कोरोना काल ने तोड़ी आम आदमी की कमर तो राजनीतिक दलों की रही बल्ले-बल्ले

नई दिल्ली। कोरोना काल के दौरान और बाद में आम लोगों की कमाई पर काफी असर पड़ा था। लेकिन इस दरम्यान राजनीतिक दलों की कमाई पर कोई असर नहीं पड़ा, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (्रष्ठक्र) की ताजा रिपोर्ट यही इशारा करती है। साल 2021-22 में 8 राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा जो अपनी कमाई घोषित की गई है, उसमें बंपर बढ़ोतरी हुई है। 8 राजनीतिक दलों ने अपनी कुल कमाई 8829 करोड़ रुपये घोषित की है, जो 2020-21 के दौरान 7297।62 करोड़ रुपये थी। एडीआर ने राष्ट्रीय दलों की रिपोर्ट में बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, सीपीआई, सीपीआई (एम), तृणमूल कांग्रेस जैसे दलोंकी कमाई घोषित की है। अलग-अलग दलों की बात करें तो 2021-22 में बीजेपी ने 6046 करोड़ की संपत्ति घोषित की है, जो 2020-21 में 4990 करोड़ रुपये थी।
कांग्रेस की संपत्ति 2020-21 में 691 करोड़ थी, जो 2021-22 में करीब 17 फीसदी बढक़र 805 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। बहुजन समाज पार्टी एक ऐसा दल है जिसकी कमाई काफी घट गई है, 2020-21 में बसपा ने अपनी संपत्ति 732।79 करोड़ रुपये बताई थी, जो 2021-22 में 690 करोड़ रुपये हो गई है। इस लिस्ट में हर किसी को ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने चौंकाया है। साल 2020-21 में इस पार्टी की कमाई 182 करोड़ थी, जो 2021-22 में 458 करोड़ रुपये हो गई। यानी टीएमसी की कमाई में 151 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में ये भी बताया है कि कई दल पूरी तरह गाइडलाइन्स का पालन नहीं कर पाए हैं, इसमें उन बैंक, एजेंसियों का ब्योरा नहीं दिया गया है जिनसे पार्टियों ने कोई लोन लिया है। अगर देनदारी की बात करें तो राजनीतिक दलों पर करीब 103 करोड़ रुपये का बकाया है, इनमें सबसे ज्यादा देनदारी कांग्रेस पर 71 करोड़ रुपये है। एडीआर ने ये भी बताया है कि राजनीतिक दलों को दान में जो अचल संपत्ति मिलती है, उसका ब्यौरा देना जरूरी है। लेकिन पार्टियों ने ऐसा नहीं किया है, इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

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