एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्रियों को लेकर मची रार
- विपक्ष के निशाने पर आए भाजपा नेता मोदी
- सियासी बैठकों में रणनीति पर विचार
- लोस में विपक्ष के नेता पर भी माथापच्ची
- लखनऊ में बैठकों का दौर जारी, सपा-भाजपा ने अपने-अपने नेताओं को बुलाया
- मंत्रिमंडल को लेकर टीडीपी-जदयू से चल रही बात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनावों के नतीजे आ चुके हैं। अब यह स्पष्टï हो चुका है कि एनडीए नरेंद्र मोदी के लीडरशिप में सरकार बनाएगी। वहीं यह भी तय हो गया है इंडिया गठबंधन मजबूत विपक्ष की भूमिका में रहेगा। अब दोनों ही खेमों में बैठकें जारी हैं। उधर राज्यों में भी सियासी पार्टियों की बैठकें हो रही है। इन बैठकों में जीत-हार पर नेताओं से चर्चा की जाएगी और उसी के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। वहीं दिल्ली में एनडीए के सियासी दलों की बैठक नई बनने वाली सरकार में मंत्री पद को लेकर हो रही है इसमे सहमति बनाने की कोशिश हो रही है कि सहयोगी दलों की मांगों को माना भी जाए और कोई विवाद भी न हो। उधर विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने संसदीय दल के नेता के लिए माथापच्ची शुरू कर दी है।
नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की तैयारियां चल रही हैं। वह रविवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर अहम बैठक चल रही है, इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल को लेकर भी इस बैठक में चर्चा संभव है। सूत्रों की मानें तो मोदी कैबिनेट में कई सहयोगी दलों के सांसदों को भी शामिल किया जा सकता है। बीती रात बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर एनडीए गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में मंत्रालयों को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो एनडीए की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), जनता दल युनाइटेड (जदयू) और जनता दल (सेक्युलर) समेत अन्य पार्टियों ने बीजेपी के सामने अपनी मांग रख दी है। हालांकि, अभी तक ये सामने नहीं आया है कि किस दल को क्या पोर्टफोलियो मिलने जा रहा है।
हमें एकजुट होना चाहिए : खरगे
बैठक के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने भाषण की शुरूआत में कहा अगर मैं आईएनडीआईए के सहयोगियों को स्वीकार नहीं करता तो मैं अपने कर्तव्य में विफल हो जाऊंगा, जिसमें प्रत्येक पार्टी ने अलग-अलग राज्यों में अपनी निर्धारित भूमिका निभाई, प्रत्येक पार्टी ने दूसरे के लिए योगदान दिया। खरगे ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा क?ि हमें अनुशासित और एकजुट होना चाहिए। लोगों ने हम पर काफी हद तक अपना विश्वास जताया है और हमें इस पर और काम करना चाहिए। हम इस फैसले को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करते हैं, जबकि हम पुनरुद्धार का जश्न मना रहे हैं; हमें थोड़ा रुकना चाहिए, क्योंकि कुछ राज्यों में हमने अपनी क्षमताओं और अपेक्षाओं के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं से कहा कि हम उन राज्यों में अपना प्रदर्शन नहीं दोहरा पाए, जहां हमने पहले विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था और सरकार बनाई थी। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही ऐसे प्रत्येक राज्य पर अलग-अलग चर्चा करेंगे। हमें तत्काल सुधार के लिए उपाय करने होंगे।
राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनना ही होगा : वीरप्पा मोइली
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा कि यह सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज है कि उन्हें (राहुल गांधी) विपक्ष का नेता बनाया जाए। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने कहा हमारी मांग रही है कि राहुल गांधी आगे आएं और पार्टी संभालें लेकिन अंतिम फैसला नेतृत्व का है। इस बैठक में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष का नाम तय किया जा सकता है।
बची-खुची सरकार भी चली जाएगी : प्रमोद तिवारी
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, वे नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर निर्भर करते हैं और आप देखिएगा कि कुछ दिनों में उनकी सरकार ऐसी गिरेगी कि जहां बची-कुची है वो भी चली जाएगी।
‘मोदी की हार’ वाले जनादेश में उम्मीद की किरण तलाशी जा रही है : जयराम
कांग्रेस ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नैतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत हार हुई लेकिन इसमें भी उम्मीद की किरण तलाशी जा रही है तथा उनके चुनावी प्रदर्शन को लाजवाब बताने का प्रयास हो रहा है। भाजपा ने इस चुनाव में 240 सीट जीती हैं। नरेन्द्र मोदी के लिए ढोल पीटने वाले उनकी नैतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत हार वाले जनादेश में भी उम्मीद की किरण तलाश रहे हैं। इसे खूब प्रचारित किया जा रहा है कि जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेन्द्र मोदी लगातार तीन बार जनादेश प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू, राहुल गांधी पर हो सकता है बड़ा फैसला
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार आज कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी। बैठक में कांग्रेस चुनाव नतीजों की समीक्षा करेगी, साथ ही भविष्य की रणनीति पर भी मंथन होगा। जानकारी के अनुसार यह बैठक होटल अशोक में आज सुबह 11 बजे होगी। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के कई अन्य शीर्ष नेता भी शामिल होंगे।
योगी-अखिलेश दोनों ने बुलाई बैठक
आज सपा संसदीय दल की बैठक प्रदेश कार्यालय में होगी। बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव नवनिर्वाचित सांसदों से मुलाकात करेंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी सांसदों को लखनऊ बुलाया है। इसमें सपा संसदीय दल के नेता का भी चुनाव होगा। सपा मुखिया सांसदों से आगामी रणनीति पर बातचीत करेंगे व मोदी व योगी सरकार से आगे किस तरह टक्कर देना है इस पर जरूरी दिशा-निर्देश भी देंगे। बैठक में खासतौर से इस बात पर फोकस किया जाएगा कि जनता ने सपा को जो बड़ी जीत दी है, उसको लेकर मोदी-योगी सरकार से कैसे लडऩा है, जनता की समस्याओं को कैसे उठाकर काम करना है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश में मिली हार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों की बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री हार के कारणों की समीक्षा के साथ ही मंत्रियों के कार्यों को भी देखेंगे। बैठक के लिए दिन में 11 बजे सभी कैबिनेट व राज्यमंत्रियों को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री की इस बैठक में प्रदेश के कामकाज को लेकर भी मंथन होगा।