बीजेपी के मिशन 25 पर खटास, कई नेताओं पर गिरेगी गाज!
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस.... और बीजेपी के बीच जमकर जोर आजमाइश हुई.... अब 4 जून को आने वाले चुनाव परिणाम को लेकर सियासत भी बेसब्री से इंतजार कर रही हैं... देखिए खास रिपोर्ट....
4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है… चार चरण के मतदान हो चुके है… और सभी दल पांचवे चरण के चुनाव की तैयारी में जुटे हुए है… और राजनीति बयानबाजी भी जोरों पर है… इस समय हर गली मोहल्ले और चौक-चौराहों पर राजनीति की बातें हो रहीं है… जनता रोज सरकार बना रही है… रोज सरकार गिरा रहें है… बता दें कि इस समय जैसे-जैसे गर्मी का तामपान दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है… ठीक उसी तरह राजनीतिक तापमान भी बढ़ा हुआ है… वार पलटवार का दौर जारी है… बीजेपी अपनी साख बचाने के लिए रोज नए-नए पत्ते की तलाश कर रही हैं… रोज नए- नए मुद्दे जनता के सामने ला रही है… लेकिन उन सभी मुद्दों का जनता के ऊपर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है…. जिसको देखते हुए.,.. बीजेपी में खलबली मची हुई है… और जनता बीजेपी सरकार से परेशान हो चुकी है… और इस बार बदलाव करना चाहती है… देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी से पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी है… देश के युवा बेरोजगार घूम रहें है… युवाओं को नौकरी, रोजगार नहीं मिल रहा है… जिससे देश के युवा परेशान है… जिसके चलते इस बार लोकसभा चुनाव में युवाओं ने बदलाव का मूड बना लिया है… और इस बार बदलाव होकर रहेगा…
आपको बता दें कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस…. और बीजेपी के बीच जमकर जोर आजमाइश हुई…. अब 4 जून को आने वाले चुनाव परिणाम को लेकर सियासत भी बेसब्री से इंतजार कर रही हैं… सियासत में इस बार चर्चा है कि बीजेपी अब तीसरी बार कांग्रेस का क्लीन स्वीप नहीं कर पाएगी…. इस बार कांग्रेस को आधा दर्जन सीटों पर अच्छी फाइट में माना जा रहा हैं…. इधर, अब परिणाम की दिनांक नजदीक आने के साथ सियासी पारे में उबाल आता जा रहा हैं…. चर्चा है कि बीजेपी के मिशन 25 को खटाई में देखकर कयास लगाए जा रहा है…. कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद बीजेपी के कुछ नेताओं पर गाज गिर सकती है….
बता दें कि राजस्थान में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिशन 25 को लेकर लक्ष्य तय किया… लेकिन इस बार की चुनावी समीकरणों को देखकर चर्चा है कि शायद बीजेपी अपना यह मिशन पूरा नहीं कर पाएगी…. इसको लेकर सवालिया निशान उठ रहे हैं….. इसके पीछे बीजेपी के नेताओं की सियासी फूट का कारण माना जा रहा हैं… वहीं चर्चा है कि राजस्थान की कई सीटों पर बीजेपी नेताओं की फूट देखने को मिली हैं…. जिसके कारण कांग्रेस यहां से मजबूत हुई…. ऐसे में चर्चा है कि 4 जून को चुनाव परिणाम में यदि बीजेपी को नुकसान हुआ…. तो इसका जिम्मेदार राजस्थान के नेताओं की फूट को माना जाएगा….
वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस ने अपनी कई नेताओं के खिलाफ एक्शन लिया…. कांग्रेस ने उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की…. जिन्होंने चुनाव में पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में हिस्सा लिया… अब चर्चा है कि भाजपा भी इसी फार्मूले पर काम करने की तैयारी कर रही हैं…. इसको लेकर बीजेपी ऐसे नेताओं को चिन्हित करने का काम कर रही हैं…. जिनकी वजह से बीजेपी के मिशन 25 को नुकसान पहुंचने संभावना है… ऐसे में 4 जून को यदि भाजपा के पक्ष में आशा के अनुरूप परिणाम नहीं आया…. तो पार्टी हाई कमान राजस्थान के कई नेताओं के खिलाफ बड़ा एक्शन ले सकती…. इसको लेकर बीजेपी में जमकर हलचल मची हुई…
आपको बता दें कि राजस्थान को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि… इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को आधा दर्जन लोकसभा सीटों पर कड़ी टक्कर दी है… यहां की चुनावी समीकरणों के कारण बीजेपी भी आशंकित हैं…. इनमें राजस्थान की दौसा, भरतपुर, धौलपुर-करौली, चूरू, झुंझुनू, टोंक-सवाई माधोपुर, जोधपुर समेत सीटों पर कांग्रेस को अच्छी फाइट में माना जा रहा हैं…. उसके चलते इन सीटों के चुनाव परिणाम को लेकर भी लोग इंतजार कर रहे हैं…. वहीं इन सीटों की सियासी समीकरणों को लेकर बीजेपी में भी चिंता की लकीरें बनी हुई है…
इधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बीजेपी पर जमकर बरसे और निशाना साधते हे कहा कि बीजेपी का मिशन 25 राजस्थान में फुस्स हो चुका हैं…. राजस्थान के बीजेपी नेताओं की हालत खराब हैं…. रोज बीजेपी के नेताओं की दिल्ली से खिंचाई होती हैं… औऱ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस राजस्थान में 13 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेगा… वहीं उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री भजनलाल पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव के परिणाम के बाद एक बार फिर पर्ची बदलेगी….
