हरियाणा की सत्ता किसके हाथ कल खुलेगा राज
- एक्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार के आसार बीजेपी को बड़ा नुकसान
- जम्मू-कश्मीर में भी मतगणना मंगलवार को नेताओं की धडक़ने बढ़ीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। हरियाणा व जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद दोनों राज्यों में नई सरकार के गठन के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अधिकतर एग्जिट पोल ने हरियणा में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने का तो कश्मीर में त्रिशंकु विस का अनुमान लगाया है। दस साल बाद हरियाणा में सत्ता वापसी के इस संकेत के बाद कांग्रेस जहां उत्साहित है, वहीं, मुख्यमंत्री पद की दौड़ को लेकर खींचतान भी शुरू हो गई है। दूसरी ओर, एग्जिट पोल को हवा-हवाई बताकर भाजपा खुद को तीसरी बार सत्ता की दौड़ में मजबूती से शामिल होने का दावा कर रही है। भाजपा का कहना है कि आठ अक्तूबर को नतीजे चौंकाने वाले होंगे।
राज्य के प्रमुख क्षेत्रीय दल इनेलो को भी पिछले चुनाव के मुकाबले सुधार की आस दिख रही है। 2019 के विस चुनाव में इनेलो एक केवल सीट पर सिमट गया था, इस बार उसे अपने पुराने वोट बैंक के साथ तीन से पांच सीट मिलने की उम्मीद है। वहीं, पिछले चुनाव की किंगमेकर बनी जनता जननायक पार्टी (जजपा) के सामने अस्तित्व बचाने का संकट है। 2019 के चुनाव में जजपा को करीब 14.9 फीसदी वोट मिला था। राज्य में लगातार दूसरी बार भाजपा की सरकार बनाने में उसका अहम रोल था।
कांग्रेस की जीत में जाटों व दलितों का रहेगा अहम रोल
एग्जिट पोल के रुझानों की मानें तो कांग्रेस की सत्ता वापसी में जाट, सिख, मुस्लिम और दलित वोटों की गुटबंदी का अहम रोल रहेगा। ओबीसी व सामान्य वर्ग का कुछ वोट भी कांग्रेस के हिस्से में आ सकता है। पिछले चुनावों की गलतियों से सीखते हुए कांग्रेस ने शुरुआत से ही पार्टी को 36 बिरादरी (हरियाणा की सभी जातियां) के रूप पेश किया। कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत जाट वोटों का लामबंद होना है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद को मजबूत जाट नेता दिखाकर इस वोट बैंक को क्षेत्रीय दलों में बंटने नहीं दिया। चुनाव से 48 घंटे पहले भाजपा के दलित नेता अशोक तंवर को शामिल कर कांग्रेस ने भाजपा के दलित कार्ड की रणनीति को भी परास्त करने की कोशिश की। किसान व पहलवान आंदोलन और अग्निवीर की योजना को लेकर भाजपा के खिलाफ जो नाराजगी थी, कांग्रेस को उसका भी फायदा मिलता दिख रहा है। एग्जिट पोल से उत्साहित भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा- लोगों ने उनकी सरकार की उपलब्धियों और भाजपा की विफलताओं को देखते हुए कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया है।
भाजपा अब भी उम्मीद पर कायम
एग्जिट पोल को दरकिनार करते हुए भाजपा अब भी उम्मीद पर कायम है। उसकी उम्मीद का आधार ओबीसी, सामान्य वर्ग और सरकार का लाभार्थी वोट बैंक है। पार्टी का कहना है कि यदि सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर होती तो मत प्रतिशत में बढ़ोतरी होती, लेकिन इस बार मतदान प्रतिशत में करीब एक फीसदी की गिरावट है। भाजपा के कैडर वोट के घर से नहीं निकलने के दावे पर पार्टी का कहना है कि इस बार पार्टी कार्यकर्ता ने 2019 के चुनाव से ज्यादा मेहनत की है। पार्टी का बूथ मैनेजमेंट कामयाब रहा है। पार्टी का दावा है कि 30 से ज्यादा ऐसी सीटें हैं, जहां भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। इन सीटों पर जीत हार का अंतर बहुत कम रहेगा और कुछ भी उलटफेर हो सकता है।
किसी भी जाति-सम्प्रदाय पर अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं: सीएम योगी
- मुख्यमंत्री ने की प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी भी जाति, मत-मजहब या संप्रदाय से जुड़े हुए ईष्ट देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। त्योहारों के दृष्टिगत सोमवार को मुख्य सचिव, डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह, एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मत, संप्रदाय की आस्था का सम्मान होना चाहिए। महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए बाध्य नहीं किया सकता और जबरन किसी पर थोपा भी नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, महापुरुषों, देवी-देवता, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी, लेकिन सभी मत, मजहब, सम्प्रदाय के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ अथवा आगजनी स्वीकार नहीं है, जो कोई ऐसा दुस्साहस करेगा, उसे उसकी कीमत चुकानी होगी। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि शारदीय नवरात्रि विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास हर्ष उल्लास शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल के बीच संपन्न हो, यह प्रत्येक जनपद-प्रत्येक थाना को सुनिश्चित करना होगा। माहौल खराब करने वालों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करें। कानून के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ सख्ती से निपटें।
सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा से बनाई दूरी!
