24 में कहीं गायब न हो जाएं मुख्य मुद्दे!
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। ज्ञानवापी के फैसले ने क्या 2024 के चुनाव की नींव रख दी है, जिस पर हिंदू-मुसलमान की दीवार खड़ी करेंगे राजनेता? क्या होगा इस फैसले का असर? इस मुद्दे पर वरिष्ठï पत्रकार डॉ. राकेश पाठक, डॉ. अनिल जयहिंद, सैयद कासिम, प्रो. लक्ष्मण यादव और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
सैयद कासिम ने कहा कि इस मामले में जाना ही नहीं चाहिए था। मेरा अपना नजरिया है कि महंगाई, बेरोजगारी पर बात की जाए पर उस पर नहीं होगी। मुझे नहीं लगता कि 24 में इसका कोई फायदा होगा। डॉ. अनिल जयहिंद ने कहा कि अगर शिवभक्त है, तो पवित्र कैलाश जो चीन के कब्जे में है। उसके लिए अभियान चलाएं। डॉ. राकेश पाठक ने कहा कि चीन के कब्जे वाले कैलाश पर्वत को बात मत करिए क्योंकि ऐसे जोखिम भरे काम मत सौपियें उन्हें जो वे कर नहीं पाएं। चीन का उच्चारण भी हमारे पीएम नहीं करते। ज्ञानवापी मामले में देखा जाए तो आज का फैसला अंतिम फैसला नहीं है। फौरी मुकदमा है, चलेगा। एक विचारधारा के लोग तिल का ताड़ बना रहे तो 24 में यही मुद्ïदे होंगे। मुख्य मुद्ïदे गायब हो जाएंगे। प्रो. लक्ष्मण यादव ने कहा कि सिनेमा हिट हो गया तो इसका ये मतलब नहीं कि वहीं फ्लेवर ही चलेगा। अभी तो डायरेक्टर उसके, हीरो उसके, प्रोडयूसर उसके, सब उसी के है पर असल बात तो ये हैं कि तय तो दर्शक करेंगे कि सच क्या है। ये मुल्क के लिए चुनौती तो है। मुल्क के लोग वैसा नहीं चाहते, जैसा आज देश बन रहा है।