माहौल खराब करने वालों पर करें सख्त कार्रवाई : दुर्गा शंकर

  • मुख्य सचिव ने प्रदेशभर के अधिकारियों के साथ की समीक्षा

लखनऊ। भाजपा की राष्टï्रीय प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कानपुर और प्रयागराज में हिंसक प्रदर्शन हुए। अभियुक्तों के खिलाफ हुई कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि गड़बड़ी फैलाने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। इंटरनेट मीडिया पर कड़ी नजर रखते हुए अधिकारी छोटी से छोटी घटना में तुरंत कार्रवाई करें। मुख्य सचिव ने प्रदेशभर के मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठï पुलिस अधिकारियों के साथ वीसी की। माहौल खराब करने का प्रयास करने वालों पर सख्ती कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों को समझाया जाए कि बाहर की घटनाओं को लेकर प्रदेश की शांति व्यवस्था को खराब करना अनुचित है और इससे लोगों का रोजी-रोजगार भी प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती के साथ-साथ मित्रवत संवाद भी रखा जाए। छोटी सी छोटी घटना पर तुरंत एक्शन लें। वहीं अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने निर्देश दिया कि किसी भी घटना में वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर मामले को वहीं पर शांत कराने का प्रयास करें। मुख्य सचिव ने बैठक में यातायात व्यवस्था को लेकर भी कई निर्देश दिए, कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

किसी भी जिले में अवैध ट्रांसपोर्ट पाए जाने पर वरिष्ठï अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। सड़कों पर धार्मिक आयोजन कतई न हों, इसके लिए धर्मगुरुओं से नियमित संवाद करते रहें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया में दलालों के दखल को सख्ती से रोकें। स्कूल वाहनों की फिटनेस की जांच हो। मंडल के किसी भी जिले से फिटनेस प्रमाण पत्र बनवाने की सुविधा भी उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि भ्रमण के समय ट्रामा सेंटरों का आकस्मिक निरीक्षण अवश्य करें और उसकी कमी मिलने पर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराएं। वहीं नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करने वालों पर कार्रवाई करें। इसके अलावा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान में हटाए गए वेंडरों को स्थान चिन्हित कर पुनर्स्थापित करें, ताकि किसी की भी रोजी-रोटी प्रभावित न हो सके। अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ब्लैक स्पाट चिन्हित कर उनको ठीक कराने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।

विधान परिषद में भाजपा का कुनबा बढ़ा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों पर हो रहे चुनाव में सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। इसमें योगी सरकार के सात मंत्रियों सहित भाजपा के 9 और सपा के 4 उम्मीदवार शामिल हैं। छह जुलाई को रिक्त होने वाली विधान परिषद की 13 सीटों के लिए चुनाव में सोमवार को नाम वापसी की अंतिम समय सीमा के बाद इसकी घोषणा कर दी गई। निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने विजयी प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र वितरित कर दिए। दरअसल, विधान परिषद की 13 सीटें छह जुलाई को रिक्त हो रही हैं। इन सीटों पर चुनाव के लिए प्रक्रिया दो जून से शुरू हुई। नौ जून को आखिरी तारीख तक निर्धारित सीटों के लिए 13 ही नामांकन दाखिल किए गए। 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच में सभी नामांकन वैध पाए गए। सोमवार को नाम वापसी की आखिरी तारीख है। दोपहर तीन बजे तक की समय सीमा बीतने के बाद नियमानुसार चुनाव की स्थिति न बनने पर सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने इसका औपचारिक ऐलान कर दिया। उन्होंने विधान परिषद सदस्य के लिए निर्वाचित किए गए प्रत्याशियों को निर्वाचन प्रमाण-पत्र सौंप दिए हैं। इन सभी का कार्यकाल छह जुलाई 2022 के बाद से शुरू होगा।

ये प्रत्याशी जीते निर्विरोध
भाजपा प्रत्याशियों में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप, आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र और अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी शामिल हैं। अन्य दो में लखनऊ महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा और कन्नौज के पूर्व विधायक बनवारी लाल दोहरे हैं। वहीं सपा के प्रत्याशियों में स्वामी प्रसाद मौर्य सहित चार प्रत्याशियों ने विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन किया था। इनमें अखिलेश यादव के लिए करहल विधानसभा सीट छोड़ने वाले सोबरन सिंह यादव के पुत्र मुकुल यादव, सहारनपुर के शाहनवाज खान व सीतापुर के पूर्व विधायक जासमीर अंसारी शामिल हैं।

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