मिमिक्री को लेकर सरकार ने संसद को बना दिया अखाड़ा!
- बीजेपी ने विपक्ष पर लगाया अपमान करने का आरोप
- कल्याण बनर्जी के नकल पर मचा कोहराम
- कांग्रेस बोली- सरकार मुद्दों से भटका रही है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने का मामला तूल पकड़ रहा है। संसद से लेकर सडक़ तक भाजपा और विपक्ष में वार-पलटवार जारी है। जहां संसद में भाजपा ने इस मामले में सभापति के समर्थन में खड़े होकर विरोध किया है तो वहीं विपक्ष संसद के बाहर 141 सांसदों के निलंबन की कार्रवाई के विरोध में सरकार खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रही है। धनखड़ मामले पर पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी आलोचना की है।
बता दें कि संसद परिसर में उपराष्ट्रपति की नकल करने वाले तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी के एक वीडियो ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। वहीं कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उधर संसद में शीतकालीन सत्र में हंगामा अभी जारी है। विपक्ष संसद सुरक्षा चूक की घटना पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान की मांग पर अड़ी हुई है। इससे पहले लोकसभा सत्र के दौरान विपक्ष ने बार-बार केंद्रीय मंत्री के बयान की बात कही और जमकर लोकसभा में हंगामा मचाया। विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा से कई सांसदों को निलंबित किया गया। अब तक लोकसभा से 95 और राज्यसभा से 46 सहित कुल 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबित सांसदों के लॉबी और दीर्घाओं में प्रवेश पर रोक
सभी सांसदों के निलंबन के बाद, लोकसभा सचिवालय ने निलंबित सदस्यों के लिए प्रतिबंधों की रूपरेखा तैयार करते हुए एक सर्कुलर जारी किया। सर्कुलर में संसद कक्ष, लॉबी और दीर्घाओं में उनके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। निलंबन अवधि के दौरान, उन्हें समिति की बैठकों में भाग लेने, नोटिस पेश करने और समिति चुनावों में मतदान करने से रोक दिया गया है।
सभापति मुझे भी बोलने की इजाजत नहीं देते तो क्या मैं भी बोलूं दलित हूं : खरगे
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा,अगर मुझे बोलने की इजाजत नहीं है तो क्या मुझे यह कहना चाहिए कि मैं दलित हूं। हर मुद्दे में जाति को नहीं घसीटा जाना चाहिए और लोगों को भडक़ाने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार से सवाल किया है। मल्लिकार्जुन खरगे ने पूछा, क्या पीएम ने सदन का बहिष्कार किया है कि वह सदन में आकर बयान नहीं दे रहे हैं।
देश में जो देखा है वह संसदीय लोकतंत्र का मजाक : थरूर
संसद से सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा, अब, पिछले कुछ दिनों में हमने देश में जो देखा है वह संसदीय लोकतंत्र का मजाक है। संसदीय लोकतंत्र के पूरे इतिहास में कभी भी दुनिया के किसी भी देश में किसी भी संसद ने 150 सांसदों को निलंबित या निष्कासित नहीं किया है… जब संसद सत्र चल रहा हो, कुछ भी हो, तो सरकार को संसद में आना चाहिए और बाहर जाने से पहले उनके साथ चर्चा करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री और भाजपा हमें नसीहत न दें : सांसद गौरव गोगोई
सांसद मिमिक्री विवाद पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, प्रधानमंत्री को याद करना चाहिए कि पश्चिम बंगाल चुनाव के समय उन्होंने कैसे एक महिला मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाया था। तो प्रधानमंत्री और भाजपा हमें नसीहत न दें। वहीं जेएमएम सांसद महुआ माजी ने सरकार पर निशाना साधा। जब भी विपक्ष देश की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाता है तो सभी को निलंबित कर दिया जाता है, ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने सारे सांसदों को निलंबित किया गया है और हम इसका विरोध करते हैं, सरकार चाहते हैं कि किसी भी बिल पर चर्चा न हो।
धनखड़ के सम्मान में राज्यसभा में एक घंटे तक खड़े रहेे एनडीए के सांसद
बीजेपी समेत एनडीए के सभी राज्यसभा सांसद उपराष्ट्रपति के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। एनडीए के 109 सदस्य उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के सम्मान में सदन में एक घंटे तक खड़े रहे। कल्याण बनर्जी विपक्ष के उन 141 सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें पिछले हफ्ते संसद सुरक्षा उल्लंघन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करने पर निलंबित कर दिया गया था। कल नए संसद भवन के मकर द्वार के पास विरोध प्रदर्शन के दौरान सेरामपुर सांसद कल्याण बनर्जी उपराष्ट्रपति की नकल करने लगे. वहीं इस दौरान अन्य सांसद हंसते दिखे।
सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया : सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा कि इस सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। इससे पहले कभी भी संसद के इतने सारे विपक्षी सदस्यों को सदन से निलंबित नहीं किया गया था, और वह भी पूरी तरह से उचित और वैध मांग उठाने के लिए, उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों ने केवल 13 दिसंबर की असाधारण घटनाओं पर गृह मंत्री से बयान मांगा था, जब दो घुसपैठियों ने लोकसभा कक्ष में घुसकर बड़े पैमाने पर सुरक्षा उल्लंघन करते हुए रंगीन धुआं उड़ा दिया था। जिस अहंकार के साथ इस अनुरोध पर विचार किया गया उसका वर्णन करने के लिए शब्द नहीं हैं। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कहा था कि मोदी-शाह ने सदन की गरिमा का अपमान किया है। गंभीर सुरक्षा चूक के बावजूद वो संसद में आकर बयान नहीं देते, मुझे बहुत दु:ख है कि इतिहास में पहली बार इतने सांसदों को ससपेंड किया गया। ये लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने जैसा है, सदन की मर्यादा पर गहरी ठेस है। बता दें कि विपक्षी सांसदों के निलंबन की कड़ी में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के चलते 49 और सांसदों को निलंबित कर दिया था। इससे इस सत्र में निलंबित सांसदों की कुल संख्या 141 हो गई है, जो निलंबन के मामले में अब तक की सबसे अधिक संख्या है।
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति से की बात
सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की घटना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उपराष्टï्रपति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीफोन आया था। उन्होंने कुछ सांसदों की कल संसद परिसर में घृणित नौटंकी पर बहुत दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीफोन आया था। उन्होंने कुछ सांसदों की कल संसद परिसर में घृणित नौटंकी पर बहुत दुख व्यक्त किया। उपराष्ट्रपति ने कहा पीएम मोदी ने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन यह तथ्य कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा हो सकता है, दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उनसे कहा- प्रधानमंत्री, कुछ लोगों की हरकतें मुझे रोक नहीं पाएंगी। मैं अपना कर्तव्य निभा रहा हूं और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को कायम रख रहा हूं।