डीईआरसी अध्यक्ष नियुक्ति: सुप्रीम कोर्ट की एलजी और केंद्र को नोटिस
दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेट्री कमीशन के अध्यक्ष की नियुक्ति पर 11 जुलाई तक रोक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार और एलजी केंद्र सरकार के मामले में एक बार फिर उपराज्यपाल और केंद्र की मोदी सरकार को झटका दिया है। तो वहीं आम आदमी पार्टी की सरकार को थोड़ी सी राहत दी है। दरअसल, दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेट्री कमीशन (डीईआरसी) चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर विवाद लगातार जारी है। अब इस मामले में आज सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की बेंच ने फिलहाल दिल्ली में डीईआरसी अध्यक्ष के शपथ पर रोक को जारी रखा है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार और दिल्ली के एलजी को नोटिस जारी किया है, जिसके बाद मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी। यानी तब तक शपथ ग्रहण पर रोक जारी रहेगी। इससे पहले दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने 7 जुलाई को होने जा रहे शपथ ग्रहण कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की थी।
एलजी दफ्तर की तरफ से दिया गया जवाब
तुषार मेहता ने कहा कि जब सरकार के पूछने पर जस्टिस उमेश कुमार ने 26 जून को शपथ ग्रहण के लिए सहमति दे दी, तब इन्होंने याचिका दाखिल कर दी। एक पूर्व जज के साथ ऐसा खेल अशोभनीय है। सॉलिसीटर जनरल ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र के अध्यादेश को चुनौती देना चाहती है। उससे पहले उसके एक हिस्से (सेक्शन 45-ष्ठ) के आधार पर जारी आदेश के अमल पर रोक हासिल कर तैयारी कर रही है।
मुफ्त बिजली बंद करने की साजिश
सिंघवी ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार लोगों के प्रति जवाबदेह है। उसने लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी है। अपना डीईआरसी अध्यक्ष बना कर एलजी मुफ्त बिजली बंद करना चाहते हैं। एलजी कार्यालय के लिए पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने इसे आधारहीन बयान बताते हुए विरोध किया। मेहता ने कहा कि जस्टिस उमेश कुमार की नियुक्ति के मामले में दिल्ली सरकार को पूरी जानकारी थी।
दिल्ली सरकार ने नियुक्ति को बताया सरकारी कामकाज में दखल
इस मामले में दिल्ली सरकार की दलील है कि एलजी ने अपनी तरफ से जस्टिस उमेश कुमार को इस पद पर नियुक्त कर दिया है। यह नियुक्ति लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार के कामकाज में सीधा दखल है। दिल्ली सरकार के लिए पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जनवरी में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व जज राजीव कुमार श्रीवास्तव को इस पद पर नियुक्त करने का प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास भेजा था। लेकिन उन्होंने नियुक्ति का आदेश जारी नहीं किया। 15 जून को जस्टिस श्रीवास्तव ने इस पद के लिए असमर्थता जता दी। इसके बाद एलजी ने जस्टिस उमेश कुमार की नियुक्ति का गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। दिल्ली सरकार ने कहा कि केंद्र ने 19 मई को अध्यादेश लाकर जीएनसीटीडी एक्ट में बदलाव कर दिया है। बदले हुए एक्ट की धारा 45-डी के तहत यह नियुक्ति की गई है। सिंघवी की मांग थी कि कोर्ट इस नियुक्ति की वैधानिकता पर सुनवाई करे। तब तक 7 जुलाई को होने जा रहे डीईआरसी अध्यक्ष के शपथ ग्रहण कार्यक्रम पर रोक लगा दी जाए।
गोरखपुर-लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रॉयल सफल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का मंगलवार को गोरखपुर से लखनऊ रूट पर पहला ट्रायल रन हुआ। देश की पहली स्वदेशी सेमी हाइस्पीड ट्रेन गोरखपुर से सुबह 6:05 बजे चली। इसे 10:20 बजे लखनऊ पहुंचना था, लेकिन 17 मिनट पहले 10:03 बजे चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंच गई। वंदे भारत ने गोरखपुर से लखनऊ का 296 किमी का सफर 3 घंटे 58 मिनट में पूरा किया। ट्रेन की अधिकतम स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे रही।
रेलवे चार्ट में सप्त क्रांति एक्सप्रेस का गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने का तय समय 4:55 घंटा है। वहीं, गोरखधाम एक्सप्रेस 4:50 घंटे, वैशाली एक्सप्रेस 05:05 घंटे और हमसफर का 5:15 घंटे में पहुंचना निर्धारित है। स्पीड ट्रायल के बाद रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस का टाइम टेबल और किराया जारी करेगा।
