जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या, दुनिया स्तब्ध
जनसभा को संबोधित करने के दौरान हमलावर ने करीब से मारी थी दो गोली
- इलाज के दौरान पूर्व पीएम का निधन, जापान में शोक की लहर
- पुलिस की गिरफ्त में हमलावर, राष्ट्राध्यक्षों ने जताया दुख
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
टोक्यो। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की आज सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर ने नारा शहर में एक जनसभा को संबोधित करते समय पूर्व पीएम को करीब से दो गोलियां मारीं। शिंजो आबे को बेहद नाजुक हालत में अस्पताल पहुंचाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व पीएम शिंजो आबे के निधन से जापान में शोक की लहर है। वहीं इस घटना से पूरी दुनिया स्तब्ध है। विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने पूर्व पीएम के निधन पर शोक जताया है।
सभा को संबोधित करने के दौरान जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को हमलावर ने पीछे से दो गोलियां मारीं। गोली लगते ही शिंजो आबे जमीन पर गिर गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। जापान के एक अधिकारी ने बताया कि शिंजो आबे हमले के बाद सांस नहीं ले रहे थे। एयरलिफ्ट करते वक्त उनकी दिल की धडक़ने भी बंद थीं। शिंजो आबे ने 2020 में पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार थे। वे जापान में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास दोस्त थे। आरोपी का नाम यामागामी तेत्सुया है। उसकी उम्र 41 साल है। आरोपी सेल्फ डिफेंस का सदस्य रह चुका है। हमलावर ने बताया कि वह जापान के पूर्व पीएम से नाखुश था और उन्हें जान से मारना चाहता था।
वीडियो आया सामने
आबे पर हमले का वीडियो सामने आया है। बीएनओ न्यूज ने हमले का वीडियो जारी किया है। वीडियो में गोलीबारी के बाद अफरा-तफरी का माहौल दिख रहा है। गोली लगने के तुरंत बाद ही आबे जमीन पर गिर जाते हैं। आबे पर काफी करीब से हमला हुआ था। मौके पर मौजूद पुलिस ने फौरन हमलावर को गिरफ्तार कर लिया।
मित्र शिंजो आबे को मोदी ने कराई थी बनारस की सैर
वाराणसी। पीएम मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की दोस्ती जगजाहिर है। प्रधानमंत्री रहते हुए जब शिंजो आबे भारत आए थे तो पीएम मोदी उन्हें 12 दिसंबर 2015 को वाराणसी दर्शन को लेकर आए थे। दोनों प्रधानमंत्रियों ने दशाश्वमेध घाट पर गंगाजल हाथ में लेकर विश्व की मंगलकामना का संकल्प लिया था। इस दौरान शिंजो आबे का भारतीय संस्कृति और सभ्यता के प्रति स्नेह सभी ने देखा था। दोनों ने मढ़ी में बैठकर एक घंटे से अधिक गंगा आरती देखी थी। बनारस में हुए अभूतपूर्व स्वागत से शिंजो गदगद थे और देर तक खड़े रहकर लोगों का अभिवादन किया था। यही नहीं मोदी और शिंजो ने नदेसर पैलेस में अपने क्षेत्र के महारथी 68 खास लोगों से मुलाकात कर भविष्य की योजना का खाका भी खींचा था। भारत-जापान की वर्षों से चली आ रही मैत्री के प्रतीक रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर की नींव 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रखी थी। वहीं जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या की खबर से वाराणसी के लोग सदमे में हैं।
शिंजो आबे के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। वह एक महान वैश्विक राजनेता, एक उत्कृष्ट नेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। अपनी हाल की जापान यात्रा के दौरान मुझे श्री आबे से दोबारा मिलने और कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला। वह हमेशा की तरह मजाकिया और समझदार थे। मुझे क्या पता था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी। उनके परिवार और जापानी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उन्होंने आगे लिखा, पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे के प्रति हमारे गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा। श्री आबे ने भारत-जापान संबंधों को एक विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं।
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन से गहरा दुख हुआ, उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं।
राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस
जुबैर को सशर्त जमानत, यूपी पुलिस को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
- अल्ट न्यूज के सह संस्थापक हैं मोहम्मद जुबैर
- धार्मिक भावनाओं को आहत करने का है आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर को सुप्रीम कोर्ट ने आज पांच दिन के लिए सशर्त अंतरिम जमानत दे दी। शीर्ष कोर्ट ने जुबैर को जमानत देने के साथ ही यूपी पुलिस को नोटिस देकर जवाब मांगा है। जुबैर संभवत: जेल से छूट नहीं पाएंगे क्योंकि वह दिल्ली पुलिस के एक अन्य केस में न्यायिक हिरासत में हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने जुबैर को अंतरिम जमानत इस शर्त पर दी कि वह मामले से संबंधित मुद्दे पर कोई नया ट्वीट नहीं करेंगे। साथ ही सीतापुर मजिस्ट्रेट की अदालत के अधिकार क्षेत्र से बाहर नहीं जाएंगे। जुबैर को यूपी की सीतापुर पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज केस को लेकर गिरफ्तार किया था। यह मामला महंत बजरंग मुनि, यति नरसिंहानंद और स्वामी आनंद स्वरूप के खिलाफ जुबैर द्वारा किए गए एक ट्वीट से जुड़ा है।
दिल्ली पुलिस की न्यायिक हिरासत में हैं जुबैर
जुबैर दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एक अन्य मामले में न्यायिक हिरासत में है। इसमें धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप है। यह मामला 2018 में उनके द्वारा किए गए एक ट्वीट पर आधारित है। इस ट्वीट में 1980 के दशक की एक फिल्म-किसी से ना कहना का स्क्रीनशॉट शेयर किया था। जुबैर को दिल्ली पुलिस ने 17 जून को हिंदूफोबिया ट्वीट और संतों के अपमान तथा विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया था।
यूपी से निर्वाचित भाजपा के आठ राज्य सभा सदस्यों ने ली शपथ, सीएम ने दी बधाई
- उप राष्ट्रपति ने दिलायी पद और गोपनीयता की शपथ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी से निर्विरोध निर्वाचित भाजपा के आठ सदस्यों सहित 11 राज्य सभा सदस्यों ने आज संसद भवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के आठों सदस्यों को बधाई दी है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल तथा निर्दलीय एक-एक सदस्य ने भी शपथ ली है। उप राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने इन सभी को शपथ दिलाई।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई, भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष दर्शना सिंह, उत्तर प्रदेश पिछड़ा वित्त विकास निगम के अध्यक्ष बाबू राम निषाद, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर समुदाय के बड़े नेता सुरेन्द्र सिंह नागर ने राज्य सभा सदस्य के पद की शपथ ली। पार्टी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के लक्ष्मण, शाहजहांपुर से लोक सभा सदस्य रहे मिथलेश कुमार, डा. राधा मोहन दास अग्रवाल और भाजपा महिला मोर्चा की नेता संगीता यादव ने भी भाजपा से राज्य सभा सदस्य के रूप में शपथ ली। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत सिंह चौधरी और समाजवादी पार्टी के जावेद अली खां ने शपथ ली।