युवाओं के गुस्से को देखकर केंद्र सरकार ने खोला नौकरियों का पिटारा, मोदी और राजनाथ ने की घोषणा
प्रधानमंत्री ने किया डेढ़ साल में दस लाख पदों पर नियुक्ति का ऐलान रक्षामंत्री ने लॉन्च की अग्निपथ भर्ती योजना
- केंद्र सरकार के सभी विभागों और मंत्रालयों में होगी नियुक्ति, सेना में चार साल के लिए तैनात होंगे अग्निवीर
- बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर था हमलावर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं के गुस्से को देखते हुए केंद्र सरकार ने अब नौकरियों का पिटारा खोल दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां डेढ़ वर्ष में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में दस लाख पदों पर भर्ती का ऐलान किया है वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में चार साल की अवधि तक की भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना लॉन्च की है। इसके तहत सेना में अग्निवीर तैनात होंगे। आने वाले डेढ़ वर्षों में केंद्र सरकार अपने विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में दस लाख पदों पर भर्ती करेगी। पीएमओ की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि पीएम ने सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की समीक्षा की और निर्देश दिया कि अगले डेढ़ वर्षों में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती की जाए। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सेना में भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव के लिए अग्निपथ भर्ती योजना का ऐलान किया। गौरतलब है कि विपक्ष बेरोजगारी को लेकर सरकार पर हमलावर था।
क्या है अग्निपथ भर्ती योजना
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश से की जाएगी। मेरिट में आए युवाओं को इसमें चुना जाएगा। चुने गए कैंडिडेट्स बतौर अग्निवीर चार साल तक सेना में सर्विस देंगे। इसमें छह महीने की ट्रेनिंग अवधि भी शामिल है। साढ़े 17 से 21 साल के युवा इसमें नौकरी पा सकते हैं। चार साल के बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। अग्निवीरों को एक अच्छा पे-पैकेज मिलेगा। इसके अलावा एग्जिट के वक्त अच्छी रकम दी जाएगी। यदि अग्निवीर सेवा के दौरान सर्वोच्च बलिदान देता है तो उसके परिवार को एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। इसके अलावा दिव्यांग होने की स्थिति में 48 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी।
कई राज्यों में चुनाव से पहले चला बड़ा दांव
कई राज्यों में चुनाव से पहले भाजपा ने बड़ा दांव चला है। 10 लाख नौकरियां देने का टारगेट दिसंबर 2023 रखा गया है। वर्ष 2022 में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा वर्ष 2023 में मेघालय, नागालैंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, कर्नाटक छत्तीसगढ़, मिजोरम, तेलंगाना और त्रिपुरा में भी चुनाव होने हैं। ये सभी राज्य 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की नजर से बेहद अहम माने जा रहे हैं।
बेरोजगारी को लेकर वरुण थे हमलावर
भाजपा सांसद वरुण गांधी भी बेरोजगारी को लेकर कई बार अपनी सरकार पर हमलावर रहे। पिछले दिनों उन्होंने ट्वीट किया था, जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है। तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश और निराश हैं। सरकारी आंकड़ों की ही मानें तो देश में 60 लाख स्वीकृत पद खाली पड़े हैं। कहां गया वह बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था। यह जानने का हर नौजवान को हक है। इसके साथ उन्होंने रिक्त पदों का एक चार्ट भी पोस्ट किया था। वहीं आज पीएम के ऐलान के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया है कि नए रोजगार का सृजन करने के साथ हमें एक करोड़ से अधिक ‘स्वीकृत परंतु रिक्त’ पदों को भरने हेतु सार्थक प्रयास करना होगा।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश में बीते 50 सालों में बेरोजगारी दर सबसे अधिक है। रुपया भी डॉलर के मुकाबले 75 सालों में सबसे कम कीमत पर है। उन्होंने सवाल किया कि पीएम मोदी केवल ट्विटर-ट्विटर खेलकर कब तक इन बातों से ध्यान हटाएंगे?
राहुल पर ईडी के सवालों की बौछार, भाजपा ने कसा तंज
- कांग्रेस ने किया प्रदर्शन सीएम भूपेश बघेल समेत कई नेता हिरासत में
- भाजपा बोली, पहले करते हैं भ्रष्टïाचार, अब कर रहे ड्रामा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में आज दूसरे दिन भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी पर ईडी ने सवाल की बौछार की। वहीं ईडी की जांच के विरोध में कांग्रेस ने आज भी प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया है। इससे पहले सोमवार को भी राहुल गांधी से ईडी के अधिकारियों ने करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। पहली बार ईडी की पूछताछ का सामना करने वाले राहुल गांधी ने अधिकांश सवालों पर चुप्पी साध ली थी।
राहुल गांधी की ईडी से पूछताछ के बीच कांग्रेस ने आज भी प्रदर्शन किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कोई मामला नहीं है, यह मनगढ़ंत है। मोदी सरकार राजनीतिक प्रतिशोध ले रही है। दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई नेताओं को हिरासत में लिया है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान, श्रीनिवास बीवी, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है। पार्टी नेता राहुल गांधी के खिलाफ ईडी जांच का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि हम लोगों को जाने नहीं दिया जा रहा क्योंकि उनका उद्देश्य है कि इस सत्याग्रह से ज्यादा लोग न जुड़ें। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ये समझ से परे है कि यहां की पुलिस प्रशासन को सरकार की ओर से कितना दबाव झेलना पड़ रहा है। कानून अपना काम करे, 144 लगी है तो आप हिरासत में ले लीजिए, लेकिन आप पार्टी कार्यालय में आने से नहीं रोक सकते हैं, लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
इसके पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी नेता और अपने भाई राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंची थीं। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला है। संबित ने कहा कि कांग्रेस के नेता पहले भ्रष्टाचार करते हैं फिर ड्रामा करते हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पहले नंबर की आरोपी हैं तो राहुल दूसरे नंबर के आरोपी हैं।