शिंदे की बगावत से उद्धव सरकार हिली, इस्तीफा दे सकते हैं ठाकरे!
संजय राउत के बयान के बाद विधान सभा भंग होने की भी चर्चा तेज
- कैबिनेट बैठक में आठ मंत्री नहीं हुए शामिल, शिवसेना ने जारी किया व्हिप
- बागी नेता एकनाथ शिंदे ने 46 विधायकों के साथ होने का किया दावा
- कमलनाथ बोले, कांग्रेस जारी रखेगी समर्थन, पवार ने की उद्धव से बात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट गहरा गया है। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना नेता संजय राउत द्वारा विधान सभा भंग होने के संकेत देने के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचलें बढ़ गई हैं। भाजपा के सभी विधायक देवेंद्र फडणवीस के घर जुटने लगे हैं वहीं कांग्रेस नेता कमलनाथ भी बालासाहेब थोराट के घर पहुंचे। सीएम उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ 46 विधायक हैं और वे किसी भी भाजपा नेता के संपर्क में नहीं हैं।
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र विधान सभा भंग करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट विधान सभा भंग करने की ओर बढ़ रहा है। सियासी हलचल के बीच सीएम उद्धव के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर बायो से मंत्री पद हटा लिया। वहीं महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक एक बजे बुलायी गई थी जिसमें आठ मंत्री गैरहाजिर रहे। इसके बाद शिवसेना ने विधायकों को व्हिप जारी किया है और शाम पांच बजे बैठक बुलाई है। खबरों के मुताबिक बैठक के बाद उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे सकते हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस पर्यवेक्षक कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा महाविकास अघाड़ी सरकार को पूरा समर्थन देंगे। शरद पवार ने भी उद्धव से बात की है।
सत्ता जाती है तो जाए: संजय राउत
शिवसेना गठबंधन वाली सरकार की विदाई के संकेत खुद पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने दिए। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं। सालों साल से हम एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं। उनके लिए आसान नहीं है पार्टी छोडऩा और हमारे लिए भी आसान नहीं है उनको छोडऩा। मैंने आज सुबह उनसे एक घंटे तक बातचीत की और पार्टी प्रमुख को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। सत्ता जाती है तो जाए, हम एकनाथ शिंदे को नहीं छोड़ सकते।
कांग्रेस में भी बगावत के आसार
नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार पर आए राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस में भी बगावत के आसार दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि शिवसेना के बाद कुछ कांग्रेस के विधायक भी बागी हो सकते हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को मुंबई भेजा है। कमलनाथ ने कहा कि आज देश में सौदे की राजनीति हो रही है। मध्यप्रदेश का उदाहरण आप जानते हैं। ये राजनीति हमारे संविधान के विपरीत है और भविष्य के लिए खतरे की बात है। शिवसेना को खुद तय करना है कि वे अपने विधायकों से कैसे बात करेंगे। कांग्रेस के विधायक बिकाऊ नहीं हैं।
विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचे शिंदे
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे पार्टी के विधायकों और निर्दलीय विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी पहुंच गए हैं। सभी बागी विधायकों को रैडिसन ब्लू होटल में ठहराया गया है। इस दौरान होटल के बाहर भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।
भाजपा पर साधा निशाना
सोमवार को एमएलसी चुनाव के बाद से महाराष्टï्र में सियासी संग्राम तेज हुआ। बगावत का झंडा उठाने वाले कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कई विधायकों को लेकर मुंबई से गुजरात के सूरत गए और फिर वहां से असम के गुवाहाटी चले गए। अभी शिंदे समेत सभी बागी विधायक गुवाहाटी के होटल में ठहरे हुए हैं। इसके बाद से उद्धव सरकार पर खतरा मंडराने लगा है।
देखेंगे आगे क्या होता है: उद्धव
सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम देखेंगे आगे क्या होता है?
राज्यपाल कोश्यारी व सीएम ठाकरे कोरोना संक्रमित
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उद्धव ने संक्रमित होने के कारण अपने विधायकों की वर्चुअल बैठक ली।
लोक सभा उपचुनाव: सपा की प्रतिष्ठा दांव पर, मतदान कल
- आजमगढ़ व रामपुर सीट के लिए होगा चुनाव
- भाजपा और बसपा ने भी झोंकी ताकत
- अखिलेश और आजम के इस्तीफे के बाद खाली हुई थीं दोनों सीटें, पोलिंग पार्टियां रवाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आजमगढ़ और रामपुर लोक सभा की रिक्त सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सपा की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं भाजपा और बसपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों सीटों पर कल मतदान होगा। मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गयी हैं।
रामपुर की सीट सपा नेता आजम खां और आजमगढ़ सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 2019 में हुए लोक सभा चुनाव में जीती थी। दोनों नेताओं के लोक सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ये सीटें रिक्त हुई हैं। ऐसे में दोनों सीटों पर कब्जा बरकरार रखना सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। भाजपा ने आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ, सपा ने धर्मेंद्र यादव और बसपा ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को मैदान में उतारा है। वहीं रामपुर से सपा उम्मीदवार आसिम रजा तो भाजपा से घनश्याम लोधी मैदान में हैं। बसपा ने यहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। मतगणना 26 जून को होगी।
एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा
- किया दर्शन पूजन, मंदिर परिसर में लगाई झाड़ू
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित होने बाद आज द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है। आदिवासी नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू की सुरक्षा में केंद्र सरकार के निर्देश पर सीआरपीएफ के कमांडो अब 24 घंटे तैनात रहेंगे। वहीं मुर्मू ओडिशा के एक शिव मंदिर में गईं और पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में झाड़ू भी लगाई।
भाजपा की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने मंगलवार को द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया था। इससे कुछ घंटे पहले ही विपक्षी दलों की तरफ से यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाए जाने का ऐलान किया गया था। 64 वर्षीय एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू आज सुबह ओडिशा के मयूरभंज जिले में रायरंगपुर जगन्नाथ मंदिर पहुंचीं और पूजा-अर्चना की। उन्होंने झाड़ू लेकर मंदिर परिसर में साफ सफाई भी की। द्रौपदी मुर्मू का जन्म मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में ही हुआ था।