडा से बीजेपी सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के लिए गाजियाबाद के एक शख्स ने फेसबुक लाइव पर आकर गालियां दी हैं। इस शख्स ने हाथ में चाकू लेकर सांसद को जान से मारने तक की धमकी दी है। राहुल त्यागी नामक शख्स की फेसबुक आईडी का एड्रेस गाजियाबाद है। सोमवार सुबह करीब 10 बजे वो लाइव आया और चार-पांच वीडियो बनाकर जारी की। इसमें वह श्रीकांत त्यागी केस को लेकर सांसद महेश शर्मा के लिए गाली-गलौज कर रहा है। वो यह भी कह रहा है कि सांसद चाहें कितनी भी सिक्योरिटी में रह ले, मैं उसे मारकर रहूंगा। इस शख्स ने पीएम मोदी और सीएम योगी को लेकर भी आपत्तिजनक शब्द बोले हैं। वायरल वीडियो में यह शख्स बार-बार चाकू को गर्दन और सीने पर चलाने जैसा कुछ दिखा रहा है। वीडियो का गाजियाबाद पुलिस ने संज्ञान लेते हुए राहुल त्यागी के बारे में जांच शुरू कर दी है। बता दें कि नोएडा के गेझा गांव में रविवार को त्यागी समाज की महापंचायत हुई। इसका केंद्र बिंदु भी सांसद डॉक्टर महेश शर्मा रहे। त्यागी समाज में सांसद को लेकर जबरदस्त नाराजगी है। आरोप है कि सांसद के कहने पर ही पुलिस ने श्रीकांत और उसके परिवार पर दमनकारी कार्रवाई की। उसे गुंडा तक घोषित कर दिया। महापंचायत में मांग उठी है कि महेश शर्मा को सांसद से बर्खास्त किया जाए। इधर सांसद सफाई दे चुके हैं कि उन्होंने त्यागी समाज के बारे में कोई गलत बयान नहीं दिया। सांसद का कहना है कि एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर त्यागी समाज को मेरे खिलाफ भड़काया जा रहा है।
आठ राज्यों में अब्बास अंसारी की तलाश
लखनऊ। मऊ सदर सीट से सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी को लखनऊ कमिश्नरेट की पुलिस तलाश रही है। इसके लिए सात विशेष टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें अब्बास की तलाश में एक महीने से आठ राज्यों में दबिश दे रही हैं, लेकिन खाली हाथ हैं। इस टीम की मॉनिटरिंग एडीसीपी उत्तर अनिल यादव कर रहे हैं। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे व विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के लिए एमपी एमएलए की विशेष मजिस्ट्रेट कोर्ट ने वारंट जारी किया था। अब्बास के खिलाफ महानगर थाने में मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि महानगर पुलिस को पूर्व में सूचना दिए बिना ही लखनऊ से जारी डबल बैरल बंदूक के लाइसेंस को नई दिल्ली के पते पर ट्रांसफर करा लिया था। इस मामले में अब्बास के खिलाफ महानगर थाने में 2019 में तत्कालीन इंस्पेक्टर अशोक सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। एडीसीपी उत्तरी अनिल यादव के मुताबिक, अब्बास की तलाश में लखनऊ समेत कई जनपदों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी। कई टीमें लगाई गईं, पर उसका कुछ पता नहीं चला।