पीएम मोदी की कनाडा यात्रा पर संजय राउत का निशाना, देश का अपमान हुआ है
राउत ने कहा कि देश में लोग मर रहे हैं. पीएम मोदी के गुजरात में इतना बड़ा हादसा हो गया और अभी तक चिताएं जल रही हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा पर सवाल उठाए हैं। पीएम मोदी इस समय कनाडा के कनानास्किस शहर में आयोजित G7 शिखर समेमेलन में भाग लेने पहुंचे हैं, जहाँ ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और वैश्विक नवाचार जैसे मुद्दों पर विश्व नेताओं के साथ चर्चा हो रही है। यह दशक में प्रधानमंत्री मोदी की पहली कनाडा यात्रा है।
शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा को लेकर सवाल उठाए हैं. दरअसल, पीएम मोदी G7 समिट में शामिल होने कनाडा के कनानास्किस पहुंचे हैं. यह एक दशक में उनकी पहली कनाडा यात्रा है. जी-7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के साथ चर्चा ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचार सहित महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित होगी. पीएम मोदी की कनाडा यात्रा को लेकर राउत ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘आजकल G7 को कौन पूछता है? जी7 में पीएम मोदी गए हुए हैं, उन्हें पहले नहीं बुलाया गया था, वह वेटिंग में थे. बाद में उन्हें बुलाया गया, जिसका कनाडा की संसद में विरोध हुआ. कनाडा की कैबिनेट ने भारतीय प्रधानमंत्री को अपमानित किया और हमारे प्रधानमंत्री वहां चले गए. ये देश का अपमान है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री को कनाडा नहीं जाना चाहिए था. पीएम ने वहां जाकर क्या किया है, कौन सी भूमिका निभाई है? कनाडा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप थे, क्या पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि आपने कैसे कहा कि भारत-पाकिस्तान का युद्ध रुकवाया, अब मेरे सामने बताइए… क्या वहां जाकर पीएम मोदी ने ये बोलने की हिम्मत दिखाई?’ राउत ने कहा कि देश में लोग मर रहे हैं. पीएम मोदी के गुजरात में इतना बड़ा हादसा हो गया और अभी तक चिताएं जल रही हैं. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री का निधन हो गया और वो साइप्रस में हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के एक महीने बाद PM की विदेश यात्रा
तीन देशों की यात्रा पर गए पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर साइप्रस से मंगलवार को कनाडा पहुंचे. 16-17 जून को होने वाली कनानास्किस सभा प्रधानमंत्री की जी7 शिखर सम्मेलन में लगातार छठी भागीदारी है. वे सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे. यह सम्मेलन भारत के ऑपरेशन सिंदूर के एक महीने बाद हो रहा है, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम हमलों के प्रतिशोध में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया था.



