यूपी में नई जैव और ऊर्जा नीति जल्द : सीएम योगी
- हर जिले में स्थापित होंगे बायो फ्यूल प्लांट
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बायो फ्यूल उत्पादन को बढ़ाने और गैर पारंपरिक ऊर्जा विकल्पों को प्रोहत्सान देने के लिए नई जैव व ऊर्जा नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हर जिले में बायोफ्यूल प्लांट स्थापना के लिए कार्ययोजना भी तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूपी में जैव ईंधन उत्पादन का मॉडल राज्य बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कंप्रेस्ड बायोगैस, बायोकोल, एथेनॉल और बायो डीजल जैसे जैव ऊर्जा प्रकल्पों को प्रोत्साहन के हमारे प्रयासों के सकारात्मक परिणाम रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने हर जिले में बायोफ्यूल प्लांट स्थापना का फैसला लिया है। भविष्य की जरूरतों के लिए हमें बायोमास सप्लाई चेन का विकास करना होगा। ऊर्जा और परिवहन के क्षेत्र में जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। विद्युत उत्पादन गृहों में बायोमास पैलेट्स के उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि अलगे पांच वर्षों में 500 टन कंप्रेस्ड बायो गैस प्रतिदिन उत्पादन के लक्ष्य को लेकर प्रयास करें। बायोकोल, बायोडीजल और बायो एथेनॉल के लिए 2000-2000 टन प्रतिदिन के लक्ष्य को लेकर काम किया जाना चाहिए। इन क्षेत्रों में निवेश करने वाली कंपनियों के लिए भूमि की सुलभ उपलब्धता, पूंजीगत उत्पादन सहित सभी जरूरी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
बायो फ्यूल प्लांट की स्थापना और बायोमास भंडारण के लिए ग्राम समाज, राजस्व भूमि, चीनी मिल परिसर में खाली भूमि का उपयोग किया जाना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि गैर पारंपरिक ऊर्जा विकल्पों को प्रोत्साहन देना जरूरी है। अगले पांच वर्ष में 22000 मेगावाट सोलर पावर उत्पादन का लक्ष्य होना चाहिए। अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। सौर ऊर्जा उत्पादन और भंडारण के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश के लिए अनुकूल माहौल देना होगा। उन्होंने भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाने, जिलों में सीडीओ की अध्यक्षता में सोलर सेल के गठन और सभी परियोजनाओं का पंजीकरण अनिवार्य करने पर जोर दिया। कहा कि कारागारों में कैदियों को सौर ऊर्जा उपकरण बनाने का प्रशिक्षण दिया जाए।
सीएम योगी के शिक्षा सलाहकार नामित हुए धीरेंद्र पाल
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में अपने दूसरे कार्यकाल में सलाहकार की सूची भी मजबूत करते जा रहे हैं। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी सहित तीन विश्वविद्यालयों कुलपति रह चुके यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर धीरेन्द्र पाल सिंह को सीएम योगी आदित्यनाथ का शिक्षा सलाहकार नामित किया गया है। प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह राष्टï्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन समित के पदेन सदस्य भी रह थे। साथ ही उनको शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए कई राष्टï्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की साक्षरता दर को ऊंचा उठाने के प्रयास में लगे हैं। इसी क्रम में वह प्राइमरी, बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ अब उच्च शिक्षा विभाग का कलेवर भी बदलना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रोफेसर डीपी सिंह 2018 से 2021 तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन रह चुके हैं। लगभग चार दशक के करियर में उन्होंने भारतीय उच्च शिक्षा में कई अकादमिक संस्थाओं का नेतृत्व किया।
प्रदेश में विकसित होगी देश की पहली एजुकेशन टाउनशिप
लखनऊ। प्रदेश में एक ही जगह पर छात्रों का सभी प्रकार की शिक्षा व विभिन्न तरह के कौशल विकास का प्रशिक्षण देने की तैयारी है। इसके लिए अमेरिका जैसेे देशों की तर्ज पर प्रदेश में एजुकेशन टाउनशिप विकसित की जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि देश में पहली ऐसी टाउनशिप यूपी में खुलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस प्रस्ताव का मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुतीकरण भी हो चुका है। सीएम ने प्रस्ताव पर मुहर भी लगा दी है। सीएम ने प्रदेश में ऐसी पांच टाउनशिप विकसित करने का निर्देश दिया है। जल्द ही यह प्रस्ताव धरातल पर आकार लेगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए सलाहकार कंपनी डेलाइट इंडिया के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने इस संबंध में वृहद कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों के अनुसार प्रस्तावित टाउनशिप ‘सिंगल एंट्री, मल्टीपल एग्जिटÓ यानी ‘कोरे कागज की तरह आइए… कई हुनर लेकर जाइएÓ के विचार पर है। टाउनशिप का फोकस उच्च श्रेणी की शिक्षा पर रहेगा, जो देश ही नहीं बल्कि अफ्रीकी, लैटिन अमेरिकी और मध्य एशियाई देशों के छात्रों को भी आकर्षित करेगी।
2024 में पूर्वांचल में भाजपा को मिलेगा निल रिजल्ट : अंसारी
गाजीपुर। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के सांसद भाई अफजाल अंसारी ने ईडी के छापेमारी पर योगी सरकार सरकार पर जमकर निशाना साधा। अफजाल अंसारी ने कहा कि जब तक यह सरकार है, जितना कूदना है कूद लो। अपनी सरकार आते ही एक-एक बात का हिसाब देना होगा। अपनी एक-एक चीज वापस लूंगा। गाजीपुर के करण्डा में एक कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए अफजाल अंसारी ने यह बात कही। बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी ने ईडी छापेमारी और सम्पत्ति कुर्की पर सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि आप सत्ता का दुरपयोग कर विरोधियों को सता रहे हैं। गाजीपुर में तोप के मुंह पर मैं ही हूं। मुझ पर लगातार गोले दागे जा रहे हैं। देखता हूं उनके गोले खत्म होते हैं या मैं। मैं दूसरी मिट्टी का बना हुआ हूं। मेरा एक उसूल और सिद्धांत है। 40 साल से मैं जुल्म, ज्यादती और सामंतवाद के खिलाफ लड़ रहा हूं। जहां गरीब पर अत्याचार होगा, आधी रात को गरीब के आंसू पोछता रहूंगा। अंसारी ने कहा कि मेरी असली पूंजी गाजीपुर की गरीब जनता है, जिसे तुम्हारे बाप की सरकार भी कुर्क नहीं कर सकती। 2024 में ऐसी रचना होगी कि पूर्वांचल में इनको निल रिजल्ट मिलेगा।