लोगों को बांटने की राजनीति कर रही सरकार: तेजस्वी

  • बोले- सिर्फ वोटों के लिए लाया गया वक्फ बोर्ड एक्ट संशोधन बिल
  • आरक्षण को संविधान की नौंवी अनुसूची में शामिल न किए जाने पर जताया विरोध

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड की शक्तियों में संशोधन करने को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी वक्फ बोर्ड एक्ट संशोधन बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी। पत्रकारों के पूछे गए एक सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि बस वोट के लिए ही केंद्र सरकार ने ये अध्यादेश या विधेयक लाया है। निश्चित तौर पर यह देश में ध्रूवीकरण और लोगों को बांटने की राजनीति है।
देखा जाए तो केंद्र सरकार को इसके अलावा कोई काम नहीं है, वह सिर्फ और सिर्फ इसी पर राजनीतिक रोटी सेकना चाहती है। इस बीच तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि अभी तक नौंवीं अनुसूची में आरक्षण को क्यों नहीं डाला गया। नीतीश कुमार ने तो वादा किया था कि विशेष राज्य का दर्जा दिलाएंगे क्यों नहीं दिलवाया गया। अब क्यों वो खामोश हैं। वहीं जब उनसे पूछा गया कि तामिलनाडु के परिवहन मंत्री ने प्रभु श्रीराम को लेकर विवादित बयान दिया है, तो तेजस्वी यादव ने कहा कि किसकी क्या वक्तिगत राय है इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। सबकी अपनी-अपनी आस्था है, इस पर बहस करने का क्या मतलब है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान श्रीराम पर जो बयान दिया गया है, निश्चित तौर पर इस तरह से नहीं होना चाहिए और कौन क्या बोलता है इससे क्या फर्क पड़ता है।

राजवंशी नगर मंदिर में की पूजा अर्चना

तेजस्वी अपनी बेटी और पत्नी के साथ राजवंशी नगर मंदिर में सावन की पूजा करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने भक्तों की सेवा की और लोगों को खाना खिलाया। इस दौरान भारी बारिश के कारण उनकी पत्नी और नन्हीं बेटी कात्यायनी को छतरी लेकर मंदिर में पहुंचाया गया। तेजस्वी की बेटी और पत्नी को देखने के लिए वहां लोगों का हुजुम लगा हुआ था, मंदिर के अंदर भी काफी भीड़ थी।

मांझी ने चिराग को बताया स्वार्थी

आरक्षण के अंदर कोटा को लेकर एनडीए के दो घटक दल आमने-सामने आ गए हैं। एससी एसटी को लेकर दिए गए सुप्रीम कोट के फैसले से जहां चिराग पासवान नाखुश हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को स्वार्थी बता दिया है, जिन्होंने कोर्ट के फैसले पर असहमती जताई हैं। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि मुसहर, भुइयां, मेहतर जाति के जो लोग हैं, उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता। गरीब और गरीब हो रहा है। इस जाति के लोग कितने इंजीनियर, आईएएस या आईपीएस हैं। जो लोग आज नराजगी जता रहे हैं उसी चार जातियों के लोगों को आरक्षण का लाभ ज्यादा मिलता है। यानी शिड्यूल कास्ट के लोग ही 76 साल से आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को समझना चाहिए कि सिर्फ पासवान जाति को नहीं आरक्षण नहीं मिलेगा उसमें समाज में और भी जातियां हैं।

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