भाजपा के शिविरों पर पंजाब में बवाल

आप ने उठाया सवाल- साइबर फ्रॉड का लगाया आरोप, वित्तमंत्री चीमा बोले- कार्रवाई करेंगे 

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब में एक विशेष अभियान के तहत भाजपा की ओर से लगाए जा रहे शिविरों पर आप सरकार सख्त है। भाजपा का कहना है कि वे मजदूरों, किसानों व अन्य लाभार्थियों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ लेने व जागरूक करने के लिए कॉमन फेसिलिटी सेंटरों के माध्यम से शिविर लगा रही है जबकि आप सरकार का कहना है कि ये शिविर गैर कानूनी है और इसके लिए भाजपा लोगों का निजी डाटा एकत्रित कर रही है।
वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि हम भाजपा को यह शिविर नहीं लगाने देंगे। लोगों के निजी डाटा का इस्तेमाल एआई के माध्यम से साइबर फ्र ॉड में हो सकता है, इसकी गारंटी कौन लेगा कि इस डाटा का दुरुपयोग नहीं होगा। इसलिए शिविर लगाने पर आप सरकार नियमानुसार कार्रवाई करेगी। उन्होंने राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार सभी सरकारी योजनाओं के लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए समर्पित है। लगभग 500 नागरिक सेवाएं लोगों के घर-द्वार पर प्रदान की जा रही हैं, और राज्यभर में सेवा केंद्रों का विशाल नेटवर्क लोगों को नागरिक केंद्रित सेवाओं तक पहुंचने में मदद कर रहा है। ऐसी सभी शिकायतों की जांच की जा रही है और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस जनता से अपील करते हैं कि वे ऐसे समाज-विरोधी तत्वों से दूर रहें और किसी को भी अपना निजी डेटा न दें क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है। लोगों को अपना सरकारी काम करवाने के लिए ऐसे किसी भी अवैध व्यक्तियों के पास नहीं जाना चाहिए। लोगों से अपील की जाती है कि यदि उनके क्षेत्र में ऐसे कोई अवैध कैंप लगाए गए हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

भाजपा ‘वोट चोर पार्टी’ बनती जा रही है

चीमा ने कहा कि ‘द डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन एक्ट- 2023’ इस तरह डाटा एकत्रित करने की अनुमति नहीं देता है। चीमा ने भाजपा पर ‘वोट चोर पार्टी’ बनने का आरोप लगाया। उन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव से लेकर बिहार चुनावों में मतदाता अनियमितताओं तक चुनावी हेरफेर की कई घटनाओं का हवाला दिया। वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि पंजाब में भाजपा के कैंप डाटा इक_ा करके मतदाता सूचियों में हेरफेर करने और बेखबर नागरिकों के बैंक खातों से पैसे चुराने की साजिश हैं। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची में हेराफेरी के पिछले मामलों का भी उल्लेख किया, जिन्हें ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बार-बार चुनाव आयोग के ध्यान में लाया था और भारतीय संसद में ‘आप’ के सांसदों ने भी इन्हें उठाया था।

निजी दस्तावेज देने के लिए उकसा रहे लोग

पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने दावा है कि पुलिस को शिकायतें मिली हैं कि कुछ लोग, एक विशेष राजनीतिक पार्टी से होने का दावा करते हुए न केवल लोगों का निजी डेटा एकत्र कर रहे हैं बल्कि उनके सरकारी कार्य करवाने के लिए उनसे कमीशन के रूप में पैसे भी वसूल रहे हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ नागरिकों ने यह भी शिकायत की है कि ऐसे व्यक्तियों ने स्वयं को एक खास राजनीतिक पार्टी से जुड़ा बताकर उनसे संपर्क किया और बहला-फुसलाकर उनके बैंक खाता नंबर ले लिए, जिसके बाद उनके बैंक खातों से सारे पैसे निकाल लिए गए।

टीएमसी ने किया जेपीसी में शामिल होने से इनकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को बर्खास्त करने संबंधी विधेयकों की जांच के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में किसी सदस्य को नामित नहीं करेगी, यदि उन्हें लगातार 30 दिनों तक हिरासत में रखा जाता है या गिरफ्तार किया जाता है।
टीएमसी ने एक बयान में कहा कि हम 130वें संविधान संशोधन विधेयक का पेश होने के चरण में ही विरोध करते हैं और हमारे विचार से जेपीसी एक दिखावा है। इसलिए, हम एआईटीसी से किसी को भी नामित नहीं कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तीन विवादास्पद विधेयक – संविधान (एक सौ तीसवाँ संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 – पेश किए। हालांकि, इन तीनों विधेयकों के पेश होने पर सदन में भारी हंगामा हुआ और विपक्ष ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इन विधेयकों के ज़रिए गैर-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य सरकारों को अस्थिर करना चाहती है।