- अमित शाह और चिराग पासवान की मुलाकात के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच दूरियां बढ़ती दिख रही हैं। इसी बीच लोजपा-आर अध्यक्ष चिराग पासवान ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है, जिससे बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से बीजेपी कोटे के मंत्रियों से दूरी बनाए हुए हैं। यहां तक कि उन्होंने इन मंत्रियों से मुलाकात भी बंद कर दी है।
मुख्यमंत्री के इस रवैये से बीजेपी भी हैरान है। हालांकि, दोनों ही पार्टियां इस बारे में खुलकर कुछ नहीं बोल रही हैं। इसी बीच चिराग पासवान ने अमित शाह से मुलाकात कर सियासी पंडितों को कयास लगाने का मौका दे दिया है। चिराग ने खुद एक्स पर ट्वीट कर इस मुलाकात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि आज नई दिल्ली में देश के लोकप्रिय गृहमंत्री अमित शाह से शिष्टाचार मुलाकात किया। चिराग ने लिखा कि इस दौरान वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर विस्तृत चर्चाएं हुईं। चिराग की इस मुलाकात ने बिहार के सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ा दी है। हालांकि, जानकार इसे झारखंड विधानसभा चुनाव से जोडक़र देख रहे हैं। झारखंड में जल्द ही चुनाव होने की संभावना है। नीतीश कुमार की जेडीयू और चिराग की लोजपा-आर दोनों ही दल बीजेपी के साथ मिलकर झारखंड चुनाव लडऩा चाहती हैं।
कहीं रेल की पटरियां न बेच दे एनडीए सरकार: लालू
पूर्व रेल मंत्री व राष्टï्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर एनडीए सरकार को निशाने पर लिया। इसके बाद बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी ने पलटवार किया और उन्हें राजनीति का सबसे भ्रष्ट व्यक्ति कह दिया। दरअसल, लालू प्रसाद ने कहा कि पिछले 10 साल से एनडीए सरकार ने रेल का किराया बढ़ा दिया गया है। प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ा दिए गए। स्टेशन बेच दिए गए। जनरल बोगियां घटा दी। बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ खत्म कर दिया। सेफ्टी-सिक्योरिटी घटाने पर रोज हादसे हो रहे हैं। फिर भी कहते हैं रेलवे घाटे में है। अब यह कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें। राजद सुप्रीमो के बयान पर पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू यादव ने रांची और पटना की संपत्ति बेच दी। देश में अगर किसी रेल मंत्री ने रेलवे की संपत्ति बेचने की शुरुआत की तो वो थे लालू यादव। वहीं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव राजनीति के सबसे भ्रष्ट व्यक्तियों में से एक हैं। वह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने रेलवे के अंदर नियुक्ति घोटाला के कारण अपने पूरे परिवार को जमानत पर भेज दिया था।
आप सांसद संजीव अरोड़ा के आवास पर ईडी के छापे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। ईडी ने जालंधर में आप के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्र ने बताया कि हैम्पटन होम्स कॉलोनी में अरोड़ा के आवास पर छापेमारी उस जमीन के एक हिस्से के संबंध में थी जो उन्हें कुछ साल पहले पंजाब सरकार द्वारा आवंटित की गई थी।
सूत्र ने कहा, यह जमीन एक औद्योगिक परियोजना के लिए आवंटित की गई थी, लेकिन समझौते का उल्लंघन कर जमीन का इस्तेमाल एक आवासीय परियोजना के लिए किया गया। वहीं संजीव अरोड़ा ने कहा कि वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं और अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे।
पीएम ने फिर अपना तोता खुला छोड़ दिया : सिसोदिया
ईडी की कार्रवाई पर पीएम मोदी को फटकार लगाते हुए सिसोदिया ने कहा कि संगठन ने आप नेताओं पर फिर से अपनी कठपुतलियां छोड़ दी हैं। आज फिर मोदीजी ने अपना तोता खुला छोड़ दिया है। पिछले दो सालों में उन्होंने अरविंद केजरीवाल के घर, मेरे घर, संजय सिंह के घर, सत्येंद्र जैन के घर पर छापेमारी की है… कहीं कुछ नहीं मिला। लेकिन मोदीजी की एजेंसियां एक के बाद एक फर्जी मामले बनाने में पूरी लगन से लगी हुई हैं।