आरपीएफ के अतिरिक्त जवान तैनात
वंदे भारत एक्सप्रेस की सुरक्षा के लिए आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती प्लेटफॉर्म पर की गई। वहीं रेलवे कंट्रोल रूम में एक वरिष्ठ अधिकारी को भी वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन के लिए तैनात किया जाएगा। हालांकि यह लखनऊ जंक्शन से चलेगी या गोमती नगर स्टेशन से, यह अभी तय नहीं हो पाया है।
एक बार में 456 यात्री कर सकेंगे सफर
ट्रेन के डिब्बे चेन्नई में तैयार हुए हैं। सीट के नीचे चार्जिंग पॉइंट दिए गए हैं। आठ कोच की ट्रेन में अधिकतम 456 यात्री सफर कर सकते हैं। यात्री की सुविधा के लिए फर्स्ट ऐड बॉक्स रखा गया है। ट्रेन में क्रू मेंबर की कोच के पीछे खाना गर्म करने और पानी ठंडा रखने के लिए मशीन लगी है। अटेंडेंट की मदद से यात्रियों को गर्म खाना और ठंडा पानी मिल सकेगा।
बारिश के चलते धंसी सडक़ में घुसी कार, बाल-बाल बचे गाड़ी सवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब सीएम की कुर्सी संभाली थी, तो ये फरमान जारी किया था कि वो प्रदेश में गड्ढा मुक्त सडक़ें बनाएंगे और पूरे प्रदेश को ही गड्ढा मुक्त बना देंगे। इसके लिए कई तारीखों की डेडलाइन भी जारी की गई, लेकिन लगता है मुख्यमंत्री साहेब का ये फरमान सिर्फ बयानों तक ही सिमट कर रह गया है।
क्योंकि प्रदेश तो दूर राजधानी लखनऊ की सडक़ों की जो हालत है, वो सीएम के इस आदेश की धज्जियां उड़ा रही है। एक तो वैसे ही राजधानी की कई सडक़ें गड्ढों के बीच बनी हुई हैं, वहीं अगर बारिश हो जाए तो रातों-रात बीच सडक़ पर ऐसा गड्ढा बन जाता है, जो सीधे बड़े-बड़े हादसों को दावत देता है। ताजा मामला बलरामपुर अस्पताल के पास का है। जहां सडक़ धसने से एक हादसा हो गया। जहां एक कार इस गड्ढे में घुस गई।
होटल में घुसा बेकाबू ट्रक, 10 को कुचला
ब्रेक फेल होने के चलते हुआ दर्दनाक हादसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
धुले। महाराष्ट्र के धुले में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। मुंबई-आगरा हाईवे पर ब्रेक फेल होने की वजह से एक कंटेनर होटल में जा घुसा। हादसे में 38 लोग कंटेनर की चपेट में आ गए। इस हादसे में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हैं। पुलिस के मुताबिक, दुर्घटना शिरपुर तालुका के पलासनेर गांव में दोपहर करीब 12 बजे के आस-पास की बताई जा रही है। मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक, मुंबई-आगरा हाइवे पर पलासनेर गांव के पास इस कंटेनर ने बस स्टैंड के पास खड़ी तीन गाडय़िों को टक्कर मारी। इसके बाद वह होटल में जा घुसा। घटना का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उसमें देखा जा सकता है कि कंटेनर मध्य प्रदेश से धुले की तरफ जा रहा था। तभी अनियंत्रित होकर उसने तीन गाडय़िों को टक्कर मारी फिर बस स्टैंड के पास होटल में जा घुसा। घटना के दौरान का वीडियो डरावना है।
कार में भी मारी टक्कर, 5 फीट हवा में उछली
वीडियो में देखा जा सकता है कि हादसे से पहले मुंबई-आगरा हाईवे पर दूसरा कंटेनर बाएं दिशा में धीमी रफ्तार में आगे बढ़ रहा है। सडक़ के किनारे एक और ट्रक खड़ा है। एक कार इन दोनों को क्रॉस करने ही वाली थी कि बेकाबू कंटेनर पीछे से कार को टक्कर मारता है। फिर होटल में घुसता है। पहले तो कार के चिथड़े उड़ जाते हैं और वह सडक़ पर 200 मीटर घिसटती हुई सामने एक डिवाइडर से टकराकर करीब 5 फीट तक हवा में उछल जाती है। इसके बाद ट्रक सडक़ किनारे लगे एक होटल में जाकर लोगों को कुचलते हुए पलट जाता है। घटना के दौरान होटल में भीड़ थी। इस वजह से जान-माल का ज्यादा नुकसान हुआ है।
60-80 किमी की गिट्टी लदे ट्रक की थी रफ्तार
हादसे के बाद सडक़ के किनारे मृतकों और घायलों की कतार लग गई। कई लोगों का शरीर का हिस्सा अलग-थलग पड़ा हुआ था। घायल घंटों सडक़ पर तड़पते नजर आए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, घटना की दौरान कंटेनर की रफ्तार करीब 60-80 किलोमीटर प्रति घंटे रही होगी। कंटेनर पर गिट्टी लदा हुआ था। लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद घायलों को अस्पताल भेजा गया और कंटेनर को क्रेन के जरिए हटाया गया। हादसे में होटल पूरी तरह तबाह हो गया।