बिहार में असली डबल इंजन है-अपराध और भ्रष्टाचार: तेजस्वी यादव
सीएम फेस के सवाल को टाल गए तेजस्वी

- विपक्षी नेता बोले- विस चुनाव के लिए महागठबंधन पूरी तरह से मजबूत
- आगामी चुनाव को लेकर विपक्ष की हुई बड़ी बैठक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार चुनाव को लेकर पटना में महागठबंधन की बड़ी बैठक हुई। यह बैठक ढाई घंटे तक चली। बिहार महागठबंधन की बैठक के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के हालात पर महागठबंधन की पहली बैठक हुई। हमने गरीबी, बेरोजगारी और पलायन से जुड़े मामलों पर चर्चा की। हमने गरीबी, बेरोजगारी और पलायन से जुड़े मामलों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों से सत्ता में रही सरकार के खिलाफ बिहार के लोगों में काफी गुस्सा है। अपराध, बेरोजगारी और मजदूरों के पलायन में बिहार नंबर वन है। राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
राजद नेता ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री बिहार आते रहते हैं और उन्हें जवाब देना चाहिए कि बिहार में क्या हो रहा है। बिहार में असली डबल इंजन है- अपराध और भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि लोग इस खटारा सरकार से परेशान हैं। अगर आप केंद्र सरकार की नीति आयोग की रिपोर्ट देखें तो बिहार पिछले 20 सालों से सबसे गरीब राज्य रहा है। श्रम मंत्रालय ने इस राज्य से प्रवासियों की पंजीकृत संख्या 2 करोड़ बताई है। अगर गैर-पंजीकृत की बात करें तो यह संख्या लगभग 4-5 करोड़ है। इसका मतलब है कि बिहार गरीबी, पलायन और बेरोजगारी में नंबर 1 है। कानून व्यवस्था की आपराधिक अव्यवस्था है। सीएम के बारे में क्या कहूं, वे बेहोश हैं। लेकिन, मोदी और शाह इतनी बार बिहार आते हैं, उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। हालांकि, जब तेजस्वी से सीएम फेस को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए। तेजस्वी ने कहा कि बिहार चुनाव के लिए महागठबंधन पूरी तरह से मजबूत है। वहीं कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि गठबंधन की समन्वय समिति चीजों को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगी। दूसरी ओर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछले तीन चुनावों से नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन लगातार हार रहा है। ये लोग आगे भी हारते रहेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच बैठकों का दौर जारी है। बैठक में राजद, कांग्रेस, वामदल, विकास इंसान पार्टी के प्रमुख नेता शामिल हुए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, भाकपा माले के सचिव कुणाल, वीआईपी से मुकेश सहनी समेत सभी घटक दलों के प्रमुख नेता पहुंचे।
बिहार में मुख्यमंत्री की पहली पसंद है तेजस्वी
बिहार विधानसभा चुनाव में अब लगभग छह महीने बाकी हैं। लेकिन चुनावी रुझानों पर नजर रखने वाले सी-वोटर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि जेडी(यू) नेता नीतीश अगले बिहार चुनाव के लिए शीर्ष विकल्प नहीं हैं। नीतीश बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति हैं और अब तक लगातार 10 साल से सीएम हैं। बीच के कुछ महीनों के छोड़ दे तो उससे पहले भी वह सीएम रहे हैं। नीतीश लगातार बिहार का नेतृत्व 2005 से कर रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए सीएम पद से इस्तीफा दिया था। हालांकि, अब सवाल यह है कि अगर नीतीश तीसरे स्थान पर हैं, तो बिहार के सीएम पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार कौन है? सी-वोटर सर्वेक्षण ने संकेत दिया कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव अगले बिहार के मुख्यमंत्री बनने के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार हैं। इस बीच, विश्लेषक से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया।
पीएम मोदी से लेकर मीडिया तक को नियंत्रित कर लड़ेंगे बिहार चुनाव : अल्लावरू
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में चुनाव को सीट बंटवारे, कैंपेन से लेकर घोषणापत्र तय करने के लिए इंडिया गठबंधन की कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी ही चुनाव से जुड़ा सारा काम देखेगी। इसका नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे। इसमें सभी दलों के नेता सदस्य के रूप में रहेंगे। कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि इंडिया गठबंधन में कॉर्डिनेशन कैसे होगा, घोषणापत्र क्या होगा? कौन से दल कितनी सीटों चुनाव लड़ेंगे? चुनाव प्रचार कैसे होगा? सोशल मीडिया पर कैसे प्रचार होगा? जनता के बीच कैसे प्रचार प्रसार होगा प्रदेश से लेकर प्रखंड स्तर तक समन्वय कैसे होगा? इन्हीं सब चीजों के लिए इंडिया गठबंधन की कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है। इसका नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे। हमलोग हर हाल में सरकार बनाएंगे।
एम करुणानिधि केस्मारक पर मंदिर की रेप्लिका बनाने से रार
- डीएमके पर भाजपा का वार, बोली- यह हिंदू आस्था पर हमला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। चेन्नई के मरीना बीच पर पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के स्मारक पर मंदिर के गोपुरम की प्रतिकृति रखे जाने के बाद तमिलनाडु में एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने सत्तारूढ़ द्रमुक पर इस तरह के इशारे से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया और इसे अहंकार की पराकाष्ठा बताया। इसने यह भी कहा कि यह कार्रवाई हिंदू आस्था पर हमला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नारायणन तिरुपति ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से माफ़ी मांगी।
