केशव का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे संघ और संगठन

लखनऊ। भाजपा के कद्ïदावर पिछड़े वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्य के सिराथू से चुनाव हारने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बहरहाल केशव अभी विधान परिषद सदस्य हैं। ऐसे में केशव को योगी सरकार में जगह मिलेगी या उन्हें भाजपा की राष्टï्रीय टीम में जिम्मेदारी दी जाएगी, इसका निर्णय पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अगले सप्ताह तक करेगा। केशव ने विश्व हिंदू परिषद के जरिए भाजपा की राजनीति में कदम रखा था। विहिप के पूर्व अंतरराष्टï्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के करीबी रहे केशव को आरएसएस के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सर सह कार्यवाह कृष्णगोपाल सहित अन्य नेताओं का भी करीबी माना जाता है। संघ और भाजपा के शीर्ष नेताओं के प्रयास से ही पिछड़े वर्ग के बीच केशव की पार्टी के चेहरे के रूप में पहचान स्थापित की गई। सूत्रों के मुताबिक पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को ध्यान में रखकर ही केशव के मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा।

अब एमएलसी चुनाव की तैयारी

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा चुनाव की टिकट की मांग कर रहे तमाम नेताओं की आस अब एमएलसी चुनाव से है। विधान परिषद की 35 सीटों के चुनाव के लिए 15 मार्च को अधिसूचना जारी होगी। जबकि मतदान अगले माह नौ अप्रैल को है। एक माह से भी कम समय होने की वजह से भाजपा से टिकट के तमाम दावेदार पिछले कई दिनों से लखनऊ में ही जमे हुए हैं। इसमें भी अधिकांश वहीं नेता है जिन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए भी टिकट की मांग की थी। जल्द ही प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाएगी। इलाहाबाद स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र (प्रयागराज एवं कौशाम्बी) के लिए नामांकन 15 से 19 मार्च के बीच होगा। वहीं मतगणना 12 अप्रैल को होगी। ऐसे में टिकट के दावेदारों के पास सिर्फ पांच दिन का ही वक्त बचा है। विधानसभा चुनाव में प्रदेश में प्रचंड बहुमत पाने के बाद टिकट के कई दावेदारों ने लखनऊ में ही डेरा जमा लिया है।

Related Articles

Back to top button