पंजाब पुलिस के हाथ खाली, इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध और बढ़ा

चंडीगढ़। पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को हवा दे रहा ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकडऩे के लिए पंजाब पुलिस ने मेगा अभियान छेड़ रखा है। इस बीच पंजाब पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पंजाब में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी है। वहीं, अमृतपाल के नेपाल के रास्ते कनाडा भागने की खबर के चलते पंजाब के कई जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता भी मिली है। उसके चाचा और ड्राइवर ने पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया है। जालंधर में देर रात एक गुरुद्वारे के पास चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने सरेंडर किया है। कई दिनों से पुलिस इनकी तलाश में थी।
खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल सिंह अपनी खुद की फौज तैयार कर चुका था और अब वो मानव बम बनाने की तैयारी में था। सुरक्षा एजेंसी के अनुसार नशामुक्ति केंद्रों और एक गुरुद्वारे में अमृतपाल युवाओं को आत्मघाती हमले के लिए ट्रेनिंग दे रहा था। वो इन युवाओं का ब्रेनवॉश करने का काम कर रहा था।
बरनाला पुलिस द्वारा रविवार को देर शाम गांव चीमा के गुरुद्वारा रामबाग साहिब में तलाशी मुहिम चलाई गई। इस मुहिम की अगुआई डीएसपी बरनाला सतवीर सिंह बैंस ने की। जबकि थाना सिटी वन बरनाला के प्रभारी इंस्पेक्टर बलजीत सिंह, थाना सदर बरनाला के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरतार सिंह व पक्खों कैंचियां पुलिस चौंकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह बड़ी गिनती में पुलिस पार्टी के साथ वहां हाजिर थे। इस आपरेशन दौरान करीब दस युवकों को हिरासत में लिए जाने की भी सूचना है।
पंजाब भर में अमृतपाल सिंह को पकडऩे के लिए शुरू किए गए अभियान के चलते उसके 112 समर्थक भी गिरफ्तार किए गए हैं। इन समर्थकों से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला बारूद और तलवारें मिली हैं। बता दें कि पुलिस राज्यभर में अमृतपाल को पकडऩे के लिए तलाशी करते हुए फ्लैग मार्च भी कर रही है।

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