हाईअलर्ट पर भाजपा, शाह को हालात संभालने की जिम्मेदारी
- सपा को जवाबी झटका देने की रणनीति बना रही भाजपा
लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्य सहित कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा हाईअलर्ट पर है। हालात संभालने की कमान अब गृहमंत्री अमित शाह के हाथ में है। भाजपा मौर्य से लगातार संपर्क में है। सहयोगियों को भी साधे रखने की कवायद चरम पर है। भाजपा की रणनीति किसी भी तरह मौर्य को रोकने और जल्द सपा को बड़ा झटका देने की है।
मौर्य ने ऐसे वक्त पार्टी छोड़ी, जब दिल्ली में चुनाव के पहले तीन चरण के उम्मीदवारों के चयन पर अहम बैठक चल रही थी। इस्तीफे की खबर मिलते ही नाराज नेताओं को मनाने की कवायद शुरू की गई। भाजपा ने सहयोगी अपना दल व निषाद पार्टी से दो बार संपर्क साधा। दोनों सहयोगियों को सम्मानजनक सीटें देने का भरोसा दिया। दरअसल, भाजपा में हलचल तब और बढ़ गई, जब अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने भाजपा को सामाजिक न्याय से जुड़े नेताओं का सम्मान करने की नसीहत दी।
नाराज मंत्री और विधायकों को मनाने की कोशिशें तेज
सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री दारासिंह चौहान, राज्यमंत्री धर्मसिंह सैनी, विधायक ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य व एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के भी भाजपा छोड़ने की खबर वायरल होने के बाद पार्टी नेताओं ने दिल्ली से सभी से फोन पर बात की। समझाने का प्रयास किया। कहा, यदि कोई नाराजगी है तो बैठकर बात की जाएगी। नेतृत्व समाधान का प्रयास करेगा। पर, जल्दबाजी में ऐसा निर्णय नहीं करना चाहिए, जिससे पार्टी के साथ उन्हें व्यक्तिगत भी सियासी नुकसान हो। इसके बाद, सैनी समेत कुछ विधायकों के भाजपा न छोड़ने के संदेश आने लगे।