शिंदे ने पीठ में घोंपा छुरा: सिब्बल

कहा- बाला साहेब ठाकरे की विरासत को नहीं आगे बढ़ा सकते महाराष्ट्र के सीएम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उनके अयोध्या दौरे को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीठ में छुरा घोंपने वाले लोग बाला साहेब ठाकरे की विरासत को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं। बता दें, शिवसेना नेता शिंदे पिछले साल जून में मुख्यमंत्री बने हैं। उनके सीएम बनने के बाद यह पहला अयोध्या का दौरा है। इस दौरान उनके साथ हजारों कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
गौरतलब है, महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे इस समय रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या गए हुए हैं। पार्टी विधायकों सांसदों कार्यकर्ताओं के साथ शिंदे ने रामलला के दर्शन किए। बाद में मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी में भी दर्शन करने पहुंचे। उनके साथ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी थे। बताया जा रहा है कि अमरावती में एक भव्य हनुमान मंदिर का निर्माण कराया जाएगा, जिसके लिए शिवसेना का जत्था हनुमानगढ़ी की मिट्टी को लेकर अमरावती जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अयोध्या में कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा की विचारधारा एक ही है। वे अगले साल पूरे राज्य में भगवा झंडा फहराएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी की भूमिका स्पष्ट है। शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन है। हमारी विचारधारा, जो हिंदुत्व है, वही है। हम अयोध्या से नई ऊर्जा के साथ अपने राज्य में जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे। 2024 में शिवसेना और भाजपा का भगवा झंडा पूरे राज्य में फहराया जाएग। बता दें, लोकसभा चुनाव के साथ-साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं।

सिब्बल का ट्वीट

सिब्बल ने ट्वीट करते हुए कहा कि शिंदे अयोध्या में हैं। भगवान राम ने बलिदान, सच्चाई और ईमानदारी चुनी थी। इन्हीं विशेषताओं को बाला साहेब ने भी आत्मसात किया। उन्होंने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि बाला साहेब की विरासत को साजिशकर्ता, अवसरवादी, पीठ में छुरा घोंपने वाले लोग कभी भी आगे नहीं बढ़ा सकते है।

भाजपा में वरिष्ठ नेताओं को कोई नहीं पूछ रहा : भंवरसिंह

इंदौर। मप्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर की शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के पूर्व पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं से हुई। तोमर ने मिलने के लिए कई नेताओं को नहीं बुलाया गया जिससे वे नाराज हैं। पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता भंवरसिंह शेखावत ने कहा है कि दो-तीन नेता पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे हैं। कई वरिष्ठ नेताओं समेत मुझे भी बैठक में नहीं बुलाया गया। कुछ लोगों ने लिस्ट बनाई और हमारे नाम जानबूझकर काट दिए। शेखावत ने कहा कि मैंने इस बात की जानकारी तोमर को भी दी है। मैंने उन्हें यह भी कह दिया है कि यदि इसी तरह से वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया तो चुनाव में पार्टी को नुकसान होगा।

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