द्रमुक के दिग्गज नेता एम. करुणानिधि ने 1969 से 2011 तक पाँच कार्यकालों में लगभग 20 वर्षों तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का पद संभाला। 2018 में उनका निधन हो गया और उनके सम्मान में मरीना बीच पर एक स्मारक बनाया गया। हिंदू विरोधी डीएमके सरकार जल्द ही सत्ता से बाहर हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह अहंकार की पराकाष्ठा है। हिंदू धार्मिक विभाग ने कब्रिस्तान पर मंदिर का गोपुरम बना दिया है। क्या यह बकवास नहीं है? आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? क्या आपको शर्म नहीं आती? मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री को इसके लिए और हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के आरोपों के जवाब में डीएमके प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि यह तमिलनाडु सरकार का प्रतीक है और हर साल ऐसा होता है। आपको बता दें तमिलनाडु में इससे पहले भी हिंदु विरोधी बयान आते रहें है। यहां के डिप्टी सीएम व सीएम स्टालिन के पुत्र उदय निधि ने हिंदु धर्म को बीमारी कहा था इसके बाद बहुत बवाल हुआ था।
हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ भविष्य में डीएमके को पड़ेगा महंगा : तिरुपति
स्मारक पर मंदिर की प्रतिकृति रखे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता तिरुपति ने कहा कि यह हिंदू मान्यताओं का अपमान है। उन्होंने स्मारक की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, जहां शव को दफनाया जाता है, वहां मंदिर का गोपुरम कैसे बनाया जा सकता है? यह हिंदुओं की आस्था और विश्वास पर हमला है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को तुरंत इसे हटाने का आदेश देना चाहिए। हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना भविष्य में डीएमके को महंगा पड़ेगा।
ईडी ने जब्त की जगन मोहन रेड्डी की जमीन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। मामला दर्ज होने के एक दशक से अधिक समय बाद, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और डालमिया सीमेंट्स (भारत) लिमिटेड (डीसीबीएल) की 405 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क की है। हालांकि, डीसीबीएल ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि संपत्ति का मौजूदा मूल्य 793.3 करोड़ रुपये है।
ईडी की हैदराबाद इकाई ने 31 मार्च को कुर्की का आदेश जारी किया, जो 15 अप्रैल को डीसीबीएल को प्राप्त हुआ। मामला जगन के सीएम बनने से पहले कारोबारी वर्षों के दौरान कथित तौर पर किए गए क्विड प्रो क्वो निवेश की 2011 की सीबीआई जांच से उपजा है। इन संपत्तियों में जगन द्वारा कार्मेल एशिया होल्डिंग्स, सरस्वती पावर एंड इंडस्ट्रीज और हर्षा फर्म सहित कई फर्मों में रखे गए 27.5 करोड़ रुपये के शेयर शामिल हैं।
यूपी में आंधी-बारिश बनीं जानलेवा 11 की मौत, कई लोग घायल
- ओलावृष्टि ने किसानों को पहुंचाया नुकसान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में अचानक आई आंधी और बारिश की वजह से यूपी के अवध हिस्से में 11 मौतें हुईं। यह घटनाएं अयोध्या, बाराबंकी और अमेठी जिले में हुईं। दीवार, टीन शेड और पेड़ गिरने से यह हादसे हुए। सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों से मिलकर उन्हें तत्काल राहत पहुंचाई जाए। साथ ही साथ अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण करें। गुरुवार को हुए इस हादसों में बाराबंकी में टिन शेड, दीवार और पेड़ गिरने से चपेट में आए पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं छह लोग घायल हुए।
इसी तरह अयोध्या में अलग-अलग हादसों में पांच महिलाओं की मौत हुई और आधा दर्जन लोग इसमें घायल हो गए। अमेठी जिले में बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। बेमौसम हुई इस बारिश से कई मार्गों में पेड़ गिरे। पेड़ गिरने से यातायात बाधित होने के साथ-साथ बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हुई। आम और गेहूं की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। तेज आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी।
अमेरिका के साथ छात्र वीजा के मुद्दे को कब उठाएंगे विदेश मंत्री : जयराम
- कांग्रेस ने एआईएलए के दावे को बताया चिंताजनक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी आव्रजन अधिवक्ता संघ (एआईएलए) का यह दावा चिंताजनक है कि अंतर राष्ट्रीय छात्रों के वीजा निरस्तीकरण मामलों में से 50 फीसदी भारतीय छात्रों से संबंधित हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया किक्या विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रूबियो के साथ बातचीत में इस मुद्दे को उठाएंगे? रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया,‘‘अमेरिकी आव्रजन अधिवक्ता संघ द्वारा कल जारी किया गया एक प्रेस वक्तव्य भारत के लिए चिंता का विषय है।
संगठन द्वारा अब तक एकत्र किए गए अंतरराष्टï्रीय छात्रों के 327 वीजा रद्दमामलों में से 50 प्रतिशत छात्र भारतीय हैं।’’ उन्होंने कहा कि वीजा रद्द करने के कारण असंगत और अस्पष्ट हैं तथा इससे छात्रों में डर और आशंका लगातार बढ़ रही है। रमेश ने सवाल किया कि क्या विदेश मंत्री इस मामले को संज्ञान में लेकर अपने अमेरिकी समकक्ष के सामने यह मुद्दा उठाएंगे? विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अमेरिका में स्थित भारतीय मिशन वीजा रद्द किए जाने से संबंधित मुद्दों का सामना कर रहे भारतीय छात्रों के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्हें यथासंभव सहायता प्रदान कर रहा है।