संजय निषाद को नहीं पसंद हैं लोहिया!
- बंगले में सपा शासन में लगी थी प्रतिमा
- कैबिनेट मंत्री ने अलॉट होते ही ढंकवाया
- पहले लोहिया ट्रस्ट का चलता था कार्यालय
दिव्यभान श्रीवास्तव
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया के जिन आदर्शों का गुणगान प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री करते रहे हैं, वो उनके ही मंत्री को पसंद नही हैं। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री को लोहिया से इतना परहेज है कि अपने बंगले में बनी उनकी मूर्ति को प्लाईवुड से बंद करवा दिया। लकड़ी की दीवार ऐसी बनाई गई है कि मूर्ति का तनिक भी हिस्सा नजर न आए। लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर 1-नंबर बंगला मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी चीफ संजय निषाद को मिला हुआ है। यह बंगला दो दशक तक लोहिया ट्रस्ट के नाम आवंटित रहा। इसी बंगले के लॉन में समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया की मूर्ति लगी है। बंगला अलॉट होते ही मंत्री ने सबसे पहले इस मूर्ति को नजरों से ओझल करने के लिए प्लाईवुड की दीवारों में बंद करवा दिया। डॉ. संजय निषाद ने साल 2013 में निषाद पार्टी बनाई थी। संजय निषाद कैम्पियरगंज विधानसभा से पहली बार चुनाव लड़े और इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद संजय निषाद ने 7 जून 2015 को गोरखपुर के सहजनवा में कसरावल गांव के पास निषादों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया था। साल 2017 में योगी आदित्यनाथ जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने गोरखपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। इस बार विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया था। योगी कैबिनेट में उन्हें मत्स्यपालन विभाग का मंत्री बनाया गया है।
अप्रैल में संजय निषाद को अलॉट हुआ था बंगला
मंत्री डॉ. संजय निषाद को पहले मॉल एवेन्यू में बंगला आवंटित था। लेकिन मंत्री बनने के बाद उन्हें बड़े बंगलों में से एक विक्रमादित्य मार्ग का एक नम्बर बंगला दिया गया। यह बंगला सिंतबर 2019 से खाली पड़ा था। इससे पहले यहां लोहिया ट्रस्ट हुआ करता था, लेकिन 2018 में राज्य संपत्ति विभाग की ओर से ट्रस्ट को बेदखली का नोटिस दिया गया था।
लोहिया के सिद्धांतों के मुरीद हैं पीएम मोदी
मंत्री संजय निषाद को जिस लोहिया से इतना परहेज है, उनकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर कर चुके हैं। पीएम मोदी ने 2015 में लोहिया के बारे में कहा था कि राम मनोहर लोहिया, जिन्होंने भारतीय राजनीति पर गहरी छाप छोड़ी, उनकी जयंती पर मैं उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मोदी ने कहा था कि कई अन्य बातों के अलावा स्वच्छता के प्रति डॉ. राम मनोहर लोहिया की प्रतिबद्धता हमें लगातार प्रेरित करती रहती है। 2021 में पीएम मोदी ने राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कई ऐतिहासिक घटनाओं में उनकी अग्रणी भूमिका रही और हमारे स्वतंत्रता संग्राम में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लोहिया को संघर्षशील नेता के रूप में देखते हैं सीएम योगी
सीएम योगी ने पिछले साल कहा था कि हमारे महापुरुषों ने खासकर बाबा साहब और लोहिया जैसे चिंतकों ने देश में जिस जनप्रतिनिधित्व और जनभागीदारी की कल्पना की थी। मोदी के नेतृत्व में वो सरकार से लेकर समाज तक साकार हो रही है। सीएम योगी ने विधानसभा में कहा कि जब समाजवाद की बात होती है, तो डॉ.लोहिया, जयप्रकाश जैसे संघर्षशील नेताओं की चर्चा होती है।