वहीं राजस्थान के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी हाई कमान भी मान चुकी है कि इस बार कांग्रेस का क्लीन स्वीप करना संभव नहीं हो पाएगा…. इसकी पुष्टि केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के सबसे बड़े रणनीतिकार अमित शाह ने भी अपने बयान से कर दी है…. बीते दिनों दिल्ली में दिए इंटरव्यू में उन्होंने संकेत दे दिए कि इस बार बीजेपी की कुछ सीटें कम हो सकती है…. औऱ उन्होंने 25 लोकसभा सीटों में से बीजेपी की एक दो सीटें कम बताई है…. अमित शाह के इस बयान के बाद जहां कांग्रेस का आत्मविश्वास दो गुना हो गया…. वहीं राजस्थान की बीजेपी में खलबली मच गई…. इसको लेकर राजस्थान के बीजेपी के नेता और मुख्यमंत्री अपना बचाव करते हुए नजर आए…. इसमें बीजेपी के नेता अब भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद राजस्थान में 25 की 25 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं….
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुले आम स्वीकार किया है कि साल 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होंगी…. शाह के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी को एक-दो सीट कम हो सकती है…. चुनाव परिणाम से पहले शाह का उक्त बयान काफी अहमियत रखता है…. साल 2024 लोकसभा चुनाव में राजस्थान में हैट्रिक लगाने का दावा करने वाली बीजेपी के यू टर्न लेने के मायने क्या है…. यह खबर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है. इसके पीछे वोट फीसदी में आई कमी निर्णायक कही जा सकती है… इस बार राजस्थान में महिला और युवाओं को मत प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई है…. राजस्थान में सीटे कम मिलने करने वाले अमित शाह के बयान से विपक्षी को भी बोलने के लिए मुद्दा दे दिया है… पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस अब बीजेपी पर पलटवार है…. सीएम भजनलाल शर्मा सहित बीजेपी के सभी नेता 25 सीटें जीतने का दावा करते आए हैं…. लेकिन शाह ने उन दावों पर भी सवाल उठा दिए हैं….
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तुलना में लोकसभा चुनाव में हुई कम मतदान ने बीजेपी के मिशन-25 पर बड़ा आघात पहुंचाया है…. दो चरणों में राजस्थान के 25 लोकसभा सीटों पर हुए मतदान के बाद पार्टी के पास ऊपर तक फीडबैक मिला है कि पूरी 25 सीटें नहीं आएगी…. जबकि पिछले दो चुनाव की तरह बीजेपी ने राजस्थान में 25-25 सीटों जीत का दावा किया था…. राजस्थान में पहले फेज में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान कम होने से बीजेपी को आघात पहुंचा…. जिसका खामियाजा बीजेपी के मिशन 25 पर पहुंचा है…. साल 2024 में 2019 के मुकाबले मतदान 4.57 प्रतिशत तक कम रहा… पिछले लोकसभा चुनाव में राजस्थान में 66.07 प्रतिशत वोटिंग हुई थी…. इस बार वह घटकर 61.57 प्रतिशत रह गई….
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर 72.24 प्रतिशत वोटिंग हुई…. इस आदिवासी बहुल सीट पर जब जब अधिक वोटिंग हुई है.. उसका फायदा बीजेपी मिला है… साल 2009 यहां 52.68 2014 में 68.86% साल 2019 में 72.75% रहा था…. वहीं, बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 75.93 फीसदी मतदान हुआ था…. यहां भी 26 अप्रेल को यहां वोटिंग हुई थी…. बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के दौरान राजस्थान की 7 लोकसभा सीटों को कमजोर माना था…. कमजोर सीटों में दौसा, झुंझुनूं, बाड़मेर, चूरू, नागौर, सीकर, करौली-धौलपुर का नाम शामिल है…. इन सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और दूसरे स्टार प्रचारकों की सभाएं हुईं…. लेकिन नतीजा ज्यादा अच्छा नहीं रहा है…. इसकी एक बड़ी वजह भीतरघात भी हैं…..
आपको बता दें कि साल 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए शेखावाटी… और पूर्वी राजस्थान चुनौती बना रहा…. इसका संकेत विधानसभा चुनावों के दौरान भी मिला था… और यह गैप लोकसभा में भी दूर नहीं हो सका…. इसका खामियाजा चुनावों परिणामों में बीजेपी को दिख सकता है…. वहीं, लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों पर स्थानीय मुद्दे ने बीजेपी का चुनावी अंकगणित बिगाड़ा है…. राजस्थान में पहले चरण की सभी 12 सीटों पर महज 57.88 फीसदी हुआ…. जबकि इन 12 सीटों पर पिछले तीन लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां बेहतर हुए मतदान का लाभ मिला था…. 2009 में यहां 48.12 फीसदी, तो 2014 में 61.66 फीसदी और साल 2019 में 63.71 फीसदी मतदान हुआ था… वहीं राजस्थान में हुई कम वोटिंग से बीजेपी की चिंता बढ़ गई है… और राजस्थान में 25 में से 25 सीटें जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है… वहीं अब बीजेपी को महाराष्ट्र में कितनी सीटें मिलती हैं… यह आने वाला वक्त तय करेगा…