फिर लौटी महामारी, टेंशन में सरकार

गाजियाबाद-नोएडा के स्कूलों में पहुंचा कोरोना, कई विद्यालय बंद

  • कई राज्यों में फिर बढऩे लगे हैं केस, केंद्र ने जारी की चेतावनी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दिल्ली। कोरोना एक बार फिर लौटने लगा है। कई राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामलों और नए एक्सई वैरिएंट ने केंद्र और राज्य सरकारों की टेंशन बढ़ा दी है। केंद्र ने सतर्कता बरतने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है। वहीं यूपी के गाजियाबाद और नोएडा के कई स्कूलों में कोरोना की इंट्री हो गयी है। लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए कई स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। संक्रमण को देखकर अब अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज करने लगे हैं।
पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले फिर बढऩे लगे हैं। गुजरात, महाराष्टï्र समेत कुछ राज्यों में कोरोना के नए वैरिएंट एक्सई की पुष्टिï हुई है। केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा और मिजोरम में नए मामलों में सबसे अधिक बढ़त देखी जा रही है। लिहाजा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हालात की समीक्षा की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे संक्रमण की स्थिति पर नजर रखें। नए वैरिएंट की वजह से जो मामले सामने आ रहे हैं, उनकी निगरानी प्रक्रिया को और चुस्त-दुरुस्त करें। राज्य सरकारें कोरोना प्रोटोकॉल के पालन को सुनिश्चित करें। दूसरी ओर यूपी के गाजियाबाद और नोएडा के कई स्कूलों में छात्रों के कोरोना संक्रमित होने के मामले बढ़ गए हैं। दो दिनों में गाजियाबाद और नोएडा में अब तक तीन दर्जन से अधिक छात्रों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टिï हुई है। लिहाजा 6 स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। नोएडा में अब कुल 15 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। वहीं गाजियाबाद में 21 छात्रों के संक्रमित होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मच गया है। विभाग ने किशोरों का टीकाकरण तेज करने के लिए सभी स्कूलों को सख्त नोटिस भेजा है। नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल, जेवीएम ग्लोबल स्कूल, श्रीराम मिलेनियम स्कूल के एक-एक बच्चे सहित अन्य स्कूलों के एक दर्जन से अधिक बच्चों के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। सीएमओ डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि खेतान स्कूल के 13 बच्चे और तीन अध्यापकों के संक्रमित होने की सूची स्कूल प्रबंधन की ओर से प्राप्त हुई है। प्रबंधन ने एहतियातन स्कूल को 17 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। गाजियाबाद में आज पांच छात्रों समेत 11 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित जयपुरिया स्कूल में कक्षा 10 का छात्र कोरोना संक्रमित मिला है। इसे अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने छात्र के संपर्क में आने वाले दूसरे बच्चों के सैंपल लेने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे पहले गाजियाबाद के सेंट फ्रांसिस स्कूल में 4 और केआर मंगलम स्कूल में पांच बच्चे कोरोना संक्रमित निकल चुके हैं। गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भवतोष शंखधर ने कहा कि हमारे पास 9 बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना है। इन बच्चों के संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की टेस्टिंग चल रही है।


चौबीस घंटे में बढ़े केस

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 1,088 नए मामले सामने आए हैं जबकि इससे पहले यानी 12 अप्रैल को 796 नए मामले सामने आए थे जबकि 11 अप्रैल को 861 नए मामले सामने आए थे। वहीं 24 घंटे में 7 लोगों की जान गई है।

यहां सबसे अधिक केस

केरल में सबसे ज्यादा 2982 मामले सक्रिय हैं। कर्नाटक में 1450, असम में 1351, महाराष्ट्र में 714, मिजोरम में 725 और दिल्ली में 688 मामले अभी भी सक्रिय हैं।

ऑफिस में लागू होगा सिटीजन चार्टर, लेट-लतीफ अफसरों व कर्मियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: सीएम

  • जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के दिए निर्देश अवैध नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ दर्ज की जाएगी एफआईआर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में कोविड प्रबंधन के लिए टीम-नाइन की बैठक की। उन्होंने कहा कि आम जनता की शिकायत के निस्तारण के लिए हर दफ्तर में सिटीजन चार्टर लागू किया जाय और लापरवाह और लेट-लतीफ अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाय। साथ ही बिना मान्यता और नियम विरुद्ध चलने वाले नर्सिंग कॉलेजों की पहचान कर एफआईआर दर्ज की जाए।
सीएम योगी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर भी सख्त निर्देश दिए। पहले लंच टाइमिंग आधे घंटे करने के निर्देश के बाद आज सीएम ने कहा कि शासकीय कार्यालयों में हर अधिकारी और कर्मचारी की समय से उपस्थिति होनी सुनिश्चित की जाए। लेट-लतीफी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार औचक निरीक्षण करें। यूपी में नियम विरुद्ध नर्सिंग कॉलेजों की जांच की जाए और ऐसे नर्सिंग कॉलेजों के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेते हुए निस्तारण किया जाए। हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिनों से अधिक लंबित न रहे। देरी होने पर जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को कोविड टीकाकवर उपलब्ध कराने का हमारा महत्वपूर्ण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। 12 से 14 और 15 से 17 आयु वर्ग के टीकाकरण की प्रगति भी बेहतर है। इसे और तेज किया जाए। सीमावर्ती कुछ राज्यों में कोविड के केस बढ़ रहे हैं, ऐसे में सीमावर्ती जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाए।

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