कर्नाटक कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र गिरफ्तार

ईडी के छापे में करोड़ों नकद व आभूषण मिले
वैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी में फंसे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। कर्नाटक कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र को शनिवार को एक अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी रैकेट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारत में 31 जगहों पर दो दिनों तक चली तलाशी के बाद यह गिरफ्तारी की।
जाँच में एक बड़े सट्टेबाजी नेटवर्क का पता चला, जिसमें दुबई से संचालन और कई कैसीनो से जुड़े लिंक शामिल थे। 22 और 23 अगस्त को की गई छापेमारी बेंगलुरु, हुबली, मुंबई, जोधपुर, गोवा और गंगटोक जैसे शहरों में की गई। इसके अलावा, पाँच प्रसिद्ध कैसीनो, बिग डैडी कैसीनो, ओशन रिवर्स कैसीनो, पपीज़ कैसीनो प्राइड, ओशन 7 कैसीनो और पपीज़ कैसीनो गोल्ड पर भी छापेमारी की गई। ईडी के अनुसार, वीरेंद्र किंग567 और राजा567 जैसे नामों से कई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म चला रहा था। उसका भाई, केसी. थिप्पेस्वामी, दुबई स्थित तीन कंपनियों, डायमंड सॉफ्टेक, टीआरएस टेक्नोलॉजीज और प्राइम9 टेक्नोलॉजीज के माध्यम से इन गतिविधियों का बैकएंड प्रबंधन कर रहा था।
ये कंपनियाँ सट्टेबाजी के संचालन के लिए गेमिंग से संबंधित कॉल सेंटर सेवाएँ प्रदान करती पाई गईं। अधिकारियों का मानना है कि दुबई स्थित ये गतिविधियाँ अवैध धन के शोधन और अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर जमावड़े का केंद्र थीं। व्यापक तलाशी अभियान के दौरान, अधिकारियों ने लगभग 12 करोड़ नकद, जिसमें 1 करोड़ की विदेशी मुद्रा भी शामिल है, ज़ब्त किया।
इसके अलावा, लगभग 6 करोड़ मूल्य के सोने के आभूषण, 10 किलो चाँदी के बर्तन और चार महंगे वाहन ज़ब्त किए गए। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 17 बैंक खाते और दो बैंक लॉकर ज़ब्त कर लिए गए। वीरेंद्र के भाई के.सी. नागराज और नागराज के बेटे पृथ्वी एन. राज के आवास से संपत्ति और वित्तीय लेन-देन से जुड़े कई दस्तावेज़ बरामद किए गए। विधायक को 23 अगस्त, 2025 को गंगटोक से गिरफ्तार किया गया था, जहाँ कथित तौर पर वह अपने सहयोगियों के साथ क्षेत्र में एक ज़मीनी कसीनो को पट्टे पर लेने की संभावना तलाशने गए थे। ईडी ने कहा कि आपत्तिजनक सबूत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के खिलाडिय़ों से जुड़े नकदी और धन के जटिल स्तर की ओर इशारा करते हैं।

गंगटोक में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश

वीरेंद्र को गंगटोक में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और आगे की कार्यवाही के लिए बेंगलुरु लाने के लिए ट्रांजिट रिमांड प्रदान की गई। वीरेंद्र के अलावा, उनके भाई के सी थिप्पेस्वामी और भतीजे पृथ्वी एन राज भी ऑनलाइन सट्टेबाजी के संचालन और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय हस्तांतरण में उनकी भूमिका के लिए जाँच के घेरे में हैं। जाँचकर्ताओं ने पाया कि इनमें से कई संचालन दुबई से संचालित किए जा रहे थे।

