देश संविधान से चलेगा न कि राजा के डंडे से: आरके चौधरी
बोले- संसद से सेंगोल हटाकर संविधान रखा जाए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद भवन में स्थापित किया गया ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल समाजवादी पार्टी के सांसद आर के चौधरी ने संसद से सेंगोल हटाने की मांग की है। सपा सांसद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने संसद भवन में जहां स्पीकर बैठते हैं, वहां सेंगोल स्थापित कर दिया।
सेंगोल का हिंदी अर्थ है राजदंड़, जिसका मतलब है राजा का डंडा। इसलिए संसद भवन से सेंगोल को हटाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के सांसद ने अपने हालिया बयान से सेंगोल पर नई बहस छेड़ दी। आर के चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने मोदी जी के नेतृत्व में सेंगोल स्थापित कर दिया, जिसका हिंदी अर्थ है राजदंड, इसका मतलब है राजा की छड़ी। अब देश संविधान से चलेगा या फिर राजा के डंडे से चलेगा। इसलिए हमारी ये मांग है कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो संसद भवन से सेंगोल को हटाना है।
सेंगोल को प्रणाम करना भूल गए थे पीएम : अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे सांसद इसलिए कह रहे होंगे कि जब पहली बार इसे स्थापित किया गया तो तब पीएम ने इसे प्रणाम किया था। लेकिन शपथ लेते हुए इस बार भूल गए, इसलिए ये याद दिलाने के लिए हमारे सांसद ने पत्र लिखा, वहीं सेंगोल पर मेरी राय वही है, जो मैंने अपनी एक्स पोस्ट में जाहिर की थी, आप चाहे तो मेरे अर्काइव से निकालकर उसे हर चैनल पर चला सकते हैं।
लोकसभा स्पीकर के आसन के निकट स्थापित है सेंगोल
संसद भवन स्थित लोकसभा चैम्बर में लोकसभा स्पीकर के आसन के निकट ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल को स्थापित किया गया है। जिसे नए संसद भवन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुए समारोह में स्थापित किया गया था। नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किए जाने से पहले सेंगोल को तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के लगभग 30 पुरोहितों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा गया था। कहा जाता है, सेंगोल जिसे दिया जाता है, उससे न्यायपूर्ण और निष्पक्ष शासन प्रदान करने की अपेक्षा की जाती है। सेंगोल एक तरह का राजदंड है। 15 अगस्त 1947 की आधी रात को इसे पंडित नेहरू को सौंपा गया था।