तो सपा सरकार के विकास कार्यों के सहारे है भाजपा!
विकास के नाम पर भाजपा के पास नहीं है कोई अपना काम
पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विधान सभा चुनाव से पहले यूपी का सियासी तापमान चढ़ गया है। भाजपा सरकार लगातार उद्घाटन और शिलान्यास कर रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यूपी की मौजूदा सरकार समाजवादी सरकार में शुरू किए गए कार्यों का उद्घाटन कर क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है? क्या भाजपा के पास अपना बताने के लिए कुछ भी नहीं है? ऐसे ही सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार अमलेंदु उपाध्याय, अमित मिश्रा, उमाशंकर दुबे, बृजेश शुक्ला और अभिषेक कुमार के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
बृजेश शुक्ला ने कहा, ये लोकतंत्र का स्वरूप रहा है। कई योजनाओं जिनका शिलान्यास अखिलेश ने किया लेकिन वे उनके कार्यकाल में पूरी नहीं हुई। सरकार सतत चलने वाली प्रक्रिया है। लिहाजा दूसरी सरकार उस योजना को पूरा करती हैं। यह जनता को निर्णय करना है कि वह किस सरकार को क्रेडिट देती है। अमलेंदु उपाध्याय ने कहा, भाजपा के नेताओं को भ्रम रहता है कि जनता बहुत भोली है लेकिन अब जनता प्रतिप्रश्न करना शुरू कर चुकी है। कोई बड़ा प्रोजेक्ट चुटकियों में तैयार नहीं होता है लेकिन जो शिलान्यास आज हो रहे हैं वे पांच साल पहले क्यों नहीं हुए।
उमाशंकर दुबे ने कहा, आजादी के इतने वर्ष बाद भी दो प्रमुख बुनियादी सुविधाएं स्वास्थ्य एवं शिक्षा में कोई सुधार नहीं हुआ है। योजनाओं को बंद नहीं किया जाता। लेकिन क्रेडिट लेने की होड़ लगी है। अमित मिश्रा ने कहा, भाजपा सरकार की पूरी मशीनरी प्रचार तंत्र पर चल रही है। एक सरकार काम शुरू करती है दूसरी काम पूरा काम करता है। शिलान्यास की बाढ़ इसलिए आयी क्योंकि चुनाव आ चुका है। विकास के नाम पर इनके पास कुछ नहीं है।