हादसों का शनिवार, चारों ओर चीत्कार

देश के चारों ओर ट्रैजडी का शोर
पंजाब में एलपीजी टैंकर में विस्फोट 20 लोग झुलसे
बिहार में ट्रक-ऑटो की भयानक टक्कर, 8 लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आज की सुबह की शुरुआत ही त्रासदी से हुई। पंजाब, बिहार और उत्तराखंड से एक के बाद एक दर्दनाक खबरें सामने आईं। पंजाब के होशियारपुर जालंधर हाईवे पर एलपीजी टैंकर में आग बिहार में ट्रक-ऑटो की भीषण टक्कर और उत्तराखंड में बादल फटने की तबाही। तीनों घटनाएँ सडक़ सुरक्षा की चुनौती को उजागर करती हैं। रोज़मर्रा की सडक़ ट्रैफिक में मौतें सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि उन असंख्य परिवारों की ज़िंदगी की कहानी हैं जो कहीं बीच रास्ते में टूट जाती है। आखिर इन हादसों का जिम्मेदार कौन है?
पंजाब के होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर मंडियाला गांव के टैंकर और पिकअप के टकराने से एलपीजी टैंकर में भीषण आग लग गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 20 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि कुछ लोग लापता भी बताए जा रहे हैं।विस्फोट से आसपास की लगभग 15 दुकानों और 4गुणा5 घरों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया जिससे बड़े पैमाने पर स्थानीय संपत्ति को क्षति हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त किया और पीड़ितों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, विधायक ब्रह्मा शंकर जिंपा और उपायुक्त आशिका जैन स्थिति का जायजा लेने मौके पर पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन पीड़ितों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। आगे किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राजमार्ग को तुरंत सील कर दिया गया जबकि स्थिति पर लगातार नजर रखने के लिए एसडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई। उपायुक्त जैन ने नसराला डिपो के अधिकारियों को गैस रिसाव के किसी भी संकेत की विस्तृत जांच करने के निर्देश भी दिए।

बिहार : ट्रक-ऑटो टक्कर, 8 मरे

राजधानी पटना के शाहजहांपुर-दनियावां-हिलसा स्टेट हाईवे-4 पर शनिवार सुबह करीब 6 बजे सिगरियावा स्टेशन के पास ट्रक और ऑटो की टक्कर में ऑटो सवार आठ लोगों की मौत हो गई। जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस के अनुसार मृतक सभी नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मलावा गांव के निवासी थे। मृतकों में पांच महिलाएं शामिल हैं। सभी लोग पटना जिले के फतुहा त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान के लिए आए थे। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो-रिक्शा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और सडक़ पर खून बिखर गया। पटना के ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ऑटो में सवार सभी लोग नालंदा के मलावा गांव के निवासी थे। मृतकों में संजू देवी (60) पत्नी राजेंद्र प्रसाद, दीपिका पासवान (35) पत्नी धनंजय पासवान, कुसुम देवी (48) पत्नी चंद्रमौली पांडेय, चंदन कुमार (30) चालक, कंचन पांडेय (34) पिता परशुराम पांडेय के अलावा बीरेंद्र राउत, शंभू राम और विकास राम की पत्नियां भी शामिल हैं।

बादल फटा, भारी तबाही का मंजर

उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि चमोली के थराली विकासखंड में देर रात बादल फटा है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। चमोली जिले के थराली विकासखंड में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसी कारण देर रात अचानक बादल फट गया। इस प्राकृतिक आपदा से थराली के कोटडीप, रा?ीबग?, अपर बाजार, कुलसारी, चेपडो, सगवा?ा समेत कई इलाकों में व्यापक नुकसान हुआ है। स्थिति यह है कि दुकानों और मकानों में मलबा घुस गया है तथा कई वाहन मलबे में दब गए हैं। बताया जा रहा है कि चेपडो में बादल फटने से सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति के लापता होने की सूचना है। इसके अलावा, सगवा?ा गांव में 20 वर्षीय युवती के मलबे में दबने की खबर मिली है। वहीं, नगर पंचायत थराली के कोटडीप में दुकानों और मकानों को भारी नुकसान हुआ है। रा?ीबग? में उपजिलाधिकारी (एसडीएम) के आवास और नगर पंचायत अध्यक्ष के घर में भी मलबा घुस गया है, जिससे दीवारें टूट गईं और भारी क्षति हुई। कई बाइक और अन्य वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए हैं।

यह लड़ाई नहीं विचारों का टकराव है : बी सुदर्शन रेड्डी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि उपराष्टï्रपति का चुनाव कोई लड़ाई नहीं, बल्कि विचारधारा का टकराव है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि वह इस विचारधारा से असहमत हैं, न कि एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से।
इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि यह कोई लड़ाई नहीं, बल्कि विचारों का टकराव है। दूसरा पक्ष यह प्रचार कर रहा था कि यहाँ एक व्यक्ति है जो जीवन भर आरएसएस का पूर्ण सदस्य रहा है, इसलिए मैं उस विचारधारा से असहमत हूँ, सीपी राधाकृष्णन जी से नहीं। बी सुदर्शन रेड्डी ने आगे कहा कि एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से उनका कोई निजी विरोध नहीं है। उन्होंने कहा कि सीपी राधाकृष्णन और मेरे बीच कोई निजी मतभेद नहीं है। हम एक-दूसरे से कभी मिले भी नहीं हैं। इसलिए मैं चाहता था कि यह एक सभ्य मुकाबला हो, व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो अलग-अलग विचारधाराओं के बीच।

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