अंतरिक्ष से पहला संदेश: शुभांशु शुक्ला ने बिताई अंतरिक्ष में पहली रात, बोले – “मैं बहुत सो रहा हूं”

भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक अपनी पहली रात बिताई है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक अपनी पहली रात बिताई है।

इस ऐतिहासिक क्षण के बाद उनका पहला वीडियो संदेश भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने भारतवासियों को अंतरिक्ष से नमस्कार कहा है। शुक्ला जो कि एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए हैं, ने इस वीडियो में अपने अनुभव साझा किए। वीडियो में वह मुस्कुराते हुए नजर आते हैं और मिशन को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहते है।

भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक अपनी पहली रात बिताई है। इस ऐतिहासिक क्षण के बाद उनका पहला वीडियो संदेश भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने भारतवासियों को “अंतरिक्ष से नमस्कार” कहा है।

शुक्ला, जो कि एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए हैं, ने इस वीडियो में अपने अनुभव साझा किए। वीडियो में वह मुस्कुराते हुए नजर आते हैं और मिशन को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहते हैं:“अंतरिक्ष में चहलकदमी करना और खाना-पीना, एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं। मैं बहुत सो रहा हूं।” उन्होंने आगे कहा कि यह भले ही एक छोटा कदम लगे, लेकिन यह भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की दिशा में एक स्थिर और ठोस कदम है। शुक्ला की यह यात्रा भारत के लिए विशेष मायने रखती है, क्योंकि यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को वैश्विक मंच पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे भविष्य के गगनयान मिशन और अन्य मानव मिशनों की नींव और भी मजबूत होगी।

“यह एक शानदार राइड थी”
इसी के साथ इस मिशन को लेकर शुक्ला उत्साहित नजर आए. उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर समय बिताने और आपके साथ अपने अनुभव शेयर करने के लिए उत्सुक हूं. इस मिशन से पहले 30 दिनों तक शुभांशु शुक्ला क्वारंटाइन थे. इसी के बाद उन्होंने कहा, क्या मजेदार राइड थी यह, 30 दिन के क्वारंटाइन के बाद मैं सिर्फ स्पेस में जाना चाहता था. यह एक शानदार राइड थी. मैं उस हर इंसान को शुक्रिया कहना चाहता हूं जो इसका हिस्सा रहे हैं. यह मेरे अकेले की कामयाबी नहीं है, मेरे परिवार और दोस्तों ने मुझे बहुत स्पोर्ट किया है.

शुक्ला के साथ दिखा नन्हा साथी सॉफ्ट टॉय
इस वीडियो मैसेज में शुभांशु शुक्ला के साथ उनका छोटा से सॉफ्ट टॉय एक हंस भी नजर आया. शुभांशु शुक्ला ने हंस को लेकर कहा, भारतीय संस्कृति में हंस ज्ञान का प्रतीक है. उन्होंने कहा, मैं यहां के नजारों को देख रहा हूं, इनका मजा ले रहा हूं और सीख रहा हूं कि इस माहौल में कैसे खाना चाहिए.

41 साल बाद अंतरिक्ष में पहुंचा भारत
शुभांशु शुक्ला ने कहा, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ट्रेनिंग के दौरान मैंने भारतीय तिरंगे को अपने कंधे पर रखा, जिसने मुझे याद दिलाया कि मैं इस यात्रा में अकेला नहीं हूं और सभी भारतीय इसका हिस्सा हैं. बुधवार को अंतरिक्ष स्टेशन से यह मिशन लॉन्च हुआ. इसी के लगभग एक घंटे बाद शुभांशु शुक्ला ने एक वीडियो मैसेज में कहा था कि वो चालक दल के साथ 7.5 किमी प्रति सेकंड की स्पीड से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं. शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष उड़ान में 10 मिनट बाद कहा, नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों, हम 41 साल बाद अंतरिक्ष में पहुंचे हैं. यह एक शानदार यात्रा थी.

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