तो यूपी में बदल सकते हैं सियासी समीकरण, प्रियंका की विपक्ष के नेताओं से मुलाकात ने बढ़ायी हलचल

कांग्रेस महासचिव की मायावती, अखिलेश और जयंत से मुलाकात से चढ़ा सियासी पारा

भाजपा को घेरने के लिए आंतरिक समझौते की रणनीति बनाने की चर्चा भी गर्म

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। यूपी में सियासी वनवास काट रही कांग्रेस इस बार कोई कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती है। सियासी सरगर्मियों के बढऩे के साथ राजनीतिक गठजोड़ और सियासी समीकरण भी बदलते नजर आ रहे है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बीते रविवार को अचानक दिल्ली में बसपा सुप्रीमो मायावती की मां के निधन पर श्रद्धांजलि देने पहुंची। इसके पहले कांग्रेस महासचिव के साथ दो बड़े नेताओं के साथ अचानक एयरपोर्ट पर मुलाकात हुई थी। इसी तरह प्रियंका की अखिलेश यादव के साथ एक ही फ्लाइट में दिल्ली से लखनऊ लौटते समय उनकी एक फोटो खूब वायरल हुई थी।

प्रियंका गांधी प्रदेश में कांग्रेस को किसी भी तरह एक सम्मानजनक संख्या मे सीटें दिलाना चाहती हैं। इसके लिए उनका अन्य गैर भाजपा दलों से कोई परोक्ष या प्रत्यक्ष समझौता होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश पिछले 32 साल से गैर कांग्रेसी सरकारों में सभी दलों को देख चुका है। प्रदेश में जो आर्थिक विकास दर 1989 में 13 फीसदी थी, वह घटकर आधे से भी नीचे चली गई और उसका परिणाम यह हुआ कि प्रदेश में रोजगार खत्म हो गए।

उन्होंने कहा कि सिर्फ जाति और धर्म की राजनीति करके प्रदेश को लूटते रहे और 2022 में उत्तर प्रदेश की जनता कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका देने जा रही है क्योंकि भाजपा या सपा- बसपा के पास प्रदेश के लिए नीति और नियत नहीं है। बावजूद इसके प्रियंका का छोटे दलों के बड़े नेताओं के मिलना कुछ और ही संकेत दे रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस अंदरखाने कुछ दलों से आंतरिक समझौता कर सकती है।

अकेले चुनाव लडऩे का ऐलान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुलंदशहर में बड़ा ऐलान किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस यूपी के आगामी विधान सभा चुनाव में किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी और अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।

कार्यकर्ताओं से लोगों को जोडऩे की अपील

प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनावों में तीन महीने का ही वक्त रह गया है, ऐसे में बिना डरे संगठन को मजबूत करने और संगठन में कार्यकर्ताओं को बढ़ाने के कार्यक्रम में जुट जाइए। हर घर जाकर पार्टी के संकल्पों के बारे में लोगों को बताइए। उन्हें अपने साथ जोडि़ए। अगले दो महीने का लक्ष्य बताते हुए प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संगठन के प्रसार के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल करने के लिए कहा।

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