भागवत के बयान पर स्वामी का पलट वार, भारत कभी हिन्दू राष्ट्र नहीं था
लखनऊ। हिंदू राष्ट्र को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख द्वारा दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस तीखी प्रतिक्रिया दी है। स्वामी ने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र नहीं है। पहले भी कभी नहीं रहा। यह एक संप्रभु राष्ट्र है और यहां रहने वाले सभी लोग भारतीय हैं। बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और सभी भारतीय हिंदू हैं। हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने लोगों की अपेक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ को इस सबके बारे में सोचना चाहिए। भागवत ने कहा था कि हिन्दुस्तान एक हिंदू राष्ट्र है और यह एक सच्चाई है। वैचारिक रूप से, सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू का मतलब सभी भारतीय हैं। भारत हिंदू राष्ट्र नही है, पूर्व में भी कभी हिंदू राष्ट्र नहीं था। भारत अपने आप में एक संप्रभु राष्ट्र है। हमारा संविधान पंथ निरपेक्ष राष्ट्र की अवधारणा पर आधारित है। भारत के सभी लोग भारतीय हैं। सभी धर्मों, पंथो, सम्प्रदायों व संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व हमारा भारतीय संविधान करता है वे सभी जो आज भारत में हैं, वे हिंदू संस्कृति, हिंदू पूर्वजों और हिंदू भूमि से संबंधित हैं, इनके अलावा और कुछ नहीं। भागवत ने कहा, कुछ लोग इसे समझ गए हैं, जबकि कुछ अपनी आदतों और स्वार्थ के कारण समझने के बाद भी इस पर अमल नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा, कुछ लोग या तो इसे अभी तक समझ नहीं पाए हैं या भूल गए हैं। उन्होंने कहा था कि हमारी विचारधारा की दुनियाभर में बहुत मांग है। वास्तव में इस विचारधारा का कोई विकल्प नहीं है। शनिवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरएसएस प्रमुख के इस बयान को टैग करते हुए एक ट्वीट में लिखा, भारत हिंदू राष्ट्र नहीं है, पूर्व में भी कभी हिंदू राष्ट्र नहीं था। भारत अपने आप में एक संप्रभु राष्ट्र है। हमारा संविधान पंथ निरपेक्ष राष्ट्र की अवधारणा पर आधारित है। भारत के सभी लोग भारतीय हैं। सभी धर्मों, पंथो, सम्प्रदायों व संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व हमारा भारतीय संविधान करता है।’ बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादित बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल में उन्होंने एक बयान में कहा था हिंदू कोई धर्म नहीं।