पहलवानों को मनाने में जुटे खेलमंत्री
सरकार के बुलावे पर अनुराग ठाकुर के घर पहुंचे बजरंग और साक्षी
- बैठक में मुद्दों पर चर्चा जारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बातचीत का न्योता दिया था। सरकार के बुलावे के बाद ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, पहलवान साक्षी मलिक केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आवास पहुंचे हैं। दोनों पहलवान बुधवार सुबह उनके घर पहुंचे। बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने देर रात एक ट्वीट किया था। अनुराग ने ट्वीट कर कहा,कि सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।
सोच समझकर लेंगे फैसला : साक्षी
इससे पहले, पहलवान साक्षी मलिक ने अनुराग ठाकुर के निमंत्रण पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। साक्षी साक्षी मलिक ने कहा कि सरकार की तरफ से मिले प्रस्ताव पर हम अपने वरिष्ठों और समर्थकों से चर्चा करेंगे। जब सभी अपनी सहमति देंगे कि प्रस्ताव ठीक है, तभी हम सहमत होंगे। ऐसा नहीं होगा कि हम सरकार की किसी भी बात से सहमत होकर अपना आंदोलन समाप्त कर देंगे। बैठक के लिए अभी कोई समय तय नहीं है। साक्षी ने कहा कि बृजभूषण की गिरफ्तारी हमारी मुख्य मांग है। अभी हम प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे हैं।
शाह से मुलाकात के बाद खुली राह
इसके पहले 3 जून को आंदोलन कर रहे पहलवानों की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात को सरकार की तरफ से पहलवानों के मामले में डेडलॉक तोडऩे की कोशिश के तौर पर देखा गया था। गृह मंत्री से मुलाकात के दो दिन बाद 5 जून को पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया अपनी नौकरी से जुड़े काम के लिए रेलवे के ऑफिस पहुंचे।
बृजभूषण को बचाया जा रहा : राकेश टिकैत
उधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बातचीत से हल संभव है। भाजपा सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी होनी चाहिए। बृजभूषण को बचाया जा रहा है। राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा था कि किसान संगठनों ने पहलवानों के आंदोलन से समर्थन वापस नहीं लिया है। नौ जून को होने वाले आंदोलन को टाला है, अब खिलाडिय़ों के कहने पर आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
कें द्र के खिलाफ आप-सपा की मोर्चाबंदी
- अखिलेश यादव से मिलेंगे केजरीवाल
- आज दोपहर लखनऊ पहुंचेंगे
- अध्यादेश के खिलाफ है सपा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। केजरीवाल ने बुधवार को लखनऊ आकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। ज्ञात हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार से संबंधित केंद्र सरकार के बिल को राज्यसभा में नामंजूर कराने की कवायद में जुटे हैं। इसके लिए केजरीवाल गैर भाजपा दल के नेताओं से मिलकर उनसे समर्थन मांग रहे हैं।
इसी कड़ी में केजरीवाल बुधवार को लखनऊ आकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात किया। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, यूपी के प्रभारी सांसद संजय सिंह, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना सिंह और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा भी थे ।
समाजवादी पार्टी अध्यादेश के खिलाफ है। ऐसे में वह इस मुद्दे पर खुलकर आम आदमी पार्टी का साथ देगी। केजरीवाल से मुलाकात के बाद सपा अध्यक्ष इस मुद्दे पर साथ देने की अधिकृत घोषणा कर सकते हैं। अखिलेश इस मामले में पहले भी आपत्ति जता चुके हैं। उन्होंने ट्वीट करके अध्यादेश को न्यायपालिका का अपमान बताया था। इसलिए माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सपा अध्यक्ष केजरीवाल के मुहिम में साथ दे सकते हैं।
लोकसभा चुनाव पर भी मंथन
सपा सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल के साथ उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह भी मौजूद रहेंगे। ऐसे में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी बातचीत हो सकती है। क्योंकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद विपक्षी एकता की कोशिश में जुटे हुए हैं। हालांकि पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि अभी सिर्फ मुलाकात तय हुई है। अध्यादेश के अलावा किन-किन मुद्दे पर बातचीत होगी, यह तो उसी वक्त पता चलेगा।
मणिपुर में दर्दनाक हिंसा जारी, तीन जिंदा जले
- एंबुलेंस में मां के साथ था मासूम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। मणिपुर में हिंसा दिन-ब-दिन और खतरनाक रूप लेती जा रही है। इस बीच, राज्य के पश्चिम इंफाल जिले से रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है। दंगाइयों ने तीन मासूम लोगों की जान ले ली। दरअसल, करीब आठ वर्षीय घायल बच्चे को अस्पताल ले जाते समय एक एंबुलेंस में भीड़ ने आग लगा दी। इससे बच्चे, उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई।
मासूम को लगी थी गोली
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी के दौरान मासूम बच्चे को सिर में गोली लग गई थी। उसका इलाज कराने के लिए उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार एंबुलेंस से इंफाल के अस्पताल ले जा रहे थे। तभी भीड़ ने अचानक सामने आकर एंबुलेंस को रुकवा दिया और उसमें आग लगा दी। इससे तीनों की जलकर मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया की भीड़ ने जिन लोगों को आग की भेंट चढ़ा दिया। उनकी पहचान आठ वर्षीय तोंसिंग हैंगिंग, उसकी 45 वर्षीय मां मीना हैंगिंग और 37 वर्षीय लिडिया लोरेम्बम के रूप में हुई है। असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है। साथ ही बताया कि घटनास्थल और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।