महाराष्ट्र चुनाव को लेकर शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- महायुति शासन में राज्य प्रशासन का गिरा मनोबल 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव  को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। आगामी चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं...

4PM न्यूज नेटवर्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव  को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। आगामी चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जिसे लेकर महाराष्ट्र चुनाव में सियासी पारा हाई है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार प्रमुख शरद पवार का रविवार (13 अक्टूबर) को बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सियासी बदलाव के लिए उत्सुक हैं। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में यह भावना प्रतिबिंबित होगी। महाविकास आघाड़ी (MVA) के अन्य घटकों के नेताओं के साथ मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने दावा किया कि महायुति शासन के तहत राज्य प्रशासन का मनोबल गिर गया है, जबकि महाराष्ट्र प्रशासन को देश में सर्वश्रेष्ठ माना जाता था।

इसके अलावा शरद पवार ने कहा कि “हम लोगों को वर्तमान सरकार से मुक्ति दिलाना चाहते हैं और मुझे भरोसा है कि वे हमारा समर्थन करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में MVA लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराएगा। शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का प्रशासन देश में सबसे अच्छा था। अब यह हतोत्साहित हो चुका है। हाल ही में जिस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं। वह आम आदमी का मजाक उड़ाने जैसा है। पवार ने अपने बयान में आगे कहा कि हम लोगों को इस सरकार से मुक्ति दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि लोग हमारा समर्थन करेंगे।

  • शरद पवार ने महाराष्ट्र में हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की।
  • जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने बंजारा समुदाय के लिए कुछ नहीं किया।
  • उन्होंने बताया कि वह भूल जाते हैं कि इस समुदाय से ताल्लुक रखने वाले वसंतराव नाइक सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • शिवसेना-UBT अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि हाल में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के वोट प्रतिशत में केवल 0.6 प्रतिशत का अंतर है, फिर भी बीजेपी को अधिक सीट मिलीं।
  • उद्धव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे पर चर्चा क्यों नहीं की जाती?
  • आर्टिकल 370 को निरस्त करने के बाद भाजपा को वहां के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करनी चाहिए